कानपुर (ब्यूरो) देर रात आग की जानकारी मिलने पर डीएम विशाख जी, सीपी बीपी जोगदण्ड, जेसीपी आनंद प्रकाश तिवारी मौके पर पहुंचे और डीजी फायर को हादसे की जानकारी दी। आग सबसे पहले एआर टावर में दुकानों के बाहर रखे सामान में लगी। तेज हवाओं की वजह से आग ने पल भर में ही कई दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। इसके बाद देखते ही देखते पूरा तीन मंजिला टावर धधकने लगा। इसके बाद आग हमराज कॉम्प्लेक्स, नफीस टावर, अर्जन कॉम्प्लेक्स, मसूद कॉम्प्लेक्स और सुपर हमराज कॉम्प्लेक्स तक फैल गई। इन 6 कॉम्प्लेक्स से आग की लपटें और धुआं शुक्रवार शाम तक रह रह कर उठता रहा। इन कॉम्पलेक्स में कपड़े के बड़े गोदाम थे। ईद की वजह से दुकानदारों ने कपड़े का हैवी स्टॉक कर रखा था। दरअसल आस पास के जिलों से भी कपड़ा कारोबारी ईद पर खरीदारी करने इस बाजार में आते हैैं।

एक युवक लापता
नफीस टावर में ही स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ब्रांच भी है। इस टावर में लगी आग ने बैंक को भी अपनी चपेट में ले लिया है। एआर टावर में काम करने वाले ज्ञान चंद लापता हैं। उनकी पत्नी का कहना है कि अभी उनका पता नहीं चल सका है। ज्ञान चंद के साथी ने बताया कि हम 6-7 लोग चौथे फ्लोर पर रात 12 बजे सोने गए थे। एक बजे के बाद आग लगी। आग लगने के बाद हम सभी बाहर आ गए। लेकिन, 40 साल के ज्ञान का पता नहीं चल रहा है। ज्ञान की तलाश के लिए फायर फाइटर्स ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ मास्क लगाकर टावर में देर शाम तक तलाश करते रहे।

आसपास के जिलों से बुलाईं गाडिय़ां
कानपुर देहात, उन्नाव, फतेहपुर, इटावा और लखनऊ समेत कई जिलों की 60 से ज्यादा फायर ब्रिगेड की गाडिय़ां आग बुझाने में लगी हैं। सेना के साथ एयर फोर्स की टीम भी आग पर काबू पाने में जुटी है। जेसीपी आनंद प्रकाश तिवारी का कहना है कि देर शाम तक टीम आग बुझाने में जुटी रही। कपड़े की मार्केट है तो आग तेजी से फैली। अगल-बगल लकड़ी की मार्केट है। तंग रास्ते हैं, आसपास काफी बिल्डिंग हैं। ऐसे में आग और न फैले, इसका ध्यान रखा जा रहा है।

एक किमी का एरिया सील
कानपुर बांसमंडी में अग्निकांड के चलते करीब एक किमी का दायरा सील कर दिया गया। कोपरगंज चौराहा, बांसमंडी चौराहा और डिप्टी पड़ाव चौराहा से बांसमंडी कपड़ा बाजार को जाने वाले सभी रास्तों को बैरिकेड कर दिया गया। फायर कमांडेंट अजय कुमार ने बताया कि आग अब बाकी बिल्डिंगों में नहीं फैल रही है। काफी हद तक काबू पा लिया गया है। हाइड्रोलिक मशीन भी लगाई गई है। जिस फ्लोर पर पहुंचने में दिक्कत होती है, वहां हाइड्रोलिक मशीन से फायर फाइटर्स अंदर घुसे हैं। रेस्क्यू जारी है। पहले पूरी तरह आग बुझाने का प्रयास है। इसके बाद टीम अंदर जाएगी। देखा जाएगा कि कोई अंदर फंसा तो नहीं है।

लखनऊ से आए हाईड्रोलिक फायर टेंडर से मिली मदद
अंधेरा होने की वजह से आग लगातार फैल रही थी। दमकल के जवान भी अनुमान से आग बुझाने में जुटे थे। सुबह लखनऊ से हाईड्रोलिक ऑपरेटेड टेलीस्कोप फायर टेंडर भेजा गया। लखनऊ से आए तीन और सेना के एक हाइड्रोलिक ऑपरेटेड टेलीस्कोप फायर टेंडर ने कॉम्पलेक्स के तीन तरफ से आग पर पानी डालने का काम शुरू किया। जिसके बाद आग कमजोर पड़ी। फायर टेंडर में लगे कैमरे की मदद से आग का देखकर वहीं पर पानी इंजेक्ट किया जा रहा था, जिससे पानी बर्बाद होने के बजाय सही जगह पहुंच रहा था।

आग की फैक्ट फाइल
1:30 बजे के करीब गुरुवार रात को आग लगी
6 कॉम्पलेक्स अगल-बगल के चपेट में आ गए
1000 से ज्यादा दुकानों तक पहुंच गई आग
60 फायर ब्रिगेड गाडिय़ां आग बुझाने में लगीं
4 जिलों से गाडिय़ां बुलाईं गई आग बुझाने को
300 राउंड से ज्यादा पानी डाला गाडिय़ों ने
24 घंटे तक लगभग चलता रहा रेस्क्यू ऑपरेशन

ये कॉम्पलेक्स आए चपेट में
कॉम्प्लेक्स--------दुकानें
हमराज काम्पलेक्स - 1000
अर्जंन काम्पलेक्स - 100
एआर टावर- 150
नफीस कॉम्पलेक्स -200
मसूद काम्पलेक्स -200