- शोहरतगढ़ में हुई सांप्रदायिक हिंसा में गिरफ्तार बंदियों से मिलने जा रहे थे योगी, जगदंबिका पाल
- सिद्धार्थनगर-महराजगंज बार्डर पर दिया धरना, प्रशासन ने दोषियों को पकड़ने का दिया आश्वासन
GORAKHPUR : सिद्धार्थनगर जिले के शोहरतगढ़ में ताजिया जुलूस के दौरान हुए सांप्रदायिक तनाव के बाद घटनास्थल जा रहे सदर सांसद योगी आदित्यनाथ को गिरफ्तार कर लिया गया। गुस्साए योगी आदित्यनाथ सिद्धार्थनगर-महराजगंज बार्डर के बेलसड़ मोड़ पर ही धरने पर बैठ गए। प्रशासन ने सांसद की मान-मनौव्वल में कोई कसर नहीं छोड़ी, न मानने पर मंगलवार शाम 4.20 बजे पुलिस ने योगी आदित्यनाथ को डुमरियागंज के सांसद जगदंबिका पाल व सैकड़ों समर्थकों के साथ गिरफ्तार कर लिया।
दिन भर चला मान-मनौव्वल
24 अक्टूबर को हुई सांप्रदायिक हिंसा की जानकारी के बाद सदर सांसद व गोरक्षपीठाधीश्वर ने मंगलवार को सिद्धार्थनगर की जिला जेल जाने का एलान किया। प्रशासन को पता चलते ही उन्हें मनाने की कोशिशें शुरू हो गई। योगी नहीं माने और मंगलवार सुबह करीब 11.30 बजे गोरखनाथ मंदिर से निकल गए। लगभग 1 बजे के वह फरेंदा पहुंचे। वहां पहले से मौजूद महराजगंज जिले के एसपी ने उन्हें रोककर मनाने की कोशिश की, लेकिन योगी आगे बढ़ गए।
धारा 144 का दिया हवाला
योगी आगे बढ़ते हुए दोपहर करीब 1.40 बजे सिद्धार्थनगर-महराजगंज बार्डर स्थित बेलसड़ मोड पहुंचे। वहां सिद्धार्थनगर के डीएम और एसपी ने उन्हें रोक कर बताया कि जिले में पंचायत चुनाव के चलते धारा 144 लागू है इसलिए आप नहीं जा सकते। प्रशासन की रोक के बाद हिन्दू युवा वाहिनी के प्रदेश प्रभारी राघवेंद्र सिंह सैकड़ों समर्थकों के साथ वहीं धरने पर बैठ गए। काफी प्रयास के बावजूद जब योगी आदित्यनाथ हीं माने तो मजबूर होकर पुलिस-प्रशासन ने सांसद योगी आदित्यनाथ, डुमरियागंज सांसद जगदंबिका पाल, पूर्व विधायक बजरंग बहादुर सिंह, हियुवा के राघवेंद्र सिंह और सुनील सिंह सहित सैकड़ों समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया।
यह था मामला
सिद्धार्थनगर जिले के शोहरतगढ़ नगर पंचायत में 24 अक्टूबर की शाम लगभग सवा पांच बजे निकले ताजिया जुलूस के दौरान नारेबाजी को लेकर जमकर बवाल हुआ था। एक पक्ष का आरोप था कि जुलूस जैसे राम जानकी मंदिर के पास पहुंचा, वहां आपत्तिजनक नारे लगाए गए। जिसके बाद दोनों समुदाय आमने-सामने आ गए और दोनों पक्षों में जमकर पत्थरबाजी हुई। इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई। हालांकि पुलिस ने दोनों पक्षों के बीच हुए बवाल के दौरान किसी की भी मौत होने की सूचना से इन्कार कर रही है। इसके बाद पूरे नगर पंचायत में तनाव फैल गया। प्रशासन ने उसके बाद शोहरतगढ़ नगर पंचायत में कफ्र्यू लगा दी। पिछले चार दिन शोहरतगढ़ में कफ्र्यू लगा हुआ है। मामले में एक ही पक्ष के 14 लोगों की गिरफ्तारी की गई थी। इन्हीं बंदियों से मिलने योगी आदित्यनाथ जिला जेल जा रहे थे। वहीं पुलिस प्रशासन ने योगी जी को 24 घंटों के अंदर उपद्रवियों की पहचान कर गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है।