GORAKHPUR : बीतते साल में सिटी को काफी ऐसा कुछ मिला जिससे लोगों का सहूलियत हुई। पढ़ें ख्0क्ब् का लेखा जोखा।

परिवहन

बीते साल में यूपी रोडवेज गोरखपुर रीजन ने यात्रियों के लिए काफी सुविधा मुहैया कराई। हालांकि कुछ योजनाएं कागजों पर ही हैं। हालांकि उम्मीद है कि नए साल में वे भी कागजों से बाहर निकलेंगी।

- डेली सफर करने वाले बस पैसेंजर्स के लिए स्मार्ट कार्ड की सुविधा शुरू की गई।

-पब्लिक इंफॉर्मेशन सिस्टम शुरू किया गया।

-लखनऊ और सोनैली रूट पर यात्री प्लाजा खुला।

-यात्रियों के लिए व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम सर्विसेज।

-यात्रियों की सुरक्षा और रोडवेज इंप्लाईज पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए।

-यात्रियों की डिमांड पर गोरखपुर-खजनी-गोला, परतावल-मेहदावल, शिकारपुर-घुघली, बड़हलगंज-गोला, पडरौना-तमकुही रोड, गौरीबाजार-हाटा व गोरखपुर-कटघर-विगही-बरौल रूट पर बसे चलाई गईं।

- इस वर्ष क्,99,ख्ब्,00,000 रुपए की कमाई की। पिछले साल के तुलना में ख्0,म्0,00,000 रुपए की बढ़ोत्तरी हुई है।

-ख्0क्ब् में फ्,ब्भ्,00,000 यात्रियों ने बस से सफर किया।

एक नजर एजुकेशन पर

-बीएड सेशन (ख्00भ्-0म्) मामले को वीसी ने नये सिरे मामले को उजागर किया और इस सेशन में पास स्टूडेंट्स की डिग्री अवैध हो गई।

-काफी जद्दोदहद के बाद बीपीएड सेशन (ख्0क्फ्-क्ब्) के एग्जाम कंडक्ट कराए गए।

-कॉलेज प्रशासन और यूनिवर्सिटी प्रशासन के बीच स्टूडेंट्स पिसते रहे। डीडीयू एडमिनिस्ट्रेशन ने बीएससी कंप्यूटर साइंस (ख्0क्फ्-क्ब्) के स्टूडेंट्स का रिजल्ट डिक्लेयर करने का डिसीजन लिया।

-बैचलर ऑफ फिजियोथिरैपी और बीएससी एमएलटी के कोर्स को परिनियमावली में शामिल न किए जाने के चलते रिजल्ट डिक्लयेर नहीं किए गए। लेकिन हंगामे और धरना-प्रदर्शन के बाद दोनों कोर्स को राजभवन से परिनियमावली में शामिल किया गया।

-डीडीयूजीयू हॉस्टल में अवैध कब्जेधारियों को यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पुलिस प्रशासन की मदद से कब्जेधारियों के कब्जे से खाली कराया गया।

आरटीओ डिपार्टमेंट

- ऑन लाइन टैक्सेज जमा करने की सुविधा शुरू।

-स्मार्ट ड्राइविंग लाइसेंस सर्विसेज शुरू की गई।

-वीवीआईपी और वीआईपी नंबर के एलॉटमेंट के लिए ऑन लाइन एलॉटमेंट सर्विसेज शुरू।

सिटी की सूरत बदल दी योजनाओं ने

ख्0क्ब् भी कई सौगातें गोरखपुराइट्स को मिली। इनसे गोरखपुर भले ही मेट्रो सिटी न बन पाया हो, लेकिन एक कदम जरूर बढ़ाया। जीडीए, जीएमसी, जलनिगम और गीडा ने अपनी योजनाओं से सिटी को चमकाने का काम किया और गोरखपुर के एक नई पहचान देने में कामयाबी हासिल की।

गीडा ने दिया मास्टर प्लान

ख्0क्ब् की सौगात गीडा का मास्टर प्लान रहा। इस मास्टर प्लान में गीडा ने गोरखपुर के इंडस्ट्रीयल एरिया को डेवलप करने के लिए खाका तैयार किया। जिसमें गीडा की कई योजनाएं हैं, जो आने वाले समय में गोरखपुर की एक नई पहचान देगा।

नगर निगम की सौगात

-रामगढ़ताल के सौंदर्यीकरण का पहला चरण पूरा।

- सिटी का गंदे पानी को साफ करने के लिए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट शुरू।

