कानपुर (ब्यूरो)। एक बार फिर कानपुर की फैक्ट्री में बनी कोच फ्रेम से तैयार वंदेभारत ट्रेनें दौड़ेंगी। फ्राईडे को पहली खेप के रूप में दो मोटर व दो ट्रेलर कोच चेन्नई स्थित भारतीय कोच फैक्ट्री रवाना की गईं। वंदेभारत ट्रेन के लिए असेंबल्ड कोच बना रही दादानगर की फैक्ट्री को थर्सडे भारतीय कोच फैक्ट्री की तरफ से सहमति पत्र मिला था। फैक्ट्री से 192 कोच भेजी जाएंगे, जिनसे 12 वंदेभारत ट्रेनें बनेंगी।

96 मोटर व 96 ट्रेलर कोच
अब वंदेभारत ट्रेन को देश के अलग-अलग हिस्सों में शुरू किया जा रहा है। फैक्ट्री के एमडी आरएन त्रिपाठी के मुताबिक इस बार 192 असेंबल्ड कोच फ्रेम का ऑर्डर मिला है। पिछली बार कंपनी ने सिर्फ कोच फ्रेम बनाए थे, इस बार असेंबल्ड कोच बना रही है। इसमें 96 मोटर कोच हैं और 96 ट्रेलर कोच है। मोटर कोच में मोटर और गियर बाक्स होगा, जबकि ट्रेलर कोच ये नहीं होंगे। गियर बाक्स से मोटर को जोड़ा जाएगा तो कोच खुद ही चल सकेगा। हालांकि मोटर को चेन्नई में जाकर लगाया जाएगा। गियर बाक्स यहीं से लगाकर भेजा जाएगा।

छह महीने का टारगेट
छह महीने में सभी 192 कोच भेजी जानी हैं। इन कोच में क्वायल स्प्रिंग पोलैंड के हैं, वहीं एयर स्प्रिंग और डैम्पर्ड जर्मनी के हैं। पिछली बार के कोच फ्रेम के मुकाबले इस बार बोगी में ब्रेक सिस्टम, प्राइमरी सस्पेंशन, सेकेंडरी सस्पेंशन, एक्सल, व्हील, डैम्पर्ड लगाई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि इनकी टेङ्क्षस्टग 180 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पर हुई है। हर मोटर कोच खुद चलने में सक्षम है लेकिन यह इलेक्ट्रानिक सिस्टम से केबिन से जुड़ी होती है, जहां से इसकी स्पीड को कंट्रोल किया जाता है। उनके मुताबिक अगले 10 दिन में छह मोटर और छह ट्रेलर कोच और भेज दिए जाएंगे।
- 2018 में सामने आई वंदेभारत ट्रेन में भी कानपुर की फैक्ट्री में बने कोच फ्रेम लगे थे।
- 2018 और 2019 में कानपुर से वंदेभारत ट्रेनों के लिए 180 बोगी फ्रेम भेजे गए थे।
- दिल्ली से वाराणसी चलने वाली पहली वंदेभारत ट्रेन के सभी कोच फ्रेम कानपुर में बने थे।