- डीडीयूजीयू एनएसएस छात्राओं ने छेड़छाड़ की घटना से किया इंकार
- आरोपी छात्रों को बताया निर्दोष, निष्पक्ष जांच के लिए एसपी सिटी से लगाई गुहार
GORAKHPUR: डीडीयूजीयू एनएसएस छात्राओं के साथ हुई छेड़छाड़ के मामले में एक नया मोड़ आ गया है। कल तक एनएसएस की जो छात्राएं अपने साथ हुए छेड़छाड़ की घटना को चीख-चीख कर बता रही थीं, वही छात्राएं थर्सडे को मुंह बांधकर प्रेसवार्ता करती हैं और अपने द्वारा लगाए गए आरोपों से मुकर जाती हैं। इतना ही नहीं जिन छात्रों को वो आरोपी बताकर पहले कार्रवाई की मांग कर रही थीं उन्हीं छात्रों को अब वो निर्दोष बता रही हैं। साथ ही उनका यह कहना कि उन्होंने ऐसा एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक के दबाव में किया था। क्क् दिन बाद छात्राओं के अचानक मुंह बांधकर प्रेसवार्ता करने से 'दबाव' शब्द पर सवाल खड़े हो गए हैं। लड़कियां पहले दबाव में थी या अब यह तो न्यायिक जांच के बाद ही पता चलेगा।
सवालों के घेरे में छेड़छाड़
क्-छेड़छाड़ का आरोप लगाते समय छात्राएं बिना किसी परदे के सबके सामने आई। फिर प्रेसवार्ता में मुंह पर कपड़ा क्यों बांधे रखा?
ख्-छेड़छाड़ हुआ नहीं तो फिर ख्फ् नवंबर की दोपहर डीडीयूजीयू के मेन गेट पर इन आरोपियों के खिलाफ अरेस्टिंग की मांग क्यों की गई?
फ्-क्या इन छात्राओं की उम्र इतनी कम थी कि किसी के बहकावे में आ जाएं?
ब्-आखिर घटना के क्क् दिन बाद ही उन्हें यह सुध क्यों आई कि उन्होंने झूठा आरोप लगाया है?
भ्-आखिर किसके दबाव में छात्राओं ने लड़कों पर आरोप लगाया?
म्-एनएसएस कॉर्डिनेटर न तो छात्राओं के मार्क्स काट सकते हैं और न ही उनका रिजल्ट रोक सकते हैं। ऐसे में आखिर छात्राएं उनके दबाव में कैसे आ गई?
7-एक आरोपी अमर सिंह पासवान की गिरफ्तारी हो गई तो आरोपियों को क्यों बेगुनाह बता रही हैं?
क्या है छेड़छाड़ में यू-टर्न
डीडीयूजीयू के एनएसएस डिपार्टमेंट में हुए छेड़छाड़ की घटना में पीडि़त छात्राओं ने थर्सडे को प्रेसवार्ता कर और एसपी सिटी से मिलकर अपनी बात रखी। पीडि़त छात्रा आंचल (काल्पिनक नाम) के साथ कई अन्य पीडि़त छात्राओं ने मिलकर एसपी सिटी को बताया कि ख्फ् नवंबर को छेड़छाड़ के मामले में आरोपी बनाए गए अमर सिंह पासवान, आदित्य त्रिपाठी, मनीष मिश्रा और अमन पाण्डेय के खिलाफ तीन धाराओं में दर्ज किए गए केस पूरी तरह से झूठी है। छात्र-छात्राओं को धोखे में रखकर उनसे हस्ताक्षर करावाया गया। इस पूरे मामले के मास्टर माइंड एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक हैं, जिनके विरुद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने एसपी सिटी से निष्पक्ष जांच के साथ-साथ बेगुनाह छात्रों को आरोप मुक्त करने की मांग की।
एनएसएस छात्राओं के साथ हुई छेड़छाड़ के मामले की जांच चल रही है। जो दोषी होगा उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
सतेंद्र कुमार, एसपी सिटी