कानपुर (ब्यूरो) जेल अधीक्षक डॉ। बीडी पांडेय ने बताया कि विभाग की ओर से जारी आदेश के बाद जेल में हर धर्म का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। सभी धर्म के बंदी इन कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हैैं। कोशिश की जाती है कि बंदी जेल में खुद को परिवार से अलग न समझेें क्योंकि ऐसे समय में ज्यादा देर गुमसुम रहने पर व्यक्ति डिप्रेशन में चला जाता है। समय-समय जेल मैनुअल के मुताबिक बंदियों के खाने का मेन्यू भी बदला जाता है। बंदियों की आई चेकअप, हार्ट चेकअप नियमित किया जाता है। सर्दी में गर्म पानी और गर्मी में ठण्डे पानी का इंतजाम किया जाता है। गंभीर बीमारी होने पर स्पेशलिस्ट से इलाज कराया जाता है।
नशे से दूर हो रहे बंदी
जेल अधीक्षक ने बताया कि आम तौर पर बाहर रहने के दौरान युवा नशे के लती हो जाते हैैं और नशा न मिलने पर उनके इंटर्नल ऑर्गन्स कम काम करते हैैं लेकिन जेल में इन नशे के लती बंदियों को पारिवारिक माहौल दिया जाता है। योगा और व्यायाम की मदद से इनके नशे की लत को छुड़ाया जा रहा है। आने वाला साल इन युवा बंदियों के जीवन में नई रोशनी लाएगा।
बुजुर्गों के लिए विशेष इंतजाम
जेल अधीक्षक ने बताया कि युवाओं का मन परिवर्तन करने के साथ ही विभाग ने बच्चों और बुजुर्ग बंदियों के लिए भी विशेष इंतजाम करने को कहा है। शाम को भी चाय दी जा रही है और जरूरत के मुताबिक कंबल दिए जा रहे है। महिला बंदियों को रोजगार सिखाया जा रहा है। जेल मैनुअल के मुताबिक सभी महिला बंदी अपने पैरों पर खड़े होने की स्किल्स सीख रही हैैं।
बंदियों के मेंटल डेवलपमेंट के लिए ये काम
- जो बंदी पढऩा चाहते हैैं, उनके पढऩे का इंतजाम किया जाएगा
- युवा बंदियों को व्यस्त रखने के लिए न्यूज पेपर दिया जाएगा
- राजर्षि टंडन महाविद्यालय और इग्नू से लाभदायक कोर्स कराए जाएंगे
- अपने पैरों पर खड़े हो, इसके लिए रोजगार के स्किल्स सिखाए जाएंगे
- कम्प्यूटर ट्रेनिंग दी जाएगी, जिससे बाहर निकल कर नौकरी कर सकें
- योगा, व्यायाम और मानसिक विकास की विधियां अपनाई जाएंगीं
- कल्चरल प्रोग्राम कर देश की संस्कृति बताई जाएगी
- धार्मिक गुरुओं को बुलाकर युवाओं को अपराध से दूर रखा जाएगा
- यूथ का डिप्रेशन दूर करने के लिए मनोवैज्ञानिक तरीके अपनाए जाएंगे
- देश का अच्छा नागरिक बनाने की कोशिश की जाएगी
जेल में बंद युवा बंदियों का मानसिक विकास कर अपराध से दूर करने की शासन स्तर पर कोशिश की जा रही है, शासन के निर्देश के मुताबिक काम किया जा रहा है, जिससे युवा बंदी सही रास्ते पर आ सकें।
डॉ। बी.डी पांडेय, जेल अधीक्षक कानपुर नगर