कानपुर (ब्यूरो) दरअसल, ऑपरेशन कायाकल्प के तहत स्कूलों के कायाकल्प के लिए ग्रामीण और शहरी इलाके में कुल 1787 सरकारी स्कूलों को चिन्हित किया गया है। इसमें ग्रामीण एरिया दस ब्लॉक में 1556 और शहर में 231 सरकारी स्कूल हैं। यहां पर कुल 19 पैरामीटर्स से स्कूल को मॉडल बनाए जाने का लक्ष्य रखा गया है। दावा किया जा रहा है कि इसमें कुल 86.5 परसेंट का काम पूरा हो चुका है। यहां पर ड्रिकिंग वाटर, टॉयलेट में पानी की व्यवस्था, टाइल्स, मल्टीपल हैंडवॉशिंग, क्लास में टाइलीकरण, श्याम पट आदि तरह की सुविधाएं देकर स्कूलों को मॉडल बनाया गया है।
इस वजह से चिन्हित 129 स्कूल
अधिकारियो ने बताया कि ग्रामीण एरिया में चिन्हित स्कूलों को मॉडल बनाने की जिम्मेदारी ब्लॉक स्तर पर होती है, लेकिन शहर के स्कूलों को मॉडल बनाने की जिम्मेदारी नगर निगम की है। कुल 231 स्कूल हैं। इनमें 129 स्कूल सरकारी विभाग की बिल्डिंग पर बने हंै। जबकि बाकी स्कूल किराए की बिल्डिंग पर चल रहे हंै। ऐसे में 129 स्कूलों का कायाकल्प कराने के लिए बीएसए सुरजीत कुमार ने नगर आयुक्त शिवशरणप्पा से मुलाकात की है। जिसके बाद नगर आयुक्त ने आश्वासन दिया है कि इन स्कूलों में 19 पैरामीटर्स के हिसाब से काम किया जाएगा और स्कूलों को मॉडल बनाया जाएगा। इसके लिए नगर निगम ने अब तैयारी शुरू कर दी है।
129 स्कूलों की लिस्ट सौंपी
बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में कई समस्याएं हैं। स्कूलों में टॉयलेट, बाउंड्रीवाल का निर्माण, डेंटिंग पेंटिंग व फर्नीचर के आभाव में बच्चे पढ़ रहे हैं। यहां तक कई स्कूलों में साफ पानी पीने तक की व्यवस्था नहीं है। स्कूलों को मॉडल बनाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से नगर निगम को 129 स्कूलों की लिस्ट सौंप दी गई है। ताकि स्कूलों को जल्द से जल्द मॉडल बनाया जा सके। वहीं, नगर निगम ऑफिसर्स के मुताबिक, स्कूलों को मॉडल बनाने के लिए खाका तैयार किया जा रहा है। अब जल्द ही स्कूलों को मॉडल बनाने के लिए टेंडर किया जाएगा। ताकि स्कूलों की काया बदली जा सके।
इन पैरामीटर्स पर होगा काम
- छात्र छात्राओं के लिए दो-दो अलग अलग टॉयलेट
- टॉयलेट में रनिंग वाटर की व्यवस्था
- फ्लोर पर टाइल्स लगाना
- हाथ धोने के लिए अलग अलग कई नल
- दिव्यांग के लिए अलग से टॉयलेट की व्यवस्था
- छात्राओं के लिए बाथरूम से अटैच इंसीरेटर रूम
- किचन में टाइल्स, वाटर रनिंग और बर्तन धोने की व्यवस्था
- शुद्ध पेयजल
- क्लास रूम में टाइल्स, पंखे, लाइट की व्यवस्था
- छह बाई आठ का ब्लैकबोर्ड
- स्कूल की बेंच और फर्नीचर बेहतर होना
- स्कूल के चारों तरफ बाउंड्री वॉल और पेंटिंग की व्यवस्था
- रैम्प और रेलिंग, वायरिंग और विद्युत उपकरण
- फर्नीचर एवं डेस्क
- सबमर्सिबल वाटर सप्लाई
यह भी जाने
1787 कुल सरकारी स्कूल
1556 स्कूल गांव एरिया में
231 स्कूल शहर एरिया में
129 स्कूल विभाग की बिल्डिंग मे संचालित
102 स्कूल किराए की बिल्डिंग पर संचालित
1.62 लाख बच्चे स्कूल में पढ़ रहे हैं
19 पैरामीटर्स से बनाया जाएगा मॉडल स्कूल
सरकारी स्कूलों को मॉडल बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। अब 129 स्कूलों को नगर निगम कायाकल्प के तहत डेवलप करेगा। साथ एजुकेशन सिस्टम में सुधार किया जा रहा है।
सुरजीत कुमार सिंह, बीएसए