- नेपाल के 3 लाख से ज्यादा क्यूसेक पानी छोड़ने से सभी नदियों का जलस्तर बढ़ा, आगे और बिगड़ेंगे हालात

GORAKHPUR: गोरखपुर शहर भले ही बारिश के लिए तरस रहा हो, लेकिन आसपास हुई बारिश ने अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है। नेपाल में हुई बारिश ने गोरखपुराइट्स की परेशानी बढ़ा दी है। बाढ़ के बनते हालात के मद्देनजर गोरखपुर से सिद्धार्थनगर, बढ़नी होते हुए गोंडा तक जाने वाली कई गाडि़यां बुधवार को दोपहर से निरस्त कर दी गई। गोरखपुर और आसपास के गांव में पानी भरने लगा है, इससे लोगों के होश उड़ गए हैं। राप्ती, रोहिन, घाघरा, कुआनो समेत अन्य तमाम छोटी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।

डोमिनगढ़ में नहीं बंद हुआ रिसाव

सिटी के डोमिनगढ़ बंधे के रेग्युलटर से पिछले 72 घंटों से हो रहा रिसाव अब भी जारी है। सिंचाई विभाग के जिम्मेदार सुबह-शाम लगे हुए हैं, लेकिन अब तक उन्हें कामयाबी नहीं मिल सकी है। हालत यह है कि पानी का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है और उनके सभी 'जुगाड़' पर पानी फिर गया है। मंगलवार को देर रात तक पानी रिसाव बंद करने की कोशिश करने के बाद भी जब कामयाबी नहीं मिली, तो बुधवार को इसकी कोशिशें तेज हो गई। सिंचाई विभाग के जिम्मेदार इस पर जल्द काबू पाने का दावा कर रहे हैं, लेकिन अब तक रिसाव बंद नहीं हो सका है।

अब आगे भी लगाई गई प्लाई व बोरी

पानी के रिसाव को रोकने की कोशिशों में लगे सिंचाई विभाग ने कई ट्रॉली बालू और मिट्टी वहां डाल दी है, लेकिन पानी का बहाव तेज होने की वजह से रिसाव नहीं रुका। बुधवार सुबह पानी धीरे-धीरे रिस रहा था, लेकिन दोपहर में जब प्लाई लगाकर बोरियां डाली गई, तो एकाएक पानी का दबाव और बढ़ जाने से पानी तेजी से रिसने लगा। वहीं वहां लगी प्लाई भी टूटने लग गई। दोपहर बाद पानी का रिसाव और तेज हो गया। जिसे जिम्मेदार रोकने की कोशिश में लगे रहे। काफी प्रयास के बाद भी उन्हें राहत नहीं मिल सकी थी।

तीन पंप से निकाला जा रहा पानी

पानी का रिसाव होने की वजह से पानी सीधा कालोनी की तरफ रुख कर रहा था। इसकी वजह से वहां के लोगों की हवाइयां उड़ गई। मंगलवार तक जहां दो पंप की मदद से पानी निकाला जा रहा था, वहीं बुधवार को एक और पंप चालू कर दिया गया। देर शाम तक तीन पंप की मदद से पानी निकाला जा रहा था। मगर रिसाव तेज होने की वजह से कॉलोनी का पानी वापस फेंकने में काफी समय लग रहा था।

बॉक्स- 1

आपदा को लेकर हुआ मंथन

नेपाल में हो रही बारिश ने प्रशासन की नींद भी उड़ा दी है। बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आपदा प्रबंधन को लेकर एक कार्यशाला आयोजित की गई। इसकी अध्यक्षता एडीएम एफआर डॉ। चंद्रभूषण त्रिपाठी ने की। उन्होंने बताया कि नेपाल में ज्यादा पानी बरसने की वजह से गोरखपुर में भी बाढ़ के हालात पैदा हो सकते हैं। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों से बाढ़ को लेकर सभी तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि संभव है कि 24 घंटे के अन्दर गोरखपुर भी प्रभावित हो सकता है। इसको देखते हुए उन्होंने बाढ़ चौकी, दवा, चारे, खाद्यान्न आदि की व्यवस्था पूरी रखने के निर्देश दिए हैं।

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बॉक्स-2

पड़ोसी जिलों में तबाही

नेपाल से सटे सिद्धार्थनगर और महराजगंज में बाढ़ ने तबाही मचा दी है। दोनों जिलों में सौ से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। उधर बस्ती जिले के हरैया में भी बाढ़ से कई गांव घिर गए हैं। यही हाल संतकबीर नगर, देवरिया और कुशीनगर का भी है।

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बॉक्स-3

यह ट्रेंस रहेंगी कैंसिल

- 75002 गोंडा-गोरखपुर पैसेंजर ट्रेन को बढ़नी-गोरखपुर के बीच कैंसिल

- 75003 गोरखपुर-बढ़नी पैसेंजर ट्रेन कैंसिल

- 75004 बढ़नी-गोरखपुर पैसेंजर ट्रेन कैंसिल

- 75008 गोंडा-गोरखपुर पैसेंजर ट्रेन को बढ़नी-गोरखपुर के बीच कैंसिल

शॉर्ट टर्मिनेट-

- 55031 नकहा जंगल-लखनऊ पैसेंजर ट्रेन को शोहरतगढ़-बढ़नी के के बीच कैंसिल

- 75002 डेमू के रेक को 55031 के मार्ग पर अप पैसेंजर स्पेशल के नाम से बढ़नी से गोंडा के बीच चलाया जाएगा

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बॉक्स-4

नदी जगह डेंजर लेवल करंट लेवल

घाघरा एल्गिन ब्रिज 106.0 मीटर 106.3 मीटर

घाघरा तुर्तीपार 064.2 मीटर 064.7 मीटर

घाघरा बरहज 066.5 मीटर 066.9 मीटर

राप्ती बर्डघाट 074.9 मीटर 074.1 मीटर

रोहिन त्रिमुहानीघाट 082.4 मीटर 083.3 मीटर

बूढ़ी राप्ती ककरही 085.6 मीटर 086.4 मीटर

गुर्रा नदी पिंडरा 70.5 मीटर 69.4 मीटर

कुआनो बस्ती 83.6 मीटर 80.21 मीटर

वर्जन

पानी का रिसाव अब भी हो रहा है। मगर इसका फोर्स पहले से कम हो गया है। कोशिश की जा रही है कि जल्द ही इसे काबू कर लिया जाए। सिंचाई विभाग की टीम लगातार काम में लगी हुई है।

- सुरेंद्र कुमार वर्मा, अधिशासी अभियंता, ड्रेनेज खंड