- एक अधिवक्ता और पूर्व प्रधान पर लगाया आरोप
- मुकदमे में कानूनी सलाह लेने गए दीवानी कचहरी
GORAKHPUR : कच्ची शराब के विरोध में उतरी महिलाओं को कचहरी में मनबढ़ों ने पीट दिया। फ्राइडे दोपहर हुई घटना में एक महिला अचेत हो गई। गुस्साए लोगों ने कैंट थाना रोड जाम लगाकर प्रदर्शन किया। कैंट पुलिस ने पब्लिक को समझाबुझाकर शांत कराया। अचेत महिला को उपचार के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया। पब्लिक ने कहा कि कच्ची शराब का विरोध करने की कीमत उनको चुकानी पड़ रही है। कभी पुलिस तो कभी कच्ची कारोबारियों के मददगार पीट रहे हैं।
मुकदमा दर्ज होने पर पहुंचे थे ज्ञापन देने
खोराबार एरिया के जंगल अयोध्या प्रसाद में कच्ची शराब का विरोध पब्लिक कर रही है। मंडे को पब्लिक ने शराब की भट्ठियों को तोड़ दिया। ट्यूज्डे को पब्लिक जमा होकर अभियान चलाने जा रही थी। तभी वहां पहुंचे इंस्पेक्टर ने माहौल खराब कर दिया। इंस्पेक्टर ने दो महिलाओं पर लाठी चला दी। पिटाई से गुस्साए लोगों ने पुलिस कर्मचारियों पर हमला कर दिया। पथराव में कांस्टेबल लक्ष्मण सिंह घायल हो गया। इस मामले में खोराबार थाना में पब्लिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया।
कानूनी सलाह लेने गए थे कचहरी
मुकदमा दर्ज होने के विरोध में पब्लिक ने डीएम ऑफिस पर प्रदर्शन किया। इसके बाद कुछ लोग अपने परिचित वकील से मिलने दीवानी कचहरी चले गए। आरोप है कि उनके गांव का एक पूर्व प्रधान आ गया। उसके साथ आए अधिवक्ता ने महिलाओं को उल्टासीधा कहना शुरू कर दिया। इसके विरोध में मंजू देवी और गिरिजा भी बोल पड़ीं। इससे नाराज लोगों ने दोनों महिलाओं की पिटाई शुरू कर दी। अफरातफरी मचने पर पब्लिक कसया रोड पर जमा हो गई। लोगों ने जाम लगाकर प्रदर्शन किया।
मुकदमे के आश्वासन पर हटे लोग
जाम लगने की सूचना पर इंस्पेक्टर कैंट श्रीधराचार्य पहुंच गए। पुलिस ने लोगों को शांत कराया। आरोपी अधिवक्ता और पूर्व प्रधान के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आश्वासन पर लोगों ने जाम हटाया। पब्लिक ने कहा कि कच्ची के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। पब्लिक ने पुलिस अधिकारियों को पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई।
अभी तक साथ नहीं आया कोई एनजीओ
सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ लड़ाई लड़ने का दावा करने वाले एनजीओ भी शांत हैं। खोराबार एरिया में कच्ची शराब के विरोध को लेकर पब्लिक लड़ाई लड़ रही है, लेकिन उनके साथ अभी तक कोई एनजीओ भी नहीं खड़ा हुआ। लोगों ने कहा कि कोई नेता भी उनकी मदद नहीं कर रहा। उल्टे पुलिस मुकदमे में फंसाकर सबको परेशान करने पर तुली है।
दो गुटों में बंटे खोराबार के सिपाही
कच्ची शराब बनाने और बेचने को लेकर सिपाही दो गुटों में बंट गए हैं। खोराबार थाना का एक गुट ऐसा है जो एसएचओ के साथ खड़ा है। दूसरा गुट इस मुद्दे पर पूरी तरह इंस्पेक्टर के खिलाफ है। सिपाहियों का कहना है कि इंस्पेक्टर ने जानबूझकर पब्लिक पर लाठी चलाई। इंस्पेक्टर की वजह से सारा माहौल खराब हुआ जिसमें सिपाही घायल हुआ। कुछ सिपाहियों ने कहा कि इंस्पेक्टर पर कार्रवाई के बजाय एसएसपी सिर्फ सिपाहियों को नाप रहे हैं।
बार-बार सिर्फ चेतावनी दे रहे कप्तान
गांवों में अवैध कच्ची शराब बनने और बिकने लेकर बवाल बढ़ता जा रहा है। एसएसपी प्रदीप कुमार ने साफ कहा है कि कच्ची बनने और बिकने की शिकायत पर थानेदार जिम्मेदार होंगे। हलका सिपाहियों को भी कसूरवार माना जाएगा। थाना क्षेत्र में कच्ची बनने की सूचना मिलने पर जांच कराई जाएगी। फैक्ट्री मिलने पर थानेदार ही उसका परिणाम भुगतेंगे। कच्ची पीने से मौत होने के बाद पुलिस-प्रशासन ने अभियान चलाया। कुछ दिनों बाद दोबारा भट्ठियां दहकने लगीं।
इन जगहों पर जमकर बनती है कच्ची शराब
सिटी से गुलरिहा, तिवारीपुर, राजघाट, खोराबार, पिपराइच, चिलुआताल, गोरखनाथ, शाहपुर और बेलीपार में कच्ची शराब का कारोबार जमकर होता है। कैंट एरिया के मोहद्दीपुर में ताल किनारे कच्ची की दुकानें लगने लगी हैं। पहले जहां एक दो दुकानों पर अवैध शराब बिकती थी। वहीं अब इनकी तादाद बढ़ती जा रही है। जिले में देहात एरिया में भी ईट-भट्ठों पर भी कच्ची शराब बनाई जाती है। कच्ची शराब बंद कराने के लिए कई बार प्रयास हुए, लेकिन इसका नतीजा शून्य रहा।
प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाबुझाकर शांत कराया गया। पिटाई करने के मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।
श्रीधराचार्य, इंस्पेक्टर, थाना कैंट