- 100 कंप्यूटर के सहारे आईटीआई के 10 हजार स्टूडेंट्स की हो रहे हैं एग्जाम
- 3 से पांच दिन तक चलने वाले एग्जाम 2 माह बाद भी खत्म नहीं हो रहे
-70 आईटीआई जो जिले में संचालित होती है के स्टूडेंट्स के एग्जाम के लिए कई सेंटर बनाए जाते थे
- 70 आईटीआई के 10 हजार स्टूडेंट्स के लिए एग्जाम सेंटर आइटीआई' को बनाया गया है।
KANPUR@inext.co.n
KANPUR: जो एग्जाम तीन से पांच दिन के अंदर खत्म हो जाते थे वो कंप्यूटर की कमी के चलते 2 महीने पूरे होने पर भी खत्म नहीं हो पा रहे हैं। यह मामला आईटीआई का है। आईटीआई के ईयरली एग्जाम इस साल इतनी लंबी ¨खच गई हैं इसका अंदाजा प्रशासन को नहीं था।
'सीबीटी' के जरिए एग्जाम
पहली बार कंप्यूटर बेस्ट टेस्ट 'सीबीटी' के जरिए यह परीक्षाएं कराई जा रही हैं। राजकीय से लेकर सेल्फ फाइनेंस आईटीआई के एग्जाम कराए जाने के लिए इस बार केवल एक एग्जाम सेंटर बनाया गया है। राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान 'आइटीआई' को 70 आईटीआई के 10 हजार स्टूडेंट्स की परीक्षा केंद्र बनाया गया है।
क्या आ रही मुश्किल?
मुश्किल यह है कि आईटीआई के पास 125 कंप्यूटर हैं जिनमें बैकअप में करीब 25 कंप्यूटर रखने पड़ते हैं। ऐसे में महज सौ कंप्यूटर के सहारे यह ईयरली एग्जाम हो रहे हैं। जबकि पिछले वर्ष तक सेल्फ फाइनेंस आईटीआई के एग्जाम अलग-अगल एग्जाम सेंटर्स पर हुआ करती थीं। ऐसे में परीक्षाएं बहुत लंबी ¨खच रही हैं।
चार जनवरी से चल रहे एग्जाम
चार जनवरी से यह एग्जाम शुरू हुई हैं जो अभी तक चल रहे हैं। करीब महीने भर इनके और चलने की संभावना है। इसके अलावा संस्थान के ज्यादातर टीचर और कर्मचारी इन्हें कराने में लगाए गए हैं। पहले साल के साढ़े चार हजार व द्वितीय वर्ष छह हजार स्टूडेंट्स इस एग्जाम में शामिल हुए हैं। इनमें से अभी तक द्वितीय वर्ष के करीब तीन हजार स्टूडेंट्स के एग्जाम ही हो सके हैं जबकि फर्स्ट ईयर के भी कुछ स्टूडेंट्स के एग्जाम हुए हैं।
कंप्यूटर बेस्ट टेस्ट के जरिए पहली बार ईयरली एग्जाम हो रहे हैं। अगर एग्जाम सेंटर अधिक बनाए जाते तो एग्जाम जल्द खत्म हो जातीं। लेकिन केंद्र उसी को बनाया जा सकता है जिनमें ऑनलाइन परीक्षा कराए जाने के संसाधन उपलब्ध हों।
- केएम सिंह, प्रिंसिपल राजकीय आईटीआई पांडुनगर