गोरखपुर (ब्यूरो)।स्पेशल गेस्ट एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह, ओडि़शा के पूर्व डीजीपी कुंवर ब्रजेश सिंह, यूपीपीएससी के मेंबर प्रो। हरेंद्र प्रताप सिंह और राममनोहर लोहिया अवध यूनिवर्सिटी के पूर्व वीसी प्रो। जेसीआर जायसवाल रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता वीसी प्रो। राजेश सिंह ने की।

अपने उद्बोधन में माता प्रसाद ने कहा कि जब वो 1960 में यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट थे तब ये नई बनी थी। उस समय संसाधनों की कमी थी लेकिन आज ये यूनिवर्सिटी पूर्ण रूप से विकसित हो गई है। उन्होंने कहा कि विधानसभा के आगामी सत्र में वो गोरखपुर यूनिवर्सिटी को सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाने का संकल्प पेश करेंगे।

वैभव से उन्नति

एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि संघर्ष तथा अन्याय के खिलाफ प्रतिरोध करने का जज्बा मुझे गोरखपुर यूनिवर्सिटी से अपने छात्र जीवन में पढाई करते हुए मिला है। ज्ञान के वैभव से हम उन्नति शिखर पर जा सकते है। गोरखपुर यूनिवर्सिटी व्यक्तित्व निर्माण की नर्सरी है। इस यूनिवर्सिटी ने एक सुखद शैक्षिक परिसर का माहौल स्थापित किया है। प्रो। जीसीआर जायसवाल ने कहा मुझे गौरव की अनुभूति हो रही है कि जिस मातृ संस्था में मुझे पढऩे का अवसर मिला उस संस्था को नैक मुल्यांकन में ए++ ग्रेड मिला। प्रो हरेश प्रताप सिंह ने कहा कि कुछ भी छोटा बड़ा नही होता लगन और मेहनत से कुछ भी हासिल किया जा सकता है। कुंवर ब्रजेश सिंह ने पुराने दिनों को याद करते हुए बताया कि वो उस जमाने में गोरखपुर से नेट की परीक्षा को उत्तीर्ण करने वाले अकेले छात्र थे। उन्होंने बताया कि वो एक हजार रुपए फेलोशिप पाकर खुद को राजा समझते थे। सम्मेलन की प्रस्तावना यूनिवर्सिटी के पुरातन छात्र परिषद की अध्यक्ष प्रो। अनुभूति दुबे ने रखी। कार्यक्रम का संचालन प्रो। हर्ष सिन्हा किया और धन्यवाद ज्ञापन प्रो। धनंजय कुमार ने दिया।