- 44 करोड़ रुपए की बकाएदारी है नगर निगम पर
- राज्य वित्त का पैसा न आने से बरसात के पहले होने वाले सभी काम ठप
- सबसे अधिक काम सड़क और नाली निर्माण के हैं
GORAKHPUR: मानसून आने वाला है। बारिश तेज होते ही गोरखपुराइट्स को भारी प्रॉब्लम का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि नगर निगम द्वारा बारिश के पहले कराए जाने वाले निर्माण कार्य पर ग्रहण लग गया है। सबसे अधिक प्रॉब्लम सिटी की गलियों में होने वाली है। क्योंकि राज्य वित्त आयोग की ओर से मिलने वाला 77 करोड़ रुपए पर शासन ने रोक लगा दी है। रोक लगने के कारण नगर निगम के सारे काम ठप हो गए है।
300 नाली और 100 से अधिक सड़कों का काम ठप
नगर निगम के आंकड़ों की माने तो प्रत्येक बारिश के पहले लगभग 500 निर्माण कार्य सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से कराया जाता है। इसमें सबसे अधिक कार्य नाला और सड़क निर्माण का होता है। निर्माण विभाग की माने तो पिछले साल बारिश के पहले 700 निर्माण कार्य हुए थे। इसमें 550 नाली, 50 नालों और 100 के लगभग सड़कों के निर्माण कार्य हुए थे। इस बार भी लगभग 500 काम होने वाले थे। इसमें लगभग 300 नाली, 100 सड़क, 50 नाला और 50 अन्य काम होने थे। राज्य वित्त आयोग का पैसा न आने के कारण यह सारे काम पूरी तरह से ठप हो गए हैं।
44 करोड़ की देनदारी में फंसा नगर निगम
राज्य वित्त आयोग का पैसा न मिलने के कारण नगर निगम पर ठेकेदारों व फर्मो की 44 करोड़ रुपए की देनदारी में फंस गई है। पिछले दो माह से ठेकेदार नगर निगम का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उनको एक ही जवाब मिल रहा है कि राज्य वित्त आयोग का पैसा आते ही भुगतान कर दिया जाएगा।
काम न होने से क्या होगी प्रॉब्लम
तारकोल की बनी सड़क एक बारिश के बाद कमजोर हो जाती है। दूसरी बारिश में टूटने लगती है, इसके अलावा हर साल बारिश के पहले सिटी में सैकड़ों की संख्या में नाली निर्माण का काम किया जाता है। ऐसे में ये सारे काम ठप हो गए हैं। काम ठप होने से बारिश में कई तरह की प्रॉब्लम हो सकती है। क्योंकि जिस गली की नाली या सड़क टूटी होगी, उन एरिया में सबसे अधिक प्रॉब्लम का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि टूटी नालियों के कारण जल जमाव होगा और टूटी हुई सड़कों पर लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।