गोरखपुर (ब्यूरो)।इसमें 30 परसेंट पेशेंट्स सिर्फ सर्दी-जुकाम, बुखार व डायरिया से पीडि़त हैं। साथ ही चिकन पॉक्स ने भी प्रॉब्लम बढ़ा दी है। शरीर पर छोटे-छोटे लाल दानों के साथ तेज बुखार से लोग पीडि़त हो रहे हैं। विशेषज्ञों ने मौसम बदले के साथ ही खाने पीने में बदलाव की सलाह दे रहे हैं।
डेली पहुंच रहे 500 मरीज
मेडिसिन ओपीडी में डेली 500 से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। सबसे अधिक संख्या सर्दी-जुकाम, बुखार और उल्टी-दस्त के मरीजों की है। इसके अलावा सांस फूलने, पेट दर्द, ब्लड प्रेशर व डायबिटिज के मरीज भी इलाज के लिए आ रहे हैँ। बाल रोग विभाग में भी उल्टी-दस्त व निमोनिया के मरीजों की संख्या अधिक हैं।
चर्म रोग विभाग में पहुंच रहे मरीज
चर्म रोग विभाग की ओपीडी में 200 मरीजों में 20 परसेंट शरीर पर लाल दाने व तेज से बुखार से पीडि़त है। हड्डी रोग विभाग में गठिया के मरीजों की संख्या बढ़ी हैं। 40 परसेंट मरीज तेज दर्द की शिकायत लेकर आ रहे हैं। नेत्र रोग विभाग में आंखों से पानी गिरने व आंखे लाल होने की भी समस्या लेकर करीब 40 परसेंट मरीज आ रहे हैं।
ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या
मेडिसीन 521
हड्डी रोग 233
सर्जरी 87
हड्डी रोग 45
नेत्र रोग 132
दंत रोग 68
चर्म रोग 213
बाल रोग 209
ईएनटी 120
मच्छर बढ़ा रहे हैं परेशानी
गर्मी की शुरुआत में ही मच्छरों ने परेशान करना शुरू कर दिया है। एक दिन पूर्वं हुई बेमौसम बारिश के बाद मच्छर तेजी से पनपने लगे हैं। ऐसे में डेंगू-मलेरिया का खतरा भी बढ़ गया है। बारिश गड्ढों व खाली प्लांटों में हुए जलभराव से मच्छर जनित रोगों के फैलने का अंदेशा बढ़ गया है। पिछले पांच सालों में मलेरिया के कुल 38 मामले सामने आए। इस दौरान करीब चार लाख सैंपल की जांच की गई थी, जबकि पिछले साल जिले में मलेरिया के 10 मामले सामने आए। इसमें सात की ट्रैवेल हिस्ट्री थी। इस साल एक भी केस सामने नहीं आने से मच्छर जनित रोग नियंत्रण में हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के लिए इस वर्ष स्थिति नियंत्रण में बनाए रखना बड़ी चुनौती रहेगी। है। जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने बताया कि इस वर्ष अब तक करीब 27 हजार नमूनों की जांच हो चुकी है। इस वर्ष 26839 नमूनों की जांच में कोई मलेरिया पॉजिटिव नहीं मिला है।
पांच साल में मिले हैं यह मामले
वर्ष कुल जांच मलेरिया पॉजिटिव
2018 71556 5
2019 72833 11
2020 26058 1
2021 38666 11
2022 131625 10
2023(मई) 26839 0
मौसम में बदलाव और अचानक बारिश से मौसम ठंडा हो गया है। ऐसे में सर्द-गरम की वजह से लोग सर्दी-जुकाम व बुखार से पीडि़त हुए हैं। बैक्टीरिया व वायरल दोनों तरह के इंफेक्शन से लोग परेशान हैं। धूप लगने से बीमारी हो सकते हैं और बारिश में भीगने से भी। इसलिए इस समय बाहर का कुछ ही खाने-पीने से परहेज करें।
- डॉ। बीके सुमन, फिजिशियन, जिला अस्पताल
ओपीडी में चर्म रोग से ग्रसित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। शरीर पर लाले दाने के साथ तेज बुखार परेशान कर रखा है। मरीजों को डॉक्टर्स से परामर्श ले और दवा लेने के बाद घर पर आराम करें।
- डॉ। नवीन कुमार वर्मा, चर्म रोग, जिला अस्पताल