- मैथ्स से था डर, केमिस्ट्री ने उलझाया

- 8 जिलों के 33 सेंटर्स पर 4 मीटिंग में कंडक्ट हुआ एग्जाम

- आईटीएम गीडा को बनाया गया था नोडल सेंटर्स, गोरखपुर में बने थे 15 सेंटर

GORAKHPUR : टैलेंट, इनोवेटिव माइंड और मन में उमड़ रहे खुराफाती सवालों के जवाब हासिल करने के लिए हजारों स्टूडेंट्स ने इंजीनियरिंग फील्ड चुनने की ठानी। इसके लिए वह संडे को गोरखपुर में ऑर्गेनाइज यूपी टेक्निकल यूनिवर्सिटी के एंट्रेंस एग्जाम में शामिल हुए। गाणित जिससे उन्हें काफी डर था, वह तो उन्हें कोई टेंशन नहीं दे सका, लेकिन केमिकल से लैस केमिस्ट्री ने कुछ ऐसा लोचा किया जिससे उनके सिर चकराने लगे। केमिस्ट्री के सवालों ने स्टूडेंट्स को काफी देर तक उलझाए रखा। यह हाल कमोबेश गोरखपुर पर बने सभी क्भ् सेंटर्स का था, जहां केमिस्ट्री के सवालों के भंवर से वह खुद को काफी मुश्किल से निकाल सके।

फ्फ् सेंटर्स पर ख्क्,फ्म्0 हुए शामिल

यूपीटीयू की ओर से कंडक्ट कराए एंट्रेंस एग्जाम में गोरखपुर को नोडल सेंटर बनाया गया था। 8 जिलों में एग्जाम कंडक्ट कराने की जिम्मेदारी आईटीएम गीडा को सौंपी गई थी। आईटीएम के एडिशनल डायरेक्टर दीपक दीक्षित ने बताया कि एग्जाम कंडक्ट कराने के लिए नोडल कोऑर्डिनेशन की जिम्मेदारी प्रो। आरपी मणि को और एग्जाम कंडक्ट कराने की जिम्मेदारी डीएसडब्लू डॉ। केएन मिश्रा को सौंपी गई थी। प्रो। आरपी मणि ने बताया कि फ्फ् सेंटर्स पर टोटल ख्ख्, म्0फ् स्टूडेंट्स रजिस्टर्ड थे, जिसमें ख्क्, फ्म्0 एग्जाम में अपीयर हुए। गोरखपुर के आईटीएम सेंटर पर ऑर्गेनाइज बीटेक एग्जाम में रजिस्टर्ड क्0क्9 कैंडिडेट्स में 98ख् एग्जाम में अपीयर हुए। वहीं सैटर्डे को ऑर्गेनाइज हुए एमबीए एंट्रेंस में 87क् में से 7फ्9 कैंडिडेट्स ने एग्जाम दिया।

चार शिफ्ट में ऑर्गेनाइज हुआ एग्जाम

फ्फ् जिलों के 8 सेंटर्स पर कंडक्ट हुए इस एग्जाम को चार शिफ्ट में कंडक्ट कराया गया। डॉ। आरपी मणि ने बताया कि पहली शिफ्ट में डिप्लोमा होल्डर्स और डायरेक्ट एडमिशन वाले स्टूडेंट्स शामिल हुए। वहीं सेकेंड मीटिंग में बीटेक, बीफॉर्मा और बीएजी के लिए पेपर ऑर्गेनाइज हुआ। थर्ड मीटिंग में बीआर्क के स्टूडेंट्स शामिल हुए, वहीं फैशन डिजाइनिंग, होटल मैनेजमेंट और फूड टेक्नोलॉजी में एडमिशन लेने की चाह रखने वाले स्टूडेंट्स शामिल हुए। पहली मीटिंग 7.फ्0 से 9, दूसरी मीटिंग क्0 से क्, तीसरी मीटिंग ख् से ब्.फ्0 और चौथी मीटिंग भ् से म्.फ्0 तक कंडक्ट कराई गई।

इन जिलों में बने थे सेंटर

गोरखपुर

आजमगढ़

बस्ती

देवरिया

कुशीनगर

सिद्धार्थनगर

संतकबीर नगर

महराजगंज

मैथ्स का पेपर मुझे थोड़ा टफ लगा, लेकिन बाकी सारे सेक्शन बेहतर हुए। मैं बीटेक सिविल इंजीनियरिंग करना चाहता हूं। इसके लिए मैंने कोई कोचिंग नहीं की है।

- तैय्यब

केमिस्ट्री का पेपर थोड़ा टफ था, निगेटिव मार्किंग न होने की वजह से मैंने सभी क्वेश्चंस अटैंप्ट किए हैं। मैंने आईआईटी मेन्स भी क्वालिफाई किया है और अब एडवांस की तैयारी कर रहा हूं।

- अभिषेक