- नौसड़ से लेकर महादेव झारखंडी टुकड़ा नंबर क् तक पाइप लाइन का विस्तार

-क्क्00 सड़कों का निर्माण नगर निगम ने किया।

-जल जमाव से सिटी को मुक्त कराने के लिए क्0 नए नालों का निर्माण

- ऑनलाइन कंप्लेन सेंटर की शुरुआत।

-जीएमसी ने इस साल अतिक्रमण हटाने को लेकर सख्ती दिखाई। नजीता हुआ कि सड़के चौड़ी हुई।

जीडीए की सौगात

जीडीए ने इस साल सैकड़ों लोगों को आशियाना देने का काम किया। यशोधरा फ्लैट योजना में ख्भ्ख् लोगों को फ्लैट मिले, बसुंधरा आवासीय भूखंड के तहत क्फ्8 लोगों प्लाट दिए गए। साथ ही अमरावती निकुंज योजना के तहत एचआईजी के म्0 फ्लैट पब्लिक को वितरित किए गए। साथ ही जीडीए ने अपनी तीन कॉलोनियों में स्थायी बिजली कनेक्शन दिए। सिटी के क्0 चौराहों के चौड़ीकरण की शुरुआत की गई साथ ही जीडीए के फ् पार्क का सौंदर्यीकरण पूरा किया गया।

बिजली ने भी दी कुछ राहत

बिजली विभाग ने भी बीते साल कुछ सौगातें दी। इससे लोकल स्तर पर होने वाली कटौतियों में कुछ हद तक कमी आई। साथ ही गली मोहल्लों के होने वाले भी फॉल्ट को भी कंट्रोल करने के लिए बिजली विभाग ने काम शुरू किया।

-टाउनहाल, रानीबाग और पादरीबाजार में नए सब स्टेशन

-रुस्तमपुर और शाहपुर सब स्टेशन की क्षमता बढ़ी।

-तारामंडल और बक्शीपुर सब स्टेशन पर बिजली सप्लाई के लिए फ्फ् हजार वोल्ट का नया फीडर।

-सहजनवां और कैंपियरगंज तहसील पर फ्फ् हजार केवीए का नया सब स्टेशन।

-ऑनलाइन बिलिंग सर्विस को और सुलभ बनाया

- नए बिजली कनेक्शन की कीमत कम हुई।

- सिटी में फ् नए बिलिंग सेंटर्स बने।

-अभियान के तहत काफी कंज्यूमर्स के मीटर चेंज किए गए।

- बिजली चोरी कराने के लिए लगातार तीन माह तक अभियान चला।

- नाइट में होने वाले फॉल्ट को कंट्रोल करने के लिए संविदा पर नाइट गैंग के कर्मचारियों की संख्या बढ़ी।

-क्क् फीडर्स को अंडरग्राउंड किया गया।

डिजिटल व‌र्ल्ड में रही हलचल

क्। मोबाइल यूजर्स के लिए मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग कंपनीज ने लांच किए स्पेशल गैजेट्स

ख्। लास्ट इयर क्0 हजार की रेंज में आने वाले ब् इंच के गैजेट्स की जगह क्0 हजार के अंदर अवेलबल हुए भ्.भ् इंच के गैजेट्स

फ्। कॉम्प्टीशन की वजह से रेप्युटेड मोबाइल कंपनीज को डाउन करने पड़े अपने रेट्स

ब्। बजट से भी दी काफी राहत, जिसकी वजह से और सस्ते हो गए मोबाइल

भ्। टैरिफ के साथ फ्री रोमिंग फैसिलिटी की भी हुई शुरुआत

म्। लास्ट इयर क् जीबी डाटा जहां 98 में था अवेलबल, उसके लिए अब यूजर्स को देना पड़ रहा है क्7म् रुपए

7. मोबाइल कंपनीज ने उठाया फायदा, चुपके से टैरिफ के रेट्स किए रिवाइज

8. नोकिया ने चीप रेंज में लांच किए एंड्रॉयड सीरीज के हैंडसेट्स

9. नोकिया को खरीदने के बाद फ‌र्स्ट टाइम यूजर्स के हाथों में आए माइक्रोसॉफ्ट के हैंडसेट्स

क्0. एंड्रॉयड यूजर्स को मिली दो अपडेट्स पहले एंड्रॉयड का किटकैट वर्जन हुआ लांच, उसके बाद लॉलीपॉप भी हाथों में पहुंचा।

