GORAKHPUR: आर्थिक तंगी से जूझ रहे नगर निगम को पार्षदों ने एक बार फिर चूना लगाना शुरू कर दिया है। नगर निगम अपने पार्षदों को एक ब्रांडेड कंपनी का ब्रीफकेस दे रहा है। जो ब्रीफकेस पार्षदों को दिया जा रहा है, होलसेल मार्केट में उसकी कीमत 1200 रुपए है। कुल 81 पार्षदों को ये ब्रीफकेस दिए जाएंगे। ऐसे में नगर निगम पर 97,200 रुपए का अतिरिक्त भार पड़ने जा रहा है। बीते 31 मार्च को भी पार्षदों ने यात्रा भत्ता के नाम पर निगम को 1.20 लाख रुपए का चूना लगाया था। अगर ये पैसा नगर निगम में रहता तो शहर के कई छोटे-बड़े विकास कार्य हो जाते।
पैसे की बर्बादी
पार्षदों पर पानी की तरह बह रहे पैसे शहरी व्यवस्थाओं पर खर्च होने चाहिए थे। जल जमाव हटाने के लिए नगर निगम लगभग एक दिन में 50 हजार रुपए डीजल पर खर्च करता है। ऐसे में अगर ये 97,200 रुपए बचे रहते तो शहर को दो दिन तक जल जमाव मुक्त किया जा सकता था। जिन पार्षदों और अधिकारियों पर शहर को सुंदर और जल जमाव मुक्त करने की जिम्मेदारी है, वही नगर निगम को लूटने में लगे हुए हैं।