गोरखपुर (ब्यूरो)।थोक दवा मंडी भलोटिया मार्केट में यह वैक्सीन उपलब्ध है।

11 हजार की वैक्सीन

पहली बार भलोटिया मंडी में यह वैक्सीन आई है। अमेरिका की अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान संस्था सीडीसी अटलांटा ने हरपीज वायरस को नियंत्रित करने वाले वैक्सीन को इजाद किया है। करीब छह साल पहले इसे पहली बार अमेरिका और यूरोपीय देशों में लांच किया गया। इस वर्ष देश में इसे दवा निर्माता अंतर्राष्ट्रीय कंपनी ने लांच किया है। थोक दवा विक्रेता अभिनीत मणि त्रिपाठी ने बताया कि इस वैक्सीन की एमआरपी करीब 11 हजार रुपए है। इसके दो डोज लगाए जाएंगे।

शरीर पर निकलते व फफोले

इसके लक्षण त्वचा रोग जैसे होते हैं। इसमें शरीर पर लाल चकत्ते, दाने, फुंसी व फफोले होते हैं। आमतौर पर इन्हें एलर्जी या फिर फंगल इंफेक्शन माना जाता है। ऐसा करना खतरनाक हो सकता है। शरीर पर निकलने वाली ये छोटी-छोटी फुंसियां शरीर के अन्य हिस्सों में फैल जाते हैं।

वायरस से होता है संक्रमण

त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ। आर पी त्रिपाठी ने बताया कि ज्यादातर यह बीमारी 40 साल से अधिक उम्र के लोगों को होती है। यह हरपीज वेरिसेला जोस्टर वायरस के कारण होती है। यह वायरस उस व्यक्ति को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है। जिनके शरीर में पहले से वेसिला जोस्टर वायरस का संक्रमण हुआ हो।

यह वैक्सीन कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले मरीजों में लगाई जाएगी। यह हरपीज के मरीजों को लगाई जाएगी। हरपीज के मरीजों को जोड़ों में दर्द, सिर दर्द में राहत मिलेगी। वैक्सीन लगाने से त्वचा संक्रमण भी कम होगा। शरीर पर पानी भरे दाने निकलें तो उन्हें फोड़ें नहीं और न ही हाथ लगाएं। वह शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल सकता है।

- डॉ। अनिल गुप्ता, एचओडी, त्वचा रोग, बीआरडी मेडिकल कॉलेज