-अधिकारियों के पीछे चलने वाले फालोवर भी निकले फर्जी
-सीओ की जांच में पाए गए दोषी, दंडात्मक कार्रवाई के आदेश
KANPUR : पुलिस विभाग में अफसरों के दफ्तर और घरों पर फॉलोवर्स की तैनाती की जाती है। पुलिस लाइन में भी इनकी ड्यूटी लगती है। रोजमर्रा के काम फॉलोवर ही करते हैं। पुलिस लाइन में तैनात 11 फॉलोवर्स ने बड़ा फर्जीवाड़ा किया।
फॉलोवर ने किया था ये फर्जीवाड़ा
फॉलोवर्स ने अपनी-अपनी जगह पर एक-एक बाहरी शख्स को नौकरी पर रख लिया। उनकी जगह पर बाहरी शख्स काम पर जाते थे। फॉलोवर अपनी सैलरी से इनको पांच-सात हजार रुपए हर महीने देते थे। खुद कोई ठेकेदारी करता रहा तो कुछ आराम फरमाते रहे। मुफ्त की सैलरी लेते रहे। एसपी पश्चिम डॉ। अनिल कुमार ने बताया कि मामले में सीओ लाइन ने जांच की। जिसमें 11 फॉलोवर दोषी पाए गए हैं। सभी पर विभागीय दंडात्मक कार्रवाई की गई है। इसके साथ ही सभी को चेतावनी दी गई है कि इस तरह की हरकत दोबारा न करें। अगर अब कभी ऐसा हुआ तो बर्खास्तगी तक की कार्रवाई की जाएगी।
इन पर हुई कार्रवाई
एसपी ने बताया कि जिन पर कार्रवाई की गई हैं उसमें सुनील तिवारी, शिव प्रकाश तिवारी, आशीष कुमार सिंह, अशोक कुमार, अनुपम कठेरिया, अमर सिंह, बबिता, लिकधर प्रसाद, अनूप कुमार, संतोष त्रिपाठी और रूबी खातून शामिल हैं। सूची में 2 महिला फॉलोवर भी श्ामिल हैं।
मुंशी था बड़ा खिलाड़ी
पूरे खेल में फॉलोवर मुंशी दीपक बड़ा खिलाड़ी था। वही ये पूरा फर्जीवाड़ा करवा रहा था। उसको भी मोटी रकम पहुंचती थी। जांच के बाद उसको भी हटा दिया गया है। पनकी थाने में तैनाती की गई है।