- खजनी, बांसगांव, कौड़ीराम, पिपरौली में खूब हुआ हंगामा
- हवाई फायरिंग, मारपीट, फर्जी वोटिंग ने फीका किया उत्साह
GORAKHPUR : साल भर पहले से घूम-घूम कर वोट मांग रहे सवाली ही मतदान के दिन बवाली बन गए। खजनी, बांसगांव, कौड़ीराम, पिपरौली और गगहा ब्लॉक में शनिवार को मतदान के दौरान हिंसक घटनाओं ने मतदान को प्रभावित किया। कई मतदान केंद्रों पर पुलिस को बल प्रयोग कर बवालियों को काबू करना पड़ा। बांसगांव ब्लॉक के गुआर गांव को मिनी डिस्टलरी के नाम से जाना जाता है। अवैध कच्ची शराब का धंधा यहां जोरों से चलता है। पुलिस ने कई बार कार्रवाई की लेकिन इस गोरखधंधे पर लगाम नहीं लग सकी। शनिवार को मतदान से पहले ही कच्ची का जखीरा गांवों में पहुंचा दिया गया था। शनिवार को उसका साइड इफेक्ट सबके सामने आया। जब मतदान के दौरान उपद्रवियों ने हिंसा का रास्ता अख्तियार कर लिया।
कई राउंड किया हवाई फायर
खजनी ब्लॉक के सैरो मतदान केंद्र पर फर्जी वोटिंग को लेकर प्रधान पद प्रत्याशी उत्तमा देवी और धर्मवीर के समर्थकों ने कई राउंड गोलियां चलाई। इस दौरान जमकर ईट पत्थर चले जिसमें दोनों पक्षों के करीब 30 लोग घायल हो गए। इनमें से श्रीराम, हरि, रामकरण आदि गंभीर रूप से घायल हैं। सभी को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। तनाव को देखते हुए गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
पहले लाठी-डंडा, फिर फायरिंग
कौड़ीराम ब्लॉक के बिस्टौली गांव में ग्राम प्रधान पद के प्रत्याशियों, प्रतिनिधियों और समर्थकों के बीच जमकर लाठी-डंडा चला। सुबह से चल रही हूटिंग दिन चढ़ते-चढ़ते बवाल में बदल गई। दिन भर में कई बार झड़प हुई। मतदान समाप्त होते-होते झड़प मारपीट में बदल गई। मारपीट के बाद दोनों पक्षों की ओर से हवाई फायरिंग भी की गई। इस दौरान कई लोग घायल हो गए।
मतपेटी ले जाने से रोका
पिपरौली ब्लॉक के बड़वार गांव के ग्रामीणों ने पीठासीन अधिकारी पर फर्जी वोट डलवाने का आरोप लगाते हुए मतपेटी ले जाने से रोक दिया। ग्रामीणों का आरोप था कि पीठासीन अधिकारी एक कैंडिडेट के पक्ष में पहले से ही मतपत्र फाड़कर रखे हुए थे। बीच-बीच में उसपर मुहर लगाकर मतपेटियों में चुपके से डाल रहे थे। सूचना मिलने पर प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा। अधिकारियों के समझाने पर लोगों ने मतपेटियों को ले जाने दिया। ब्लॉक के ही देईपार मतदान केंद्र पर प्रधान पद के दो प्रत्याशियों के बूथ में घुस जाने पर विवाद हो गया। पुलिस दोनों को पकड़कर थाने ले आई।
फर्जी वोट डलवाने का आरोप
गगहा ब्लॉक के सकरदेइयां मतदान केंद्र के पीठासीन अधिकारी पर एक प्रत्याशी के पक्ष में फर्जी वोट डालने का मामलला प्रकाश में आया। पीठासीन अधिकारी को वोट डालता देख पोलिंग एजेंटों ने विरोध किया। मामला बढ़ा तो अफसरों को जानकारी दी गई। सूचना पाकर सीओ बांसगांव राधेश्याम राय और एसडीएम गोला नलिनी कांत सिंह मतदान केंद्र पर पहुंच गए। पीठासीन अधिकारी को अपने साथ ले गए। दूसरे को पीठासीन अधिकारी बनाकर मतदान कराया गया। खजनी ब्लॉक के डूमरघाट मतदान केंद्र के पीठासीन अधिकारी पर भी प्रत्याशी समर्थकों ने फर्जी वोट डलवाने का आरोप लगायज्ञ। आक्रोशित ग्रामीणों ने काफी देर तक मतपेटियों को नहीं ले जाने दिया। चौकी इंचार्ज के समझाने-बुझाने पर ग्रामीण माने।
होमगार्ड पर बोला हमला
पिपरौली ब्लॉक के गोपीपुर मतदान केंद्र के बूथ सं। 144, 145 पर उपद्रवियों ने मतपेटी में पानी डालने का प्रयास किया। रोकने पर होमगार्ड पर हमला बोल दिया। मारपीट में होमगार्ड का सिर फट गया। पुलिसकर्मी घायल होमगार्ड दिग्विजय मिश्रा को इलाज के लिए सहजनवां सीएचसी ले गए। उपद्रवी पीठासीन अधिकारी को भी घेरे हुए थे लेकिन फोर्स के पहुंच जाने से वे बच गए।
भिड़ गए प्रत्याशी समर्थक
गगहा थाना एरिया के बासपार मतदान केंद्र पर कैंडिडेट शांति सिंह और रीना सिंह के समर्थकों में फर्जी वोटिंग को लेकर मारपीट हो गई। इसी ब्लॉक के ज्यूकर नेवादा मतदान केंद्र पर एक वोटर जॉब कार्ड लेकर वोट डालने गया तो मतदान एजेंटों ने विरोध किया। विवाद के बीच करीब आधा घंटा तक मतदान कार्य प्रभावित रहा। ब्लॉक के जमीर लोहरपुर और वैरावीरभान में फर्जी वोटिंग को लेकर मारपीट की स्थिति बनी रही। वहीं बासगांव के टेकवार मतदान केंद्र पर राशन कार्ड लेकर वोट डालने आई एक किशोरी को मतदान एजेंटों ने पहचानने से इनकार कर दिया। जिस पर दो पक्षों में विवाद हो गया। भीड़ जुटी तो पुलिस को लाठी फटकरानी पड़ी।
पूरे दिन रहा तनाव
खजनी ब्लॉक के छताई मतदान केंद्र पर फर्जी वोटिंग को लेकर दो पक्ष आमने-सामने आ गए। यहां एक पक्ष की शिकायत पर पुलिस ने एक नाबालिग को वोट डालते हुए पकड़ लिया। जिसके छुड़ाने के लिए उसके परिवार के लोग वहां आ गए। यह देख दूसरा पक्ष हमलावर हो गया। अपने विरोधी के एक समर्थक को पीट दिया तथा उसके साथ आए लोगों को भी दौड़ाकर पीटा। घटना के बाद मतदान केंद्र पर पूरे दिन तनाव बना रहा।
लग्जरी कार से आए वोटर्स
मतदान के दौरान वोटर्स की खातिरदारी के खास इंतजाम किए गए थे। पंडालों में चाय-नाश्ते की व्यवस्था थी। वोटर्स को गांवों से बूथ तक लाने के लिए प्रत्याशियों ने लग्जरी गाडि़यों की व्यवस्था की थी। प्रधानी चुनाव में एक घर के सदस्यों ने ही अलग-अलग घरों के लोगों को वोट दिया।