-जुआ में हार गया बुलेट और पैसे तो नेपाल में ही कर लिया सुसाइड

-शहर के यंग्स्टर्स जुआ की खातिर कुछ भी बेचने को हो जा रहे हैं तैयार

-जुए की लत यंग्सटर्स को बना रही क्रीमनल

GORAKHPUR: एक तरफ 'लोग आते हैं लोग जाते हैं प्यास अपने दिलों की बुझाते हैं, रात दिन हुस्न की रंगरलियां हैं, ये तो बदनाम लोगों की गलियां हैं जैसे सुपर हिट सांग पर ग‌र्ल्स ठुमके लगा रही हैं। दूसरी तरफ गोरखपुर के यंग्स्टर्स नेपाली और इंडियन करेंसी को उनके ऊपर खुलकर लुटा रहे है। ये तो केवल एंटरटेनमेंट का जरिया है, जबकि मेन खेल तो दूसरी तरफ देखने को मिला, जहां अलग-अलग टेबल पर कई तरह के जुए चल रहे हैं। यह नजारा है नेपाल स्थित कसीनों का। यह खुलासा हुआ है दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के रियल्टी चेक में। नेपाल के कसीनों में तबाह हो रहे गोरखपुर के कुछ परिवारों की शिकायत पर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने नेपाल स्थित भैरहवां के कसीनों का रियल्टी चेक किया।

10-10 हजार का क्वाइन लगा रहे थे युवा

इंडिया का बॉर्डर पार कर नेपाल में एंट्री करते ही 5 से 10 किमी के अंदर 6 कसीनों हैं। कसीनों में नेपाली प्लेयर्स को खेलने की प्रमिशन नहीं है। इसलिए यहां केवल इंडियन उसमें भी गोरखपुर के अधिक लोग दिखे। कसीनों में खेलने के लिए कम से कम 1 हजार रुपए का क्वाइन लेना पड़ता है। फिलहाल यहां जो खेलने वाले दिखे वे 10 हजार और 1 लाख का क्वाइन लेकर खेल रहे थे। एक-एक गेम में वे 10 हजार रुपए तक दांव पर लगा रहे थे। इसके अलावा ट्रंप कार्ड सहित कुछ अन्य गेम में भी लोग लक आजमाते दिखे।

चमक रहा सूदखोरों का धंधा

कसीनों के दिवानों को पैसे कम ना पड़े इसके लिए वहां पर सूद पर भी पैसे अवेलबल हो जाते हैं। बस खेलने वाले की कोई गारंटी लेने वाला मिल जाए या फिर वो अपनी गाड़ी गिरवी रख दे। सूत्रों की मानें तो नेपाल से गोरखपुर में एक फोन मिलाने पर ही वहां खेलने वाले को पैसे अवेलबल हो जाते हैं। इससे गोरखपुर से चल रहे हवाला के कारोबार को भी बल मिल रहा है। कई पैसे वाले इस कारोबार से लाखों-करोड़ोंरुपए कमा रहे हैं।

अवेलबल हो जाती हैं विदेशी लड़कियां

हर कसीनों में एक दलाल होता है जो होटल से लेकर रात रंगीन करने की व्यवस्था करता है। इसके लिए उसे मोटी रकम मिलती है। यही नहीं एक कसीनों में तो उजेकिस्तान की लड़कियां भी आसानी से अवेलबल हो जाती हैं। उनकी कीमत 5 से 6 हजार रुपए होती है। इन लड़कियों के साथ कई इंडियन की गिरफ्तारी भी नेपाल में हो चुकी है।

अभी तक नहीं हुई जमानत

नेपाल के अंदर अभी कुछ दिन पहले तीन उज्बेकिस्तान की तीन लड़कियों के साथ एक शख्स पकड़ा गया था। इसकी आज तक जमानत नहीं हो पाई है।

दिल्ली तक से आती है गाड़ी

लक्जरी गाडि़यां नेपाल के कसीनों तक फ्री में लोगों को पहुंचाती हैं। इसके लिए डेली जाने वालों को एक कार्ड मिलता है। इसके जरिए दिल्ली, लखनऊ और गोरखपुर से आराम से नेपाल तक खेलने वाले जाते हैं।

ैक्ट फिगर

भैरहवां में जुआ घर- 6

हर दिन जाने वाले यंग्सटर्स- 1000-1500

एक दिन में इतने रुपए का होता है वारा-न्यारा- 30-35 लाख

गोरखपुर से नेपाल की दूरी- 100 किमी

बर्बाद हो रहा परिवार

केस-1-

गोरखपुर के हजारीपुर का एक युवक नेपाल में जुआ खेलने के दौरान लाखों रुपए हार गया। यही नहीं उसने अपनी नई बुलेट को गिरवी रख पैसा उठा लिया और वो भी हार गया। इसके बाद उसने नेपाल के डांडा नदी में कूदकर जान दे दी।

केस-2

हुमायूपुर के स्वर्ण व्यवसायी को कसीनों की ऐसी लत लगी कि उसने अपनी पुरानी दुकान भी बेच दी। इससे भी मन नहीं भरा तो उसने अपना घर भी जुआ के लिए बेच दी।

केस-3

गोरखपुर के शमशाद को कसीनों की ऐसी लत लगी कि वो टप्पेबाजी और चोरी करने लगा। पुलिस द्वारा रविवार को शमशाद के पकड़े जाने पर इस बात का खुलासा हुआ। उसने अभी तक 35 लाख रुपए टप्पेबाजी कर कसीनों में लुटा दिए हैं।