- गोरखपुर मंडल में बढ़ पापुलेशन से गोरखपुराइट्स के लिए बढ़ी मुश्किलें
GORAKHPUR : ह्यूमन पापुलेशन लगातार बढ़ती ही जा रही है। इसके साथ ही बढ़ रही है उनकी जरूरतें। ताजी हवा मिलने की बात भी बेमानी हो गई है। खेती के लिए उपयुक्त जमीन की कमी हो गई है। जिंदगी गुजारने की जद्दोजहद करने वाले एग्रीकल्चर लैंड के साथ ही जंगलों को काटकर घर बनाने में लगे हुए हैं। इसकी वजह से हरियाली गायब हो गई है। गोरखपुर में आज से 10 साल पहले जहां हर 10 मीटर पर एक पेड़ मिल जाता था, वहीं अब 100 मीटर चलने पर बमुश्किल बड़े पेड़ दिखाई देते हैं। ये संकेत है कि हमें आने वाली पीढि़यों की सलामती के लिए अभी से प्रयास करने होंगे। इसीलिए आई नेक्स्ट वर्ल्ड पापुलेशन डे पर अपने सभी रीडर्स से प्लांटेशन की अपील करता है ताकि हमारा कल बेहतर हो सके।
बढ़ती गई पेड़ों की कटान
गोरखपुर का पूर्वी हिस्सा जंगल से घिरा हुआ है। कुसम्ही जंगल एक टूरिस्ट स्पॉट के तौर पर डेवलप हुआ है। इन जंगलों में सागौन, साखू, शीशम, बेंत, जामुन, अर्जुन जैसे पेड़ पाए जाते हैं। कीमती लकड़ी के लिए पेड़ों की कटान बढ़ती जा रही है। पिछले 6 महीने में करीब 60 लाख की लकड़ी इन जंगलों से पकड़ी गई है। इसके अलावा शहर के भीतर भी ग्रीनरी में भारी कमी आई है जिसकी वजह से एयर पॉल्युशन काफी बढ़ गया है।
जनसंख्या वृद्घि है सबसे बड़ा रीजन
डीडीयूजीयू भूगोल डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉ। अजय निषाद की मानें तो तो 10 साल में 17 परसेंट जनसंख्या बढ़ गई है। जनसंख्या घनत्व 1300 प्रति वर्ग किमी। से अधिक है। इसकी वजह से एग्रीकल्चरल लैंड पर भी जनसंख्या घनत्व बढ़ता जा रहा है। उत्पादन में कमी होने की वजह से प्रति व्यक्ति खाद्यान उपलब्धता में भी कमी आई है। इतना ही नहीं सोशल एरियाज में जनसंख्या वृद्धि की वजह से स्वास्थ्य केंद्रों पर भी काफी भीड़ दिखाई देती है।
हर जगह पड़ा है इफेक्ट
जनसंख्या वृद्धि का इफेक्ट सिर्फ एक जगह नहीं, बल्कि सभी जगह पड़ा है। इससे जहां ट्रांसपोर्ट मीन्स की लिमिटेड तादाद होने की वजह से इस पर भी दबाव बढ़ना शुरू हो चुका है। ट्रेंस हों या फिर रोड ट्रांसपोर्ट के दूसरे साधन, सभी जगह पैसेंजर्स ओवललोडेड हैं। इतना ही नहीं रूरल एरिया की ज्यादातर आबादी ने इन दिनों शहर का रुख कर लिया है, जिसकी वजह से शहर पर भी दबाव बढ़ता जा रहा है। जरूरत की वजह से लोग अपनी सुविधा के लिए साजो सामान लेने में लग गए हैं। राह चलने के लिए आवागमन के साधनों में वृद्धि की वजह से हर वक्त जाम की प्रॉब्लम बनी रहती है।
17 परसेंट बढ़ गई जनसंख्या
2001 2011 वृद्धि
3769456 4440895 671439