- शाहपुर एरिया के राधिका कांप्लेक्स की घटना
- दिल्ली में रहकर नौकरी करता था अमरनाथ
GORAKHPUR: शाहपुर एरिया के असुरन स्थित राधिका कांप्लेक्स की तीसरी मंजिल से युवक कूद गया। घटना सैटर्डे इवनिंग करीब चार बजे हुई। युवक की हरकत से लोग सकते में आ गए। गंभीर हाल युवक को मेडिकल कालेज में एडमिट कराया गया। युवक के पास से एक सुसाइड नोट पुलिस ने बरामद किया। उसके फैमिली मेंबर्स से पूछताछ करके पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी है। पुलिस का मानना है कि घर में हुए किसी विवाद के बाद उसने आत्मघाती कदम उठाया है।
नोएडा में करता था जॉब
दीवान बाजार निवासी रघुनाथ रेलवे में जूनियर इंजीनियर पद से दिसंबर मंथ में रिटायर हुए। उनके तीन बेटे और एक बेटी है। बड़ा बेटा अमरनाथ, नोएडा में रहकर एक सिक्योरिटी एजेंसी में जॉब करता था। दूसरे नंबर का महेंद्रनाथ और तीसरे नंबर का नरेंद्रनाथ पढ़ाई करता है। रिटायर होने के पहले रघुनाथ ने बड़े बेटे अमरनाथ को घर बुला लिया। ख्8 दिसंबर को नोएडा से अमरनाथ भी घर आ गया।
प्लाट पर जाने की थी जिद
रघुनाथ ने बताया कि बड़ी फैमिली होने से वह धरमपुर में किराये पर रहते हैं। घर बनवाने के लिए पादरी बाजार में तीन डिस्मिल जमीन खरीदी है। ट्यूज्डे को भूमि पूजन के बाद मकान का निर्माण शुरू कराने की तैयारी घर में चल रही थी। सैटर्डे को अचानक अमरनाथ ने प्लाट पर जाने का मन बनाया। भाइयों ने दो दिन इंतजार करने की बात कही। अपनी जिद पर अड़ा अमरनाथ दोपहर में करीब डेढ़ बजे छोटे भाई महेंद्र से बात करके घर से निकला। वहां से सीधे अपने दोस्त से मिलने राधिका कांप्लेक्स में चला गया। थोड़ी देर बाद वहां से अमरनाथ ने नरेंद्र को फोन किया। दवा खरीदने की बात करके उसको राधिका कांप्लेक्स बुलाया। इसके बाद अचानक वह तीसरे मंजिल से फर्श पर गिर गया। सिर में गंभीर चोट लगने की वजह से वह अचेत हो गया। लोगों ने उसको मेडिकल कालेज के ट्रामा सेंटर पहुंचाया।
मेरे माता-पिता को मिले न्याय
कांप्लेक्स में शॉप चलाने वालों की सूचना पर पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने अमरनाथ के पास मौजूद कागज का टुकड़ा बरामद किया। कागज पर लिखा था कि जमीन के विवाद में मेरे माता-पिता को न्याय दिया जाए। युवक की हालत गंभीर होने से पुलिस उससे बात नहीं कर सकी। अमरनाथ के छोटे भाइयों ने कुछ मीडिया कर्मियों से बदसलूकी भी की। किसी तरह की जानकारी देने से इंकार कर दिया। हालांकि अमरनाथ की मां कौशिल्या ने बताया कि नोएडा में रहकर जॉब करने वाले बेटे को घर से भी जेब खर्च भेजा जाता था। बेटों की खुशी के लिए हर मांग पूरी की जाती थी। हालांकि मंझले बेटे और छोटे बेटे मां-पिता को किसी से भी बात करने से मना कर रहे थे।
घटना के तुरंत बाद युवक का भाई पहुंच गया। घर में किसी बात को लेकर युवक नाराज था। इस मामले में फैमिली मेंबर्स से बातचीत करके जानकारी ली जा रही है।
राधेश्याम राय, एसओ शाहपुर