- जिला पंचायत सदस्य से भिड़ीं एनजीओ संचालिका

- विवाद के बाद एसपी सिटी ने दिया मुकदमा दर्ज करने का निर्देश

GORAKHPUR: चौरीचौरा एरिया के सोनबरसा निवासी गजेंद्र प्रताप के बेटे राहुल उर्फ विश्वजीत का दो साल पहले अपहरण हो गया। बेटे की तलाश में मां सरस्वती देवी अफसरों की गुहार लगा रही है। आरोप है कि मामले में लापरवाही बरतने की वजह से नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं हो पा रही। सरस्वती ने एक माह पूर्व प्रशासन को चेतावनी दी थी कि बेटे की बरामदगी नहीं हुई तो वह ख्क् फरवरी को कलेक्ट्रेट में आत्मदाह कर लेगी। समय बीतता गया और ख्क् फरवरी आ गई। महिला अपने कहे मुताबिक आत्मदाह करने पहुंच गई। इस आत्मदाह की नौटंकी में एक एनजीओ की संचालिका भी शामिल हो गई। इसके बाद जो हुआ किसी नौटंकी से कम नहींथा

धरा रह गया चक्रव्यूह

सैटर्डे दोपहर करीब क्0 बजे चौरीचौरा के सीओ, एसओ ने फोर्स के साथ कैंपस के चारों तरफ 'चक्रव्यूह' रच दिया। एक बजे के लगभग महिला थाना की प्रभारी डॉक्टर शालिनी सिंह ने बताया कि प्रगति सहाय सरस्वती को लेकर आ रही है। इसके बाद पुलिस प्रगति की कार की तरफ पहुंची, लेकिन उसी वक्त दूसरे रास्ते से दाखिल होकर सरस्वती शहीद उद्यान में पहुंच गई। उसने हाथ में गैलन लिया था और अपना चेहरा ढंका था। उसे देखकर पुलिस उसकी तरफ लपकी। पार्क में मौजूद किसान यूनियन के लोगों ने महिला के हाथ गैलन ले लिया।

एडीएम सिटी ने की बातचीत

महिला के पार्क में पहुंचने पर एनजीओ संचालिका प्रगति सहाय, जिला पंचायत सदस्य निर्मला पासवान, कांग्रेस नेत्री सिंगेस देवी सहित अन्य महिलाएं पहुंचीं। पार्क से बाहर निकलने पर एडीएम सिटी बीएन सिंह पहुंचे। इस दौरान पुलिस ने गैलन ले लिया। एडीएम ने सरस्वती से बात करके कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने पुलिस को महिला को कैंपस से ले जाने का आदेश दिया। डीएम के पोर्च होकर पुलिस से घिरी सरस्वती पुलिस आफिस के सामने पहुंच गई। प्रगति सहाय उसका हाथ पकड़कर पुलिस अधिकारी की तरह ले जा रही थीं। मीडियाकर्मियों ने महिला को रोकर बात करने की कोशिश की। महिला अपनी पीड़ा बताने जा ही रही थीं कि तभी प्रगति ने उसे जबरन पुलिस जीप की तरफ ले जानी लगी। इसका विरोध जिला पंचायत सदस्य निर्मला पासवान ने किया। निर्मला ने कहा जब वह अपनी बात नहीं कह पाएगी तो न्याय कैसे पाएगी। इससे नाराज होकर प्रगति ने निर्मला के मुंह के जोरदार धक्का मार दिया। हंगामा बढ़ने पर महिला थानेदार प्रगति सहाय और पीडि़ता को लेकर महिला थाना चली गई।

सबके सामने हुई पूछताछ

करीब दो बजे एसपी सिटी हेंमत कुटियाल अपने दफ्तर में पहुंच गए। निर्मला पासवान मामले की जानकारी लेकर एसपी सिटी के दफ्तर में पहुंची। सिंगेस देवी, निर्मला ने मारपीट की शिकायत की। तहरीर देकर प्रगति के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। एसपी सिटी ने महिला थानेदार को तलब किया। वह प्रगति सहाय को लेकर एसपी दफ्तर में पहुंची। एसपी सिटी ने पहले एसओ से पूछा। उन्होंने कहा कि प्रगति ने किसी का जवाब देने से मना किया। हाथापाई नहीं हुई बल्कि धक्का मुक्की हुई। मैने कहा कि मीडिया वालों को बात करने दीजिए। रोकटोक मत करिए। महिला थानेदार की बात सुनने के बाद एसपी सिटी प्रगति सहाय की तरफ मुखातिब हुए। प्रगति सहाय ने कहा, मैं उनके खिलाफ भी मुकदमा लिखवाउंगी। मीडिया वालों ने भी मुझे गाली दी है। एसपी सिटी ने कहा कि आप सिर्फ इतना बताओ की सरस्वती कहां थी। प्रगति ने कहा कि सुबह से सरस्वती उसके साथ थी। वह उसको लेकर कलेक्ट्रेट आई। इतना सुनने के बाद एसपी सिटी बोले। अच्छा तो सुसाइड कराने के लिए साथ लेकर आई थी। उन्होंने प्रगति सहाय को पुलिस हिरासत में लेने का निर्देश महिला एसओ को दिया। निर्मला पासवान की एप्लीकेशन पर मुकदमा दर्ज करने को कहा। सीओ कैंट अतुल सोनकर को जांच करने को कहा।

मैंने सिर्फ इतना कहा कि पीडि़ता को मीडियावालों से बात करने दीजिए। इससे गुस्साई प्रगति सहाय ने मेरे मुंह पर धक्का मार दिया। वह मीडियावालों से गाली गलौज करने लगी।

निर्मला पासवान, जिला पंचायत सदस्य, मंडल कोआर्डिनेटर एससी, एसटी आयोग

लोगों ने मेरे साथ भी बदसूलकी की। मैंने किसी को रोका नहीं था। मेरी तहरीर पर भी मुकदमा दर्ज होना चाहिए। निर्मला पासवान और अन्य लोग जबरदस्ती कर रहे थे।

प्रगति सहाय, एनजीओ संचालिका

पीडि़त सरस्वती की मांग जायज है लेकिन विरोध का उसका तरीका गलत है। पुलिस को निर्देश दिया है कि अपहृत बच्चे की तलाश करे। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करे।

बीएन सिंह, एडीएम सिटी

प्रगति सहाय के खिलाफ मारपीट, गाली गलौज की शिकायत मिली है। वह आत्मदाह करने वाली सरस्वती को अपने साथ लेकर आई थी। इसलिए उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया गया है। सीओ कैंट इस मामले की जांच पड़ताल करेंगे।

हेंमत कुटियाल, एसपी सिटी