- चेचक के दौरान बिगड़ी हालत, परिजनों ने नहीं कराया इलाज
BHALUAN: गगहा विकास खंड में तैनात ग्राम विकास अधिकारी की शनिवार की रात चेचक से मौत हो गई। रात में चेचक से उनकी हालत बिगड़ गई। लेकिन चेचक का प्रकोप तेज होने के बाद भी परिजन अस्पताल नहीं ले गए। रात में ही ग्राम विकास अधिकारी ने दम तोड़ दिया। शनिवार को उनके पैतृक घर उरुवा क्षेत्र में उनका दाह संस्कार किया गया।
काश, ले जाते अस्पताल
कुईबाजार उरुवा के निवासी ऋषिमुनी सिंह (40) गगहा में ग्राम विकास अधिकारी पद पर तैनात थे। वे कुछ दिनों से चेचक से पीडि़त थे। गोरखपुर स्थित निवास पर शनिवार की रात अचानक तबीयत खराब हो गई। चेचक का प्रकोप मानते हुए परिजनों ने इलाज नहीं कराया। आधे घंटे बाद उनकी मौत हो गई। परिजनों ने शनिवार को गोला मुक्तिधाम पर शव को जल में प्रवाहित कर दिया।
घर में दो और पीडि़त
ग्राम विकास अधिकारी के घर में अभी दो और लोग चेचक से पीडि़त हैं। वे अपने पीछे पत्नी, एक बेटा व बेटी को छोड़ गए हैं। ऋषिमुनी सिंह 1999 में विकलांग कोटे से ग्राम विकास अधिकारी के रूप में चयनित हुए थे। 7 वर्षो से गगहा में सेवा दे रहे थे।