- महिला के मौत के बाद पति ने लगाया आरोप

-डॉक्टर्स और एसआईसी नकार रहे आरोप

GORAKHPUR:डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में टयूज्डे को आर्थो ओटी में महिला के मौत का मामला गरमा गया है। महिला के परिजन अब खुलकर आरोपी डॉक्टर्स के खिलाफ आ गए हैं। मृतका के पति ने डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के एसआईसी को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि डॉक्टर ने ऑपरेशन के लिए रुपए मांगे थे। न देने पर उन्होंने लापरवाही बरती गई और पेशेंट की जान चली गई।

सिटी के तिवारीपुर एरिया के बहरामपुर निवासी रामजस निषाद की पत्‍‌नी आरती देवी को कूल्हे की राड निकलवाने के लिए डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में भरती कराया गया था। उन्होंने डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के आर्थो सर्जन डॉ। अम्बुज श्रीवास्तव को दिखाया। सभी जरूरी जांच कराकर महिला को हड्डी वार्ड में एडमिट कराया गया। पति का आरोप है कि आर्थो सर्जन ने ऑपरेशन के लिए सात हजार रुपए मांगे, लेकिन गरीबी का हवाला देते हुए उनको सिर्फ ढाई हजार रुपये दिए, लेकिन वह नाराज हो गए। टयूज्डे को पत्‍‌नी को ओटी एनेस्थिसियन डॉ। रविशंकर शुक्ला ने भी रुपए की मांग की। जब पैसा नहीं दिया गया तो डॉक्टर्स ने अभद्रता की। मृतक के पति ने आरोप लगाया कि इसके बाद डॉक्टर जानबूझकर ऑपरेशन में लापरवाही की। इसके नाते पत्‍‌नी की मौत हो गई। लेटर में एसआई से संबंधित डॉक्टर्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।

पेशेंट की हालत गंभीर होने पर फैमिली मेंबर्स को इस बारे में बताया गया। पेशेंट को बचाने के का पूरा प्रयास किया गया, लेकिन मौत हो गई। पैसा मांगने के संबंध में पेशेंट के फैमिली मेंबर्स से कोई बात नहीं की। हम पर आनावश्यक रूम से दबाव बनाया जा रहा है।

डॉ। रवि शंकर शुक्ला

पैसा मांगने का मामला पूरी तरह से झूठा है। फैमिली मेंबर्स ब्लैकमेल कर रहे हैं। मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय डॉक्टर्स की टीम बनाई गई है। वे दो दिन के अंदर जांच कर रिपोर्ट सौंप देंगे।

डॉ। एचआर यादव, एसआईसी