गोरखपुर (ब्यूरो)। कुछ ऐसी ही कहानियां आज आपको बता रहे हैं, जिनमें परेशान पतियों ने हेल्पलाइन तक का सहारा लिया है। अलीगढ़ में 6 लाख का हार नहीं दिलाने पर पत्नी ने पति का हाथ तोड़ दिया। बिहार बेगूसराय में पति ने पत्नी को रील्स बनाने से रोका तो वाइफ ने बहन संग मिलकर उसकी हत्या कर दी। ये दो ताजा घटनाएं बता रही हैं कि पुरुष प्रताडऩा के मामले में तेजी से वृद्धि हो रही है। अमेरिका में पत्नी ने पति पर दहेज उत्पीडऩ का केस करा दिया। वजह सिर्फ यह थी कि पति को आईआईटी कानपुर में जॉब मिल गई थी और वह घर लौटना चाह रहे थे। अगर उत्तर प्रदेश की बात करें तो साल 2023 में भाई वेलफेयर सोसाइटी की हेल्पलाइन पर विभिन्न जिलों में पीडि़त 2100 पतियों की कॉल आई, जिन्होंने पत्नी से बचाने की गुहार लगाई।
ऐसे प्रताडि़त हैं पति
हेल्पलाइन नंबर पर आई कंप्लेन के अनुसार पत्नी झूठी शिकायतें, सोशल मीडिया पर झूठी इमोशनल पोस्ट, बच्चों से दूरी और पति को अनफिट साबित कर प्रताडि़त कर रही हैं।
पीडि़त के लिए हेल्पलाइन
बता दें, भाई वेलफेयर सोसाइटी देशभर पीडि़त पतियों को मदद देने के लिए काम कर रही है। पत्नी से प्रताडि़त पति की काउंसलिंग कर उन्हें सुसाइड और डिप्रेशन से बचा रही है। सोसाइटी ने हेल्पलाइन नंबर 9425400999 और 8882498498 जारी किए हैं। हर प्रदेश में कोर्डिनेटर बनाए गए हैं। यूपी में लखनऊ, आगरा और कानपुर में इसका ऑफिस है।
यूपी में इस तरह की आई कंप्लेन
। मिसबिहेव
। शारीरिक और मेंटली टार्चर
। शादी के बाद धोखा
। बलात्कार और दहेज का झूठा मुकदमा
। शादी के बाद भाग गई पत्नी
। प्रेमी से बात करती है पत्नी
। पत्नी को पढ़ाया, नौकरी लगने पर प्रेमी संग फरार
केस 1
अमेरिका नहीं रुके पति तो लिखवा दी एफआईआर
कानपुर निवासी व्यक्ति ने पत्नी के साथ रहकर अमेरिका से पीएचडी की। इसके बाद कानपुर आईआईटी में प्रोफेसर के पद लिए आवेदन किया। उसका चयन भी हो गया। उनकी पत्नी की इच्छा अमेरिका में रहने की थी। वहां रहने का दबाव बनाने के लिए पत्नी ने प्रोफेसर पति पर दहेज और मारपीट का झूठा मुकदमा लिखवा दिया।
केस 2
प्रेमी का विरोध किया तो लिखाया केस
उन्नाव निवासी एक व्यक्ति ने पत्नी को पढ़ाने में मदद की। पढ़ाई लिखाई के बाद पत्नी की सरकारी जॉब लग गई। इसके बाद पत्नी को किसी दूसरे व्यक्ति से प्रेम संबंध हो गया। पति ने प्रेमी का विरोध किया। इससे नाराज पत्नी ने पति के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज करा दिया।
क्या है वजह
संस्था के कोऑर्डिनेटर अनुपम दुबे ने बताया, कानून निर्माताओं ने ऐसा कानूनी इकोसिस्टम बनाया है। जहां पुरुषों को पत्नी, बच्चों और परिवार के लिए ट्रेडिशनल रोल निभाने की अपेक्षा की जाती है। लेकिन महिलाओं के ट्रेडिशनल रोल को उनके लिए अब्यूज या दुव्र्यवहार कहा जाता है। इसलिए महिलाएं कई जगह इसका मिस्यूज कर रही हैं। इस कारण परिवार के घरेलू झगड़े के वास्तविक कारण पीछे छूट जाते हैं और सबकुछ पति और उसके परिवार के खिलाफ आईपीसी की धारा 498-ए, डोमेस्टिक वॉयलेंस एक्ट और 125 सीआरपीसी के मामलों तक सीमित हो जाते हैं।
मरने की बात कर रहे पीडि़त
कोऑर्डिनेटर का कहना है कि अनेक लोग झूठे मुकदमें में फंसकर, घरवालों को कहीं से भी सहायता नहीं मिलती देख मरने की सोच ले रहे हैं। पुरुषों का मजाक ना बने। वह अपनी परेशानी और दर्द बता सकें, इसके लिए कई शहरों में वीकली मीटिंग की जा रही है, ताकि पीडि़त पुरुषों को अच्छा माहौल मिल सके।
2023 में आईं कंप्लेन
प्रदेश कंप्लेन
यूपी 2100
झारखंड 900
बिहार 600
उत्तराखंड 400
हेल्पलाइन नंबर
9425400999 और 8882498498
महिला कानून का मिस्यूज करने की वजह से पुरुष प्रताडि़त किए जा रहे हैं। बदनामी के डर से वह सुसाइड जैसे कदम भी उठा रहे हैं। हेल्पलाइन की मदद से उनकी काउंसलिंग कर उनकी कानूनी मदद और मोटिवेट किया जाता है।
अनुपम दुबे, कोऑर्डिनेटर, भाई वेलफेयर सोसाइटी