पैसेंजर्स का रखा गया ख्याल

क्। पैसेंजर्स की सुविधा के लिए विभिन्न श्रेणियों में फ्778 कोच लगाए गए।

ख्। गर्मी में पैसेंजर्स को प्रॉब्लम न हो इसके लिए क्00 से ज्यादा स्पेशल ट्रेंस चलाई गई।

फ्। सभी ई क्लास स्टेशंस पर यूटीएस के माध्यम से 7भ् लोकेशंस पर ख्00 जनसाधारण बुकिंग सेवकों के थ्रू टिकट डिस्ट्रिब्यूशन की शुरुआत।

ब्। गोरखपुर, काठगोदाम और मंडुआडीह में मैकेनाइज्ड लांड्री की शुरुआत की गई।

भ्। एनई रेलवे के डिफरेंट रूट्स पर ट्रैक डबलिंग का वर्क किया गया कंप्लीट

म्। पैसेंजर्स के थ्रू रेलवे की इनकम में लास्ट इयर के मुकाबले क्8 परसेंट इजाफा हुआ।

7. अनाधिकृत तौर पर और बगैर बुक किए गए समानों के ब्.म्म् मामले पकड़े गए और ऐसे मामलों में ख्ख्.ख्7 करोड़ रुपए वसूल किए गए।

8. बाराबंकी-गोंडा, छपरा-सीवान-थावे और सीवान-भटनी रूट पर इलेक्ट्रिफिकेशन वर्क पूरा किया गया।

9. एनर्जी कंजर्वेशन के लिए एनई रेलवे के इलाहाबाद सिटी को स्टेशन कैटेगरी में पहला मुकाम हासिल हुआ।

क्0. एनई रेलवे की वॉलीबाल टीम ने पहली बार फाइनल में जगह बनाई

क्क्। एनई रेलवे की कबड्डी टीम ने जीता खिताब।

क्ख्। एनई रेलवे की मेंस और वुमेन हैंडबॉल टीम ने फाइनल पर कब्जा जमाकर रचा इतिहास।

क्फ्। मंडुआडीह से दौड़ी पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन।

क्ब्। ख्म् जोड़ी ट्रेंस में कोच की सफाई के लिए शुरू की गई ऑन बोर्ड हाउस कीपिंग फैसिलिटी।

क्भ्। फीमेल वेट लिफ्टर स्वाति सिंह ने ग्लास्गो में हुए कॉमन वेल्थ गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया।

क्म्। लोको रनिंग एंप्लाइज के लिए क्रू फ्रेंडली लॉबी डेवलप की गई।

पुलिस डिपार्टमेंट के लिए ख्0क्ब् मिक्स रहा

इस साल गोरखपुर ने चार एसएसपी देखे तो एसपी सिटी भी नए आए। क्राइम कंट्रोल के मामले में ख्0क्ब् कुछ खास नहींकहा सकता। एक तरफ रंगदारी के भूत ने पुलिस डिपार्टमेंट को हलकान किया तो सनसनीखेज लूट और मर्डर की घटनाओं ने पुलिस की सक्रियता की पोल खोल दी। लाल बहादुर मर्डर केस, खोराबार में डबल मर्डर केस ने पुलिस को खूब छकाया। इन सबके बीच पुलिस को खुश होने के कुछ मौके भी मिले। वह चंदन को तो नहींपकड़ सकी, लेकिन बाराबंकी पुलिस ने चंदन को अरेस्ट करके कुछ राहत दी। इस बीच सुधीर सिंह भी एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया। इन सबके बीच गोरखपुर पुलिस ने चंदन के कई साथियों को सलाखों के पीछे भेजा। वहींपुलिसिंग को नया आयाम देते हुए ख्0क्ब् में तत्कालीन एसएसपी ने व्हाट्सअप सेवा शुरू की।

इन घटनाओं ने हिला दिया गोरखपुर को

- गोरखपुर विश्व विद्यालय के सामने लाल बहादुर हत्या।

- कलर्स शॉप में चंदन उसके साथियों ने चलाई गोलियां

- अभिषेक जायसवाल मर्डर केस के आरोपी कलर्स लैब के मालिक ने खुद को गोली मारकर सुसाइड किया

- बेलीपार में आ‌र्म्स तस्कर की गोली मारकर हत्या

- चिलुआताल में नर्स के घर सनसनीखेज डकैती

- खोराबार में सनसनीखेज मर्डर केस

- महेवा चौराहे पर प्रापर्टी डीलर की गोली मारकर हत्या

एक साल में तीन कप्तान बदल गए

- प्रदीप यादव एसएसपी

- आकाश कुलहरि एसएसपी

- रामकृष्ण भारद्वाज एसएसपी