गैस्ट्रो से लेकर कॉर्डियो तक
सरकारी फैमिली सिटी में पहचान की मोहताज नहीं है। हो भी क्यों, जब इस फैमिली के लोगों ने फॉरेन में करियर बनाने और फ्यूचर संवारने से अधिक गोरखपुर में सेवा करने को प्रिफरेंस दिया हो। डॉ। माधवी सरकारी ने बताया कि सिटी में उनके ससुर डॉ। एनबीएस सरकारी ने 1974 में अपनी प्रैक्टिस स्टार्ट की थी। तब सिटी में एमडी मेडिसिन के बमुश्किल डॉक्टर थे। लोगों को इलाज के लिए लखनऊ या बनारस का रुख करना पड़ता था। तब सिटी में एक ऐसी बीमारी फैली थी, जो मौत का पर्याय बन चुकी थी। इस बीमारी का नाम भी डॉक्टर्स को मालूम नहीं था। तब डॉ। सरकारी ने ही बताया था कि इस मौत के पीछे इंसेफेलाइटिस है। समय बदलने के साथ अगर क्रिटिकल डिजीज का अटैक हुआ तो इस फैमिली के नए मेंबर्स भी स्पेशलिस्ट होकर सिटी की सेवा करने लगे। डॉ। सरकारी के बेटे, बहू, बेटी और दामाद ही नहीं बल्कि नाती भी डॉक्टर है। बेटे जहां गैस्ट्रो और न्यूरो के स्पेशलिस्ट हैं तो दामाद हार्ट के।
गोल्ड मेडलिस्ट फैमिली
सरकारी फैमिली को गोल्ड मेडलिस्ट फैमिली कहा जाए तो गलत नहीं होगा। क्योंकि इस फैमिली के सभी मेंबर्स गोल्ड मेडलिस्ट हैं। जिसका फायदा गोरखपुराइट्स को मिलता है। सिटी नहीं बल्कि गोरखपुर मंडल के साथ नेपाल और बिहार के लोग भी इलाज के लिए आते हैं। गैस्ट्रो और हार्ट में ये फैमिली बेस्ट है। डॉ। अनुज ने गैस्ट्रो में कई ऐसी क्रिटिकल सर्जरी की है, जो शायद दिल्ली में भी मुमकिन नहीं होती। पूर्वांचल में अभी न्यूरो सर्जन की कमी है। तो इस फैमिली का नया मेंबर डॉ। अविजित इसमें महारथ हासिल कर रहा है।
लेट डॉ। एनबीएस सरकारी - एमडी मेडिसिन
डॉ। अनुज सरकारी - गैस्ट्रो सर्जन
डॉ। माधवी सरकारी - एमडी मेडिसिन
डॉ। अमृता सरकारी जयपुरियार - एमएस गाइनी
डॉ। नवनीत जयपुरियार - डीएम कॉर्डियोलॉजिस्ट
डॉ। अविजित सरकारी - न्यूरो सर्जन
डॉ। छवि सरकारी - एमएस गाइनी
डॉ। रवि शेखर - एमडी मेडिसिन (अपेयरिंग)
डॉ। सागर - एमबीबीएस (अपेयरिंग)