गोरखपुर (ब्यूरो)।नगर निगम 2006 से लगातार कूड़ा निस्तारण की दिशा में प्रयास कर रहा है, लेकिन एसडब्लूएम प्लांट के लिए जमीन खरीदने और उस पर बाउंड्री बनवाने से आगे कवायद नहीं बढ़ सकी। पहले चरण के तहत निर्माण पर करीब 28.40 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। दावा है कि शहर से निकलने वाले कचरे से खाद बनेगी। दूसरे चरण में जल्द ही कूड़े से खाद बनाने की मशीनें लगाने के लिए टेंडर निकाला जाएगा। साथ ही शहर से निकलने वाले कूड़े का निस्तारण किया जा सकेगा।
एकला बंधे के आसपास सांस लेना दूभर
गोरखपुर के एकला बंधे से शहर और ग्रामीण एरिया में रहने वाले लोगों के लिए इन दिनों सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। क्योंकि नगर निगम इनकी सांसों में जहर घोलने का काम कर रहा है। जी हां, चिलुआताल के बाद अब यहां पर नगर निगम शहर का कूड़ा गिरा रहा है। कूड़ा गिराने के बाद उसे आग लगाकर नष्ट किया जाता है। कूड़े से उठता धुआं गोरखपुर के शहर और ग्रामीण दोनों ही इलाके करीब 50 हजार से ज्यादा की आबादी को परेशान कर रहा है।
ये इलाके हैं प्रभावित
कूड़ा फेंकने वाली जगह से दो सौ मीटर के दायरे में फल मंडी, बर्फखाना, हांसूपुर, घंटाघर, बसंतपुर, एकला, नौसड़, बहरामपुर, पिपरी, इंद्राचक, ज्वाहरचक समेत कई अन्य इलाके हैं। यहां करीब 50 हजार लोग रहते हैं। आस-पास के लोग नगर निगम के खिलाफ विरोध भी करते हैं। उनका कहना है कि कई बार प्रदर्शन किया गया, बावजूद इसके समस्या का समाधान नहीं हो सका।
सीएंडडीएस का यह दावा
सहजनवां के सुथनी गांव में करीब 12 एकड़ में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट बन रहा है। संस्था की ओर से 99.50 परसेंट काम पूरा कर लिया है। निर्माण की जिम्मेदारी जल निगम की कार्यदायी संस्था सीएंडडीएस को है। कचरा रखने के लिए नगर निगम ने सहजनवां के सुथनी गांव में 20 एकड़ जमीन की खरीद की प्रक्रिया पूरी कर ली है। सुथनी में बने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट की क्षमता 500 टन प्रतिदिन की है। 20.40 करोड़ रुपए की लागत से फिनिशिंग प्रोडक्ट गोदाम, प्रोसेसिंग एरिया, कंपोस्टिक एरिया, प्यूरिंग एरिया और शौचालय आदि का निर्माण किया गया है।
फैक्ट फाइल
नगर निगम में वार्ड - 80
रोजाना निकलने वाला कूड़ा - 350 टन
रोजाना निकलने वाला गीला कचरा - 200 टन
कूड़ा का निस्तारण - अभी नहीं
कूड़ा गिराया जाता है - एकला बंधे पर
सफाईकर्मियों की संख्या - 3100
कूड़ा पड़ाव स्थल - 12
कूड़ा उठाने वाले वाहन - 400
सुथनी में बन रहा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट की बिल्डिंग का काम 99.5 परसेंट पूरा हुआ है। फेज एक के तहत निर्माण कार्य इस महीने पूरा होगा। 500 टन प्रतिदिन शोधन क्षमता वाले इस प्लांट में कूड़े से खाद बनेगी।
ओपी यादव, अवर अभियंता सीएंडडीएस