- एसटीएफ गोरखपुर यूनिट को मिली कामयाबी
- रेलवे बस स्टेशन से दबोचा गया शातिर शूटर विकास
द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : बिहार के सर्राफा कारोबारी और नेता श्रीकांत भारतीय के मर्डर में शामिल विकास सिंह गोरखपुर में पकड़ा गया। एसटीएफ गोरखपुर यूनिट ने उसे सैटर्डे को रेलवे स्टेशन से दबोच लिया। उसके खिलाफ बिहार में 10 हजार का इनाम घोषित था। बिहार में वारदात करने के बाद वह गोरखपुर में छिपकर रहता था। अपने साथी फैजल के साथ मिलकर गोलघर में लूट करने की योजना बनाई थी।
दो साथियों के साथ मिलकर किया था मर्डर
बस्ती जिले लालगंज एरिया के पिपरपाती का मूल निवासी विकासपाल सिंह कोतवाली एरिया में छिपकर रहता था। सरस्वती विद्या मंदिर के सामने उसने किराये पर कमरा लिया था। गोरखपुर यूनिट के सीओ विकास चंद त्रिपाठी को इसकी जानकारी मिली। एसआई सत्य प्रकाश सिंह की अगुवाई में टीम लग गई। होमवर्क करने के बाद पुलिस को विकास के बारे मे जानकारी मिली। सीवान में श्रीकांत भारती के मर्डर में वह शामिल रहा है। इसमें मऊ जिले के सरायलखनसी एरिया के इमिलिया निवासी सुमित उर्फ मोनू उर्फ चवन्नी, खजनी एरिया के विनायका निवासी शैलेंद्र भी साथ रहे। बिहार पुलिस ने 25 फरवरी को शैलेंद्र को अरेस्ट कर लिया था।
पहले भी जेल जा चुका है आरोपी विकास
एसटीएफ की पूछताछ में विकास ने बताया कि वह पहले भी जेल जा चुका है। खोराबार एरिया में2013 में ट्रांसपोर्टर को गोली मारकर 6.85 लाख लूट के मामले में पुलिस ने उसे पकड़ा था। बलिया जिले में 31 अगस्त 2014 को विदेंश्वरी मिश्रा और परशुराम मिश्रा के मर्डर और रिवाल्वर लूट में विकास के साथ मोनू चवन्नी और शैलेंद्र यादव भी शामिल रहे।
21 दिनों तक होटल में रुके, फिर की वारदात
सीवान के हाई प्रोफाइल मर्डर के लिए विकासपाल होटल में ठहरा। करीब 21 दिनों तक लगातार श्रीकांत भारतीय का पीछा किया। उनकी पल-पल की गतिविधि पर नजर रखी। 23 नवंबर 2014 को जब वह शादी समारोह में शामिल होकर लौट रहे थे, तभी बदमाशों ने गोली दाग दी। इसके पहले 22 अक्टूबर 2014 को विकास ने चिलुआताल के डोहरिया में पोल्ट्री फार्म के संचालक से रंगदारी मांगी थी। दियारा क्षेत्र में साधु यादव के मर्डर की योजना भी बना रहे थे। इसके साथ गोलघर में बिजनेसमैन के साथ लूट की योजना बनाई थी, लेकिन इसके पहले विकास के खास सहयोगी फैजल को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया। इससे लूट की योजना कामयाब नहीं हो सकी।
ट्रांजिट रिमांड पर विकासपाल को बिहार भेज दिया गया है। दो लाख से अधिक की रकम लेकर बदमाशों का यह गैंग वारदात करता है। इसके अन्य साथियों की तलाश की जा रही है।
विकास चंद्र, सीओ गोरखपुर यूनिट