कानपुर (ब्यूरो)। प्रायरिटी सेक्शन पर मेट्रो को चलते हुए जल्द ही दो साल पूरे होने वाले हैं। वहीं मार्च में इससे आगे नयागंज तक मेट्रो चलाने की तैयारी हो रही है। इसके साथ ही अब मेट्रो में ज्यादा से ज्यादा पैसेंजर्स को सफर कराने पर भी फोकस है। मेट्रो की राइडशिप बढ़ाने के लिए 10 डिपार्टमेंट के साथ कोऑर्डिनेट किया जाएगा। इसके लिए शहरी गतिशीलता समिति गठित की गई है। सभी विभाग अपने लेवल पर राइडरशिप बढ़ाने के लिए प्रयास करेंगे।
समिति के इंचार्ज मंडलायुक्त हंै। मेट्रो स्टेशन से रोड पर आने के बाद पैसेंजर्स को अपनी डेस्टिनी तक पहुंचने के लिए बसें मौके पर मिल जाए, इसकी भी व्यवस्था की जा रही है। मेट्रो स्टेशन से ट्रांसपोर्ट सिस्टम सही होने पर पैसेंजर्स की संख्या तेजी से बढ़ेगी और प्राइवेट व्हीकल का लोग कम यूज करेंगे। इससे पॉल्यूशन कंट्रोल होगा और सिटी के रोड पर जाम से भी लोगों को निजात मिलेगा।
34 किलोमीटर मेट्रो दौड़ेगी
सिटी में करीब 34 किलोमीटर मेट्रो दौड़ेगी। अभी आईआईओटी से मोतीझील तक नौ किलोमीटर मेट्रो का काम चल रहा है। बाकी जगह काम हो रहा है। वर्ष 2024 तक सभी रूट पर मेट्रो चालू होने की संभावना है। इसको लेकर तेजी से काम हो रहा है। वहीं ट्रांसपोर्ट सिस्टम को भी दुरुस्त करने की कवायद की जा रही है ताकि लोगों को ज्यादा से ज्यादा मेट्रो से जोड़ा जा सके और कम प्राइवेट व्हीकल चलने से सिटी का ट्रैफिक भी दुरुस्त रहेगा।
डिस्प्ले किया जाएगा टाइम
इसको लेकर प्राइवेट और सिटी बसों को जोडऩे की तैयारी की जा रही है। मेट्रो लाइन के लिए फीडर के रूप में काम करेगी। बसों का टाइम मॉल, ऑफिस और बस स्टाप पर डिस्प्ले किया जाए ताकि लोगों को उसका फायदा मिलेगा। साथ ही मेट्रो के हर स्टेशन में पार्किंग की व्यवस्था की जा रही है। यहां पर ई-चार्जिंग स्टेशन का भी निर्माण कराया जाएगा ताकि इलेक्ट्रिक व्हीकल की संख्या बढ़े।
पॉल्यूशन व जाम से निजात
समिति में जिला प्रशासन, उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन, ट्रैफिक पुलिस, आरटीओ, नगर निगम, स्मार्ट सिटी मिशन, मुख्य हवाई अड्डा अधिकारी, विकास प्राधिकरण, सिटी बस निगम और एआरएम रोडवेज है। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत सिटी में बस स्टाप बनाए गए है। यहां पर बस खड़ी होगी। मेट्रो स्टेशन के पास होने के चलते पैसेंजर्स उतरकर बस स्टाप पर खड़े होकर बसों का इंतजार कर सकता है।
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कोट
अफसरों को व्यवस्था लागू करने के आदेश दिए है, ताकि मेट्रो में पैसेंजर्स की संख्या बढ़े और पॉल्यूशन कम होने के साथ ही जाम से निजात मिले।
मनोज ङ्क्षसह, विशेष सचिव