गोरखपुर (ब्यूरो)।उसे ऐसा करते देख परिवार के लोगों की नजर उसपर पड़ गई। बच्चों के चीखने-चिल्लाने पर आसपास के लोग भी पहुंच गए। परिवार के लोगों ने उसके हाथ से चाकू छीना और इलाज के लिए तत्काल बीआरडी मेडिकल कॉलेज ले गए।
एक्सीडेंट के बाद डिप्रेशन में चला गया युवक
गोरखनाथ इलाके के शास्त्रीपुरम ईडब्लूएस 28 के रहने वाले अनिल कुशवाहा गीडा की एक फैक्ट्री में प्राइवेट जॉब करते हैं। परिवार में उनकी पत्नी के अलावा एक बड़ा बेटा अभिषेक (25) और एक बेटी है। परिवार के लोगों के मुताबिक, अभिषेक पहले आरओ पानी की सप्लाई का काम करता था। लेकिन, जनवरी महीने में उसका एक्सीडेंट हो गया। जिसमें वह बुरी तरह से घायल हो गया था। तभी से वह घर पर ही रह रहा है। परिवार के लोगों के मुताबिक, एक्सीडेंट के बाद से ही अभिषेक डिप्रेशन में चल रहा है।
गर्दन पर लगे टांके
कभी वो अपने काम को लेकर परेशान रहता था, तो कभी किसी बात को लेकर। हालांकि, परिवार के लोग लगातार उसे समझाते रहते थे। बुधवार की शाम घर में सभी लोग मौजूद थे। अचानक किसी बात पर अभिषेक नाराज हो गया और घर में रखा सब्जी काटने का चाकू लेकर उसने अपनी गर्दन पर रेत दिया। जिससे उसकी गर्दन कट गई। उसे ऐसा करते देख उसकी छोटी बहन की नजर उसपर पड़ गई और वो शोर मचाने लगी। आसपास के लोग भी पहुंच गए और फिर उसे बीआरडी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। जहां, गर्दन में गहरे जख्म होने की वजह से कई टांके लगे हैं।