- सेंट एंड्रयूज कॉलेज के बीएसएसी कंप्यूटर साइंस के स्टूडेंट्स ने एग्जाम कराने और संबद्धता को लेकर किया धरना प्रदर्शन

- संबद्धता को लेकर यूनिवर्सिटी और कॉलेज प्रशासन के बीच पिस रहे स्टूडेंट्स

GORAKHPUR: सेंट एंड्रयूज डिग्री कॉलेज में फर्जी ढंग से लिए गए बीएससी कंप्यूटर साइंस के स्टूडेंट्स ने परीक्षा कराए जाने और कंप्यूटर साइंस की संबद्धता की मांग को लेकर डीडीयूजीयू के वीसी का घेराव किया। घेराव करने वाले स्टूडेंट्स का आरोप था कि कॉलेज प्रशासन उनकी कोई भी समस्या सुनने की बजाय उनके साथ मिसविहैव करता है। स्टूडेंट्स को अपनी बात रखने का मौका नहीं दिया जाता। ऐसे में अब तो यूनिवर्सिटी प्रशासन से ही उम्मीद है। वहीं वीसी ने इस मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर मामले को शांत कराया।

और वीसी ऑफिस पहुंचे बीएससी सीएस के स्टूडेंट्स

थर्सडे की दोपहर करीब एक बजे सेंट एंड्रयूज पीजी कॉलेज के बीएससी कंप्यूटर साइंस के स्टूडेंट्स वीसी ऑफिस पहुंचे। वीसी ऑफिस पहुंचते ही बीएसएसी फ‌र्स्ट इयर और सेकेंड इयर के स्टूडेंट्स ने फाइनल इयर एग्जाम कराने और कोर्स की संबद्धता को लेकर नारेबाजी करने लगे। नारेबाजी करने वाले स्टूडेंट्स का आरोप था कि कॉलेज प्रशासन ने उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है।

कॉलेज प्रशासन पर स्टूडेंट्स ने लगाए आरोप

बीएसएसी सेकेंड इयर के स्टूडेंट्स आदित्य जायसवाल, शुभम त्रिपाठी, विदिशा शर्मा, हर्षा पाण्डेय, निकिता, अर्चना यादव, वंदना ओझा, चांदनी कुमारी व रूचिका आदि का आरोप था कि उन्होंने ख्0क्फ्-क्ब् सेशन में बीएसएसी कंप्यूटर साइंस में एडमिशन लिया था। उनसे फीस के नाम पर मनमाने ढंग से ख्0 से ख्भ् हजार रुपए वसूले गए जबकि रसीद 8,भ्ब्ख् रुपए की दी गई। स्टूडेंट्स का आरोप था कि उनका मनमाने ढंग से एडमिशन तो लिया ही गया उसके बाद बीएसएसी फ‌र्स्ट इयर का एग्जाम भी कराया गया, लेकिन रिजल्ट अभी तक घोषित नहीं किया गया। जब इस बाबत कॉलेज के प्रिंसिपल से बात की गई तो वह हमारी समस्या सुनने की बजाय मिसविहैब करते हैं।

चीफ प्रॉक्टर ने नियमानुसार कार्रवाई का दिया आश्वासन

स्टूडेंट्स ने चीफ प्रॉक्टर ओपी पाण्डेय को बताया कि कॉलेज प्रशासन तो उनकी एक भी नहीं सुनता, लेकिन यूनिवर्सिटी प्रशासन कॉलेज प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई तो कर सकता है। चीफ प्रॉक्टर ने नियमानुसार कार्रवाई का आश्वासन दिया। वहीं अभी सेकेंड इयर के स्टूडेंट्स अपनी समस्या गिना ही रहे थे कि बीएसएसी कंप्यूटर साइंस के फ‌र्स्ट इयर स्टूडेंट्स ने बताना शुरू किया कि कॉलेज प्रशासन सेशन ख्0क्ब्-क्भ् की संबद्धता ली ही नहीं है और हमसे डोनेशन लेकर एडमिशन ले लिया। जब संबद्धता से संबंधित जानकारी के लिए प्रिंसिपल से मिलने जाओ तो वह अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं।

कुछ इस तरह से वीसी और स्टूडेंट्स के बीच हुई बातचीत

स्टूडेंट्स - सर हम लोग कंप्यूटर साइंस के स्टूडेंट्स हैं।

वीसी - क्या समस्या है?

स्टूडेंट्स - सर बीएसएसी कंप्यूटर साइंस के फ‌र्स्ट इयर का एग्जाम करा लिया गया है, लेकिन रिजल्ट डिक्लेयर नहीं किए गए हैं।

वीसी - चूंकि ख्0क्फ्-क्ब् सेशन की संबद्धता कॉलेज के पास नहीं है। इसलिए रिजल्ट डिक्लेयर करने का सवाल ही नहीं उठता।

स्टूडेंट्स - तो फिर हमारा करियर चौपट हो जाएगा सर।

वीसी - कॉलेज की तरफ से संबद्धता क्यों नहीं ली गई और किस आधार पर एडमिशन ले लिया गया। इसके लिए कॉलेज प्रशासन से स्पष्टीकरण मांगा गया है।

स्टूडेंट्स - तो फिर हम क्या करें।

वीसी- देखिए इसके लिए एडमिशन कमेटी तय करेगी कि इस मामले में आगे क्या करना है।

स्टूडेंट्स - सर बीएससी कंप्यूटर साइंस में इस सेशन (ख्0क्ब्-क्भ्) में एडमिशन लिए हैं। क्या उसकी संबद्धता है।

वीसी - न तो कॉलेज की तरफ से ख्0क्फ्-क्ब् की संबद्धता ली गई है और न ही ख्0क्ब्-क्भ् की।

स्टूडेंट्स - तो फिर हम क्या करें सर।

वीसी- आप कॉलेज प्रशासन से कहें कि वह पहले संबद्धता लें। उसके बाद ही आप लोग प्रवेश लें।

यूनिवर्सिटी की तरफ से मांगे गए स्पष्टीकरण का जवाब दे दिया गया है। यूनिवर्सिटी के हाथ में है कि वह एग्जाम कराए और संबद्धता के लिए एप्रूवल दें।

जेके लाल, प्रिंसिपल, सेंट एंड्रयूज पीजी कॉलेज

कॉलेज प्रशासन से कंप्यूटर साइंस कोर्स की संबद्धता के लिए स्पष्टीकरण मांगा गया है। स्पष्टीकरण का जवाब आने के बाद ही इस मामले पर डिसीजन लिया जाएगा।

प्रो। अशोक कुमार, वीसी, डीडीयूजीयू गोरखपुर