- सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद स्कूल के बगल में बिक रही देशी दारू
- मंदिर के श्रद्धालुओं ने कई बार की अधिकारियों से शिकायत
JUNGLE KAUDIYA: जंगल कौडि़या ब्लॉक क्षेत्र के चिलुआताल थानान्तर्गत मटियारी गांव के लोगों ने गांव में वर्षो से स्कूल और मंदिर के बगल में हो रहे देशी दारू के कारोबार के खिलाफ रविवार को मोर्चा खोल दिया। इससे पहले ग्रामीणों ने देशी दारू की दुकान को बंद करने के लिए डीएम, कमिश्नर और एसएसपी को प्रार्थना पत्र भी सौंपा था लेकिन अधिकारियों द्वारा कोई एक्शन नहीं लिया गया। जिससे गांव के आक्रोशित लोग खुद ही कच्ची की दुकान के सामने जाकर प्रदर्शन करने लगे।
कभी भी हो सकता है बवाल
पुलिस और आबकारी विभाग की ओर से बरती जा रही उदासीनता के कारण किसी दिन अप्रिय घटना घटित हो सकती है.देशी दारू की दुकान को लेकर गांव के लोगों के बीच तनाव व्याप्त है। रविवार को ग्रामीणों के प्रदर्शन करने के बाद भी पुलिस या प्रशासन से कोई गांव में नहीं गया था।
प्रधान ने किया नेतृत्व
मटियारी गांव में कच्ची दारू के खिलाफ प्रदर्शन का नेतृत्व गांव के प्रधान ाम केश यादव ने किया। प्रधान के साथ शैलेन्द्र तिवारी, सूर्य प्रकाश मान सिंह, जय प्रकाश, आशदेव, राधेश शर्मा, पवन तिवारी, ओम तिवारी, सन्तोष, राम लक्षन, राजेश, बबलू, राम भवन, कृपाशंकर तिवारी सहित ग्रामीण मौजूद रहे ।
दूसरे गांव के नाम पर है दुकान
मटियारी गांव में खोली गयी दुकान का लाईसेन्स दूसरे गांव मीरपुर के नाम से है। नियमानुसार यह दुकान मीरपुर गांव में खोलना चाहिये। ऐसा न करके इस दुकान को अवैध ढंग से मटियारी में खोल दिया गया है। बताया जाता है कि दुकान के अनुग्यापी ने पहले यह दुकान मीरपुर में ही खोलने का प्रयास किया था लेकिन वहां ग्रामीणों के प्रबल विरोध कारण दूसरे गांव मटियारी में जाकर दुकान खोल दिया।
ग्रामीणों की शिकायत
मटियरिया गाव के प्रधान रामकेश यादव, प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका आसमां अब्बासी, रमेश सिंह, कृपाशंकर तिवारी, प्रियंका तिवारी, शिवेन्द्र, प्रशांत तिवारी आदि ने डीएम और कमिश्नर को शिकायती पत्र देकर गांव में नई खुली देशी शराब की दुकान को हटाने की मांग की थी। अधिकारियों द्वारा आश्वासन देने के बाद भी दुकान टस से मस नही हुई।
महिलाओं को होती है परेशानी
दुर्गा मंदिर एवं प्राथमिक विद्यालय के बिल्कुल पास में खुली देशी शराब की दुकान से वहां का माहौल दूषित हो गया है। शाम के समय शराबियों की धमा -चौकडी बढ़ जाती है। गांव से बाहर आने-जाने का रास्ता भी इसी दुकान के बगल से होकर जाता है। शाम के समय उधर से गुजरने वाली महिलाओं को शराबियों के कमेंट और फब्तियो से दो -चार होना पडता है ।
मंदिर के पास देसी शराब की दुकान खोलना गलत है। इसकी शिकायत के बाद भी न हटवाना और भी गलत है। यह प्रशानिक ढिलाई है।
शैलेन्द्र तिवारी, निवासी मटियारी
इस दुकान को गांव से हटाया नही गया तो किसी दिन कोई अनहोनी हो सकती है। स्कूल के बगल में देशी की दुकान से बच्चों पर असर पड़ रहा है।
राधेश शर्मा, निवासी मटियारी
गांव में जब से यह शराब की दुकान खुली है गांव का माहौल दूषित हो गया है। इससे गांव के युवाओं पर गलत असर पड़ रहा है। कोई घटना घटी तो उसका जिम्मेदार प्रशासन होगा।
आशदेव, निवासी मटियारी