- डीआईजी से पीडि़ता ने मकान में कब्जा दिलाने की मांग की

- मकान के बंटवारे के विवाद में की गई पति की हत्या

GORAKHPUR: चार दिन पहले जेठ के हाथों अपने पति की जान गंवा चुकी नीतू तिवारी पुश्तैनी मकान के उसी हिस्से में रहकर अपने पति का क्रिया-कर्म करना चाहती हैं, जिसके विवाद में उनके पति की हत्या हुई है। उन्होंने डीआईजी शिवसागर सिंह से मिलकर न्याय की गुहार लगाते हुए गुरुवार को उस हिस्से पर अपना कब्जा लेने जाने की बात कही। डीआईजी से कहा कि इस दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना हुई तो उसकी जिम्मेदारी पुलिस की होगी। चार दिन पहले उनके पति वरुण तिवारी की मकान के इसी हिस्से के विवाद में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप उनके बड़े भाई अरुण तिवारी पर लगा था। नीतू ने बताया कि गुरुवार को 11 बजे वह अपने दोनों बेटों के साथ मकान पर काबिज होने जाएंगी।

वरुण के बाबा ने बनवाया था मकान

नीतू ने बताया कि मोहद्दीपुर में पूर्वाचल ग्रामीण बैंक वाली गली में स्थित मकान को उनके पति के बाबा ने बनवाया था। उन्होंने मकान को दो भाग में इसलिए बनवाया था कि दोनों पोते एक-एक भाग में रह सकें, लेकिन दोनों हिस्से पर उनके जेठ अरुण ने कब्जा कर लिया और एक हिस्से में किराएदार रख लिया। नीतू ने कहा कि उनके पास कहीं अपना घर नहीं है। कानपुर में ससुर द्वारा बनाए गए मकान में उनके हिस्से में 12 बाई 13 वर्गफुट का एक कमरा है। वह भी काफी जर्जर स्थिति में हैं। बताया कि दो छोटे-छोटे बच्चों को लेकर वह मोहद्दीपुर के मकान में रहना चाहती हैं।

सर, खाली कराएं कब्जा

डीआईजी से मांग की कि उनके हिस्से में उनके जेठ अरुण तिवारी ने अवैध रूप से जो किराएदार रखा है उसे खाली करावाएं। नीतू तिवारी ने कहा कि पति की हत्या के बाद वह पूरी तरह से असहाय हो चुकी है। जीविका का कोई साधन नहीं है जो सरकारी मदद मिल सकती है उसे भी डीजाईजी से दिलाने की मांग की है।

अरुण जेल में पत्‍‌नी फरार

प्रापर्टी को लेकर बड़े भाई अरुण तिवारी पर सगे छोटे भाई वरुण तिवारी की गोलियों से भून देने का आरोप है। पुलिस ने अरुण को गिरफ्तार कर लिया और हत्या में इस्तेमाल बंदूक भी बरामद कर ली। हत्या के मामले में पुलिस ने अरुण के साथ उनकी पत्‍‌नी के खिलाफ केस दर्ज किया है। अरुण जेल में है जबकि पत्‍‌नी फरार चल रही है।