- पिछले तीन दिन से नगर निगम में पब्लिक लगा रही चक्कर

- दो दिन से चुनाव के चलते गायब थे कर्मचारी और आज वीआईपी के आगमन से अधिकारी गायब

- दोनों के न रहने से नगर निगम और बिजली विभाग में परेशान हुई पब्लिक

GORAKHPUR: पंचायत चुनाव और लगातार हो रहे वीआईपी दौरे ने पब्लिक की परेशानी बढ़ा दी है। पिछले तीन दिनों से नगर निगम ऑफिस में जहां अघोषित बंदी सा माहौल है, वहीं बिजली से जुड़े काम कराने के लिए भी पब्लिक खासा परेशान रही। चुनाव समाप्त होने के बाद बुधवार को नगर निगम तो खुला, लेकिन जिले में दो-दो वीआईपी के आने के कारण नगर निगम में बंदी सा ही माहौल रहा। अपना काम पूरा कराने के लिए पब्लिक तो पहुंची, लेकिन कभी कर्मचारी, तो कभी अफसर गायब मिले। इन दोनों के इस घालमेल में पब्लिक को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

नगर निगम को भी हुआ नुकसान

नगर निगम में रेंट और टैक्स विभाग की मानें तो डेली सात से आठ लाख रुपए का टैक्स जमा हो रहा है, लेकिन पिछले तीन दिन से हुई अघोषित बंदी की वजह से नगर निगम को करीब 20 से 25 लाख रुपए का नुकसान हुआ। लोग टैक्स जमा करने नगर निगम तो आए, लेकिन कर्मचारियों के न होने के कारण टैक्स नहीं जमा हो सका। वहीं पिछले तीन दिनों में नगर निगम में करीब 10 मामलों की भी सुनवाई नहीं हो पाई। सबसे अधिक परेशानी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने वालों की हुई। वह किसी तरह आए, लेकिन कर्मचारियों के न होने के कारण उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा।

फिर हो सकती है अघोषित बंदी

जिले में तीसरे चरण का चुनाव पांच दिसंबर को होना है। इसकी वजह से नगर निगम में एक बार फिर से बंदी का असर दिखने वाला है। चार दिसंबर को पोलिंग पार्टियां रवाना होगी, इसलिए जिन कर्मचारियों की डयूटी लगी होगी वह चार से ही ऑफिस नहीं आएंगे। इस तरह वह छह दिसंबर को ही वापस लौटेंगे। ऐसे में नगर निगम का लगभग आधा काम ठप हो जाएगा। चार और पांच दिसंबर को किसी भी प्रॉब्लम को लेकर आने पर निराशा ही हाथ लगेगी।