- एसटीएफ टीम ने मुठभेड़ में शार्प शूटर मेराज को भी किया गिरफ्तार
- खोराबार के फारेस्टर क्लब के पास रात में लूट की वारदात को अंजाम देने की बना रहे थे योजना
GORAKHPUR: मौत का खौफ किस कदर होता है यह जानने के लिए जरूरी नहीं है कि मौत से सामना हो। हर अपराधी की आखों में इसका खौफ साफ नजर आता है। खासतौर पर उस वक्त जब वह पुलिस की गिरफ्त में पहुंच चुका हो। ऐसा ही कुछ नजारा वेंस्डे नाइट देखने को मिला। काफी दिनों से फरार शातिर सुरेंद्र सिंह उर्फ गुड्डू कटाई एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया। पकड़े जाने के बाद वह काफी सहमा नजर आया, हर कदम पर उसकी धड़कनें तेज होती गई। आगे बढ़ने पर डर से कदम डगमगा रहे थे। उसको अब पता चल गया था कि उसके साथ क्या होने वाला है और उसका अंजाम क्या होगा। उसको क्या सजा मिलेगी यह फैसला, तो कोर्ट करेगी, लेकिन अपने कारनामों से उसने खुद ही अंदाज हो गया कि उसने जो गुनाह किए हैं, उसका क्या अंजाम होगा यह उसके आखों में छिपा डर साफ बयां कर रहा था।
वेंस्डे नाइट धरा गया शातिर
एसटीएफ टीम ने पीछले दिनों लखनऊ में इनामी बदमाश मोनू सिंह उर्फ चवन्नी को गिरफ्तार कर अपने नाम एक बड़ी कामयाबी हासिल की। वेंस्डे की रात टीम ने एक और सफलता अपने नाम कर लिया। रात लगभग 8.30 बजे खोराबार एरिया के कुसम्ही जंगल स्थित फॉरेस्ट क्लब के पास से 50 हजार इनामी शातिर बदमाश सुरेंद्र सिंह उर्फ गुड्डू कटाई और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से पुलिस कार्बाइन, पिस्टल, तमंचा, जिंदा कारतूस, लूट की बाइक और चार मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
जिला पंचायत चुनाव में हत्या की बना रहा था योजना
एसटीएफ से जुड़े सोर्सेज की मानें तो यह इनामी शार्प शूटर जिला पंचायत चुनाव में अपने प्रत्याशी के लिए हत्या और लूट की बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। चर्चित शातिर बदमाश चंदन सिंह अपने गैंग को सक्रिय करने के लिए जेल से ही प्लान बनाने में जुट गया था। गैंग के फरार चल रहे गुड्डू कटाई की एसटीएफ टीम को तलाश थी। एसटीएफ फील्ड यूनिट के अपर पुलिस अधीक्षक अरविंद चतुर्वेदी के निर्देश पर गोरखपुर एसटीएफ फील्ड यूनिट के पुलिस उपाधीक्षक विकास चंद त्रिपाठी के नेतृत्व में गठित टीम शातिर बदमाशों की तलाश में जुट गयी। पता चला कि जिला पंचायत चुनाव में अपने प्रत्याशी का जिताने के लिए हत्या को अंजाम देने की योजना बनायी जा रही है। इसके लिए गुड्डू कटाई के पास कार्बाइन, पिस्टल आदि कई असलहे हैं।
शुरू कर दी ताबड़तोड़ फायरिंग
वेंस्डे को एसटीएफ को यह सूचना मिली कि गुड्डू कटाई अपने साथी मेराज अहमद के साथ खोराबार एरिया के देवरिया रोड के समीप फॉरेस्ट क्लब के पास किसी बड़ी लूट की घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। हरकत में आयी एसटीएम की टीम ने मौके पर पहुंचकर चारों तरफ से घेराबंदी कर उनकी गिरफ्तारी का प्रयास किया, लेकिन शातिर बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। मुठभेड़ में एसटीएफ ने भी जवाबी फायरिंग की। काफी मशक्कत के बाद बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए शातिर अपराधी की पहचान सुरेंद्र सिंह उर्फ गुड्डू कटाई निवासी कटाई, कोतवाली जिला संतकबीर नगर और मेराज अहमद निवासी अहिरौली, पड़री मुंडेरा बाजार जिला बस्ती के रूप में हुई। उनके पास से भारी मात्रा में असलहे और जिंदा कारतूस बरामद किया गया।
