-रीजनल स्पो‌र्ट्स स्टेडियम को मिली कई सौगात

-पहली बार बनी मल्टीपरपज जिम, रेसलिंग और जिम्नास्टिक में आए गद्दे

GORAKHPUR: अब मेडल जीतने की राह में सुविधा की कमी खिलाडि़यों के रास्ते में नहीं आएगी। खेल को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रहे स्पो‌र्ट्स डिपार्टमेंट ने स्टेडियम को अनेक सुविधाएं गिफ्ट के रूप में दी है। अब प्रैक्टिस करने से पहले खिलाड़ी जिम में एक्सरसाइज कर सकेंगे। साथ ही जिन गेम में इक्वूपमेंट की कमी थी, वहां भी यह समस्या खत्म हो गई है। हालांकि कुछ गेम के अभी भी गोल पोस्ट और नेट आना बाकी है। मगर उम्मीद है कि कैंप स्टार्ट होने से पहले सारा सामान आ जाएगा।

पहली बार बना जिम

देश के लिए मेडल जीतने वाले खिलाडि़यों की पौध रीजनल स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में तैयार की जाती है। जहां एक्सपीरियंस्ड कोच उन्हें गेम की ट्रेनिंग देते हैं। मगर बीते कई सालों से सुविधा की कमी से टैलेंट उस मुकाम को हासिल नहीं कर पा रहे थे, जिसके वे काबिल थे। मगर अब ऐसा नहीं होगा। रीजनल स्पो‌र्ट्स अफसर के लगातार प्रयास के बाद स्पो‌र्ट्स विभाग ने कई कमियों को दूर कर दिया है। स्टेडियम को पहली बार मल्टी परपज जिम मिली है। जहां न सिर्फ पॉवरलिफ्टिंग और वेटलिफ्टिंग के खिलाड़ी अपनी एक्सरसाइज कर सकेंगे, वहीं अन्य गेम के खिलाड़ी भी रेगुलर वार्मअप हो सकेंगे। साथ ही जिम्नास्टिक के लिए पैरलल बार और हाइट्रेंड पाइप मिला है। पैरलल बार की वजह से खिलाड़ी अपनी प्रैक्टिस सही तरीके से नहीं कर पाता था। जिसका इफेक्ट उसे स्टेट या नेशनल लेवल के कॉम्प्टीशन में भुगतना पड़ता था। साथ ही जिम्नास्टिक के खिलाडि़यों की परफॉर्मेस बेहतर हो सके, इसके लिए 25 नए गद्दे भी आए हैं। रेसलिंग, जो गोरखपुर का फेवरेट गेम है। रेसलिंग की प्रैक्टिस के लिए 72 नए गद्दे के साथ मैट कवर भी आया है। साथ ही हॉकी का गोलपोस्ट भी आया है। इससे अब खिलाड़ी रेगुलर प्रैक्टिस कर सकेंगे।

स्टेडियम में मल्टीपरपज जिम बन गई है। जिसका यूज खिलाड़ी कर रहे हैं। कई गेम के लिए उपकरण आए हैं। जिन गेम में अब भी कमी है, उनकी डिमांड भेजी गई है। जल्द वे उपकरण भी आ जाएंगे।

अश्विनी कुमार सिंह, रीजनल स्पो‌र्ट्स अफसर