- डाक विभाग नई दिल्ली मुख्यालय से सभी डाकघरों को भेजा गया आदेश

- खाता धारक अपने पासबुक को लेकर हो जाएं सजग, पासबुक को अपडेट के साथ-साथ रहे जागरुक

GORAKHPUR: डाक विभाग में खाता रखने वाले कंज्यूमर्स को सावधान रहने की जरूरत है। अगर आपने पोस्ट ऑफिस में अपना अकाउंट एजेंट के माध्यम से खुलवा रखा है, तो आपको काफी सावधान रहने की जरूरत है। आपकी थोड़ी सी लापरवाही आपको सलाखों के पीछे पहुंचा सकती है। वह इसलिए कि अगर आप डाक विभाग के खाता धारक हैं और आपके पास पासबुक नहीं है, तो आपके ऊपर कभी भी एफआईआर हो सकती है। इसको लेकर सभी डाकघरों में सूचना पहुंच चुकी है और वेरिफिकेशन भी स्टार्ट कर दिया गया है।

फर्जीवाड़े के बाद आया आदेश

डाक विभाग के मेन डाकघर में करोड़ों रुपए का फर्जीवाड़ा सामने आया। इसमें एजेंट न सिर्फ विभाग का बल्कि कंज्यूमर्स को भी लाखों रुपए लेकर फरार हो गए। इसके मद्देनजर डाक विभाग नई दिल्ली ने आदेश जारी किया कि अगर खाताधारक के पास उसकी पासबुक नहीं है, तो उसे पेमेंट न किया जाए। एमआईएस के लिए भी खाताधारक अपने एजेंट्स से ही पासबुक लेंगे। एमआईएस की रकम जहां एजेंट्स के थ्रू जमा हो सकेगी। वहीं पासबुक दिखाने के बाद ही उसका भुगतान हो सकेगा।

लाखों जमा लेकिन पासबुक नहीं

डाक विभाग नई दिल्ली से मिली जानकारी के मुताबिक, कई मामले ऐसे आए हैं, जिसमें खाता धारक के पास पासबुक नहीं पाए गए। ऐसे लोग लाखों-करोड़ों रुपए विभाग में जमा होने का दावा करते रहे, लेकिन उनके पास इसका कोई सुबूत नहीं था। गोरखपुर में करीब 18 खाताधारकों के साथ ऐसा हुआ था। इस नए आदेश के पालन के लिए डाक विभाग के उच्च अधिकारियों के पास आदेश भेज दिया गया है।

खाताधारक रहे सावधान

- बचत खाता हो या चालू खाता हमेशा पासबुक को अपडेट रखें।

- खाताधारक के पासबुक गायब होने पर तत्काल इसकी सूचना विभाग और नजदीकी पुलिस स्टेशन पर दें।

- पासबुक गायब होने पर अपने निकटतम डाक घर से डुप्लिकेट पासबुक बनवाएं।

- अगर एजेंट्स से खाता खुलवाया है, तो पासबुक की डिमांड जरूर करें।

- पैसा जमा करने के बाद उसकी रसीद जरूर लें या उसे पासबुक में जरूर अपडेट कराएं।

सभी खाताधारकों को पासबुक की पूरी जानकारी होनी चाहिए। जिसके पास नहीं है। वह अपने डाकघर से ले लें। अन्यथा खाताधारक की लापरवाही मानी जाएगी। किसी भी सूरत में बगैर पासबुक के पेमेंट नहीं होगा और कंज्यूमर्स पर एफआईआर भी हो सकती है।

- देवव्रत त्रिपाठी, एसएसपी, डाक विभाग गोरखपुर