- पीपीगंज कस्बे में सोमवार को हुई घटना

- सरकारी मदद दिलाने के बहाने बुलाकर ले गई महिला

GORAKHPUR: पीपीगंज कस्बे में पांच हजार रुपए की सरकारी मदद दिलाने का झांसा देकर महिला दो माह का बच्चा लेकर गायब हो गई। बच्चे के परिजन बदहवास हाल कस्बे में भटकते रहे। घटना सोमवार की दोपहर हुई। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालकर पुलिस बच्चा लेकर भागने वाली महिला की पहचान करने की कोशिश में लगी है। महिला का मोबाइल नंबर पुलिस को क्लू दे सकता है। इस उम्मीद पर जांच में तेजी आ गई है।

खुद को बताया आशा कार्यकर्ता

रमवापुर निवासी परमानंद राजमिस्त्री हैं। उनकी जान पहचान एक महिला से हुई। खुद को आशा कार्यकर्ता बताकर महिला ने परमानंद को पांच हजार रुपए दिलाने का आश्वासन दिया। सरकारी मदद की उम्मीद में परमानंद ने महिला का मोबाइल नंबर ले लिया। सोमवार को बच्चे को लेकर परमानंद की पत्‍‌नी वंदना पीपीगंज पीएचसी पर गई। वंदना के साथ उनकी सास धनपति देवी भी थी। पहले से पीएचसी पर मौजूद महिला ने परिवार को फोटो खिंचवाने को कहा। फिर एसबीआई के पास सबको बुलाकर खुद बैंक में चली गई।

चुप कराने के लिए गोद में

थोड़ी देर बाद बैंक से लौटकर महिला आई। तभी अपनी मां की गोद में बच्चा रोने लगा। इस दौरान संदिग्ध महिला ने बच्चे को अपनी गोद में ले लिया। उसे पुचकारते हुए टहलने लगी। बैंक के आसपास भीड़ होने की वजह से वह लोगों के बीच में घुसकर बच्चे को खिलाती रही। तभी मौका पाकर महिला, बच्चे के साथ चली गई। उसके नजर न आने पर सास-बहू ने तलाश शुरू की। वंदना ने फोन करके परमानंद को जानकारी दी। परमानंद और उसके गांव के लोग भी पहुंचे। लोगों ने संदिग्ध महिला की तलाश कस्बे में की। लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। परेशान हाल दंपति रोते-बिलखते गांव लौट गए। पुलिस का कहना है कि महिला ने खुद को देवरिया का निवासी बताया था। लेकिन उसके संबंध में कोई जानकारी नहीं मिल सकी।