गोरखपुर (ब्यूरो)।ऐसा दृश्य देखकर गोरखपुराइट्स भी आश्चर्य में पड़ गए। गोरखपुराइट्स का कहना है कि ऐसा वीआईपी ट्रीटमेंट आखिर हमे क्यों नहीं मिलता। सड़क पर अवैध अतिक्रमण को हटाने की जिम्मेदारी वीआईपी मूवमेंट के दौरान ही क्यों निभाई जाती है। निगम प्रशासन, ट्रैफिक पुलिस और आरटीओ अमला नियमित कार्रवाई करता तो सड़क पर बेवजह पब्लिक को जाम में फंसकर परेशानी नहीं झेलनी पड़ती। पब्लिक को लगता था कि सोमवार को ही जाम अधिक होगा, लेकिन अब गोरखपुर में जाम की प्रॉब्लम आम हो गई है।

इस प्रॉब्लम पर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट रिपोर्टर अनुराग पाण्डेय ने एसपी ट्रैफिक श्याम देव से सीधी बात की।

एसपी ट्रैफिक से सीधी बात

रिपोर्टर: अभी पीएम आए थे, शहर की सड़कें बहुत चौड़ी दिख रही थीं?

एसपी ट्रैफिक: पीएम के आने से पहले ही उनके रूट से सभी अतिक्रमण हटा लिए गए थे, जिसके बाद गीता प्रेस तक की रोड चौड़ी हो गई।

रिपोर्टर: जब कोई वीआईपी आता है तो उस दिन अतिक्रमण हटाया जाता है। बाकी दिन क्यों नहीं?

एसपी ट्रैफिक: ऐसा नहीं है सड़कों से हमेशा अवैध अतिक्रमण हटाया जाता है। ठेले वाले मनमानी करते हैं। उन पर नगर निगम को कार्रवाई करनी चाहिए।

रिपोर्टर: ये उम्मीद की जा सकती है कि जहां से पीएम आगमन पर अतिक्रमण हटा लिया गया, वहां फिर अवैध कब्जा नहीं होगा?

एसपी ट्रैफिक: अवैध स्टैंड या फिर बेतरतीब गाडिय़ां कहीं भी सड़क पर खड़ी मिलीं तो उन पर चालान से लगाकर सीज तक की कार्रवाई की जाएगी। अन्य विभागों को भी आगे आना होगा। तभी पूरी तरह से अतिक्रमण हटाया जा सकता है।

रिपोर्टर: पुराने शहर में कई बड़ी मार्केट हैं, यहां भी जाम की समस्या कई वर्षों से है?

एसपी ट्रैफिक: अतिक्रमण तो नगर निगम हटाएगा। जाम ना लगे। ऐसी सड़कों पर वन वे या फिर फोरलेन गाडिय़ों को जाने से रोका जाएगा।

रिपोर्टर: ट्रैफिक जाम को देखते हुए शहर को इस प्रॉब्लम से निजात दिलाने के लिए क्या प्लान है?

एसपी ट्रैफिक: अभी कुछ ही दिन पहले ट्रैफिक की जिम्मेदारी मिली है। सिटी के हर एरिया का मैप तैयार किया जा रहा है। उसके हिसाब से नया प्लान तैयार कर लागू किया जाएगा।

ये चौराहे बने चुनौती

गोरखपुर के खास तौर से यूनिवर्सिटी चौक, धर्मशाला चौक, रेलवे स्टेशन चौक, बस स्टेशन, हरिओम नगर, अलहदादपुर, टीपी नगर, नौसड़ चौराहे पर ऑटो और ई रिक्शा वाले मनमानी करते हैं। कहीं भी गाड़ी खड़ी कर सवारी बैठाते उतारते हैं, जिससे जाम लगता है।

पुराने शहर में कोई रूल नहीं

गोरखपुर में पुराना शहर रेती चौक, घंटाघर, अलीनगर, विजय चौक, बक्शीपुर ये ऐसे इलाके हैं। जहां तंग गलियों में भी हर जगह सड़क पर अवैध कब्जा कर दुकानें चल रही हैं। यही नहीं सड़क पर जाम लगा तो उसे हटाने की भी जिम्मेदारी किसी की नहीं है। यहां नियमों की ऐसी तैसी कर मनमौजी चलती है, जिससे पब्लिक जाम में फंसकर परेशान होती है।