उरुवा एरिया में हुए मुठभेड़ में मारा गया था विजय हरिजन
शातिर बदमाश गुड्डू जेल में बंद कुख्यात अपराधी चंदन सिंह का साथी है। उसके जेल जाने के बाद गैंग में संदीप सिंह, विजय हरिजन, राकेश सिंह, संजीव सिंह व मानू दुबे आदि को संगठित हुए। उन्होंने गोरखपुर एरिया में हत्या, रंगदारी और लूट की वारदात को अंजाम देकर सनसनी फैली दी थी। एसटीएफ ने 3 जनवरी 2015 को गैंग के सदस्य कृष्णा नंदन सिंह उर्फ नंदन, संदीप सिंह और राहुल सिंह को गिरफ्तार कर लिया। वहीं 17 जनवरी 2015 को उरुवा एरिया में हुए मुठभेड़ में विजय हरिजन को मार गिराया। इसी बीच मौका पाकर सुरेंद्र सिंह उर्फ गुड्डू कटाई फरार हो गया। फरार चल रहे गुड्डू कटाई को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस महानिदेशक ने 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
पहले रामजीत यादव गैंग के लिए करता था काम
इनामी शातिर बदमाश सुरेंद्र सिंह उर्फ गुड्डू कटाई एक कुख्यात अपराधी है। यह गोरखपुर आजमगढ़, महराजगंज ओर संतकबीरनगर में काफी आतंक का प्रयाय बना रहा। पहले वह आजमगढ़ के कुख्यात अपराधी रामजीत यादव गैंग से जुड़ा था। बाद में गोरखपुर के चर्चित अपराधी चंदन सिंह का साथ पकड़ लिया। इसके लिए कई हत्याएं और लूट की वारदात को अंजाम दिया। उसके खिलाफ गोरखपुर, संतकबीर नगर, महराजगंज ओर आजमगढ़ के विभिन्न थानों में 20 से अधिक अपराधिक मामले दर्ज हुआ था। इससे पहले 15 मई 2012 को गोरखपुर से ही गिरफ्तार किया गया था बाद में वह छुट गया था।
तीन महीने की कोशिश के बाद मिली कामसाबी
50 हजार इनामी सुरेंद्र सिंह उर्फ गुड्डू कटाई की धरपकड़ के लिए एसटीएफ टीम चूड़ीहारा, स्वास्थ्य कर्मी और पतरौल बनकर उनके ठिकानों पर दबिश देती रही, लेकिन फिर भी उसका पता नहीं चल पा रहा था। तीन महीने के प्रयास के बाद टीम को बड़ी सफलता मिली। खोराबार के कुसम्ही जंगल के पा गुड्डू कटाई और साथी मेराज अहमद को गिरफ्तार कर लिया गया। एसटीएफ टीम ने उनके पास से 1 कार्बाइन 9 एमएम, छह कारतूस, 32 बोर की एक पिस्टल, 315 बोर का एक तमंचा, बिना नंबर प्लेट की पल्सर बाइक और चार मोबाइल बरामद किया है।
कई घटना को दिया है अंजाम -
-कुख्यात अपराधी चंदन सिंह ने सिटी के व्यवसायी ताड़क जायसवाल से 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगी, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। इसके बाद चंदन के कहने पर गुड्डू कटाई अपने साथियों के साथ 8 सितम्बर 2014 को शॉप पर चढ़कर फायरिंग की थी। इसमें राजू जायसवाल और आशुतोष धर दुबे मारे गए।
-21 अक्टूबर 2014 को 12 लाख रुपये रंगदारी नहीं देने पर उरुवा एरिया के व्यापारी धर्मेद्र जायसवाल की शॉप पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गयी। शॉप पर खड़े एडवोकेट श्रीमंतानाथ श्रीवास्तव मारे गए।
-7 मई 2012 को छात्र संघ चौराहे पर पप्पू निषाद पर गुड्डू कटाई ने अमरजीत और अपने साथियों के साथ गोलीबारी की थी।
- शातिर बदमाश गुड्डू कटाई अमरजीत गैंग के साथ मिलकर कोतवाली महराजगंज एरिया में दिनदहाड़े सराफा व्यापारी के साथ लूटपाट की घटना को अंजाम दिया था।
फॉरेस्ट क्लब के पास से 50 हजार का इनामी गुड्डू कटाई और उसका साथ पकड़ा गया है। उसके पास से बड़ी तादाद में असलहे और सामान बरामद हुए हैं।
- विकास चंद त्रिपाठी, सीओ, एसटीएफ