- डीडीयूजीयू कैंपस में बनकर तैयार बीपीएड बिल्िडग में अब तक नहीं शुरू हुआ क्लास
- स्टूडेंट्स को आज भी कई मूलभूत सुविधाओं से होना पड़ता है वंचित
GORAKHPUR: बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन के स्टूडेंट्स को नई बिल्डिंग में पढ़ाई के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा। इस सेशन में भी यूनिवर्सिटी में बनी नई बिल्डिंग में बीपीएड की पढ़ाई नहीं हो पाएगी। इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के उदासीन रवैये के चलते आज भी इसमें छोटे-मोटे काम बाकी पड़े हैं, जिसकी वजह से इसमें पढ़ाई नेक्स्ट सेशन से ही शुरू हो सकेगी।
30 लाख से उपर का लग गया बजट
यूनिवर्सिटी कैंपस में 10 करोड़ की लागत से कई काम होने थे। इसमें भवन निर्माण, हॉस्टल रिपेयरिंग, टॉयलेट के साथ ही डिपार्टमेंट्स की रिपेयरिंग कराई जानी थी। इसी बजट में से यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने बीपीएड की बेहतर पढ़ाई के लिए क्रीड़ा संकाय भवन के बगल में अलग से बिल्डिंग का निर्माण कराया है। इसमें करीब 30 लाख से ज्यादा का बजट खर्च कर दिया गया, बावजूद इसके आज भी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रॉपर नहीं हो सका। इसकी वजह से बीपीएड की क्लासेज नहीं चल पा रही हैं। जबकि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने 2015-16 में बीपीएड की क्लासेज शुरू कराने का दावा किया था।
प्रैक्टिकल्स में होती दिक्कतें
क्रीड़ा संकाय से जुड़े इस डिपार्टमेंट में बीपीएड की पढ़ाई न होने से स्टूडेंट्स कई सुविधाओं से वंचित हो रहे हैं। फिजिकल एजुकेशन के टीचर विजय चहल और राजवीर सिंह की मानें तो बीपीएड कोर्स स्पोर्ट्स का एक पार्ट है, इसलिए बीपीएड स्टूडेंट्स को बेहतर फिजिकल एजुकेशन देने के लिए डिपार्टमेंट को जल्द से जल्द चालू होना चाहिए। सुविधा के अभाव में कई बार तो बीपीएड स्टूडेंट्स को स्टेट लेवल कॉम्प्टीशन में शामिल करा पाना बेहद मुश्किल हो जाता है। वहीं कॉलेजेज के स्टूडेंट्स को भी प्रैक्टिकल्स से वंचित होना पड़ता है, जबकि बीपीएड के लिए प्रैक्टिकल काफी अहमियत रखता है।
बीपीएड डिपार्टमेंट के कुछ काम बाकी थे। जिसे पूरा करा लिया गया है। इसकी रिपोर्ट भी वीसी प्रो। अशोक कुमार को कर दी गई है।
- योगेश, स्टेट ऑफिसर
बीपीएड स्टूडेंट्स की सुविधा के लिए कैंपस में अलग से डिपार्टमेंट का निर्माण कराया गया है। पूरी कोशिश है कि जल्द से जल्द इस न्यू बिल्िडग में क्लासेज शुरू करा दिए जाए।
- प्रो। अशोक कुमार, वीसी, डीडीयूजीयू