- यूपीसीपीएमटी कोर कमेटी के पास नहीं आई पर्चा लीक की कोई सूचना
- डीडीयूजीयू निर्धारित तिथि पर घोषित करेगा सीपीएमटी का रिजल्ट
- पेपर लीक होने से पहले एसटीएफ ने 12 को किया था अरेस्ट
GORAKHPUR : यूपीसीपीएमटी के पेपर सॉल्वर गैग को जैसे ही एसटीएफ ने धरा, पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया। हालांकि यूपीसीपीएमटी कोर कमेटी के चेयरमैन और डीडीयूजीयू वीसी प्रो। अशोक कुमार ने पर्चा लीक होने की बात से इंकार किया है। प्रो। कुमार का तर्क है कि चूंकि परीक्षा शुरू होने के बाद सॉल्वर गैंग पकड़ा गया है इसलिए पर्चा लीक होने का सवाल नहीं उठता। उन्होंने बताया कि डीडीयूजीयू निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही यूपीएसपीएमटी का रिजल्ट डिक्लेयर करेगा।
एसटीएफ ने किया था गैंग का भंडाफोड़
डीडीयू एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक, एसटीएफ ने यूपीसीपीएमटी का पेपर सॉल्व कर सर्कुलेट करने की कोशिश करने वाले जिन क्ख् लोगों के गैंग का खुलासा क्0 बजे के बाद किया था। परीक्षा का टाइम सुबह 9 से दोपहर क्ख् बजे तक था। नियमानुसार, पेपर शुरू होने से पहले अगर पर्चा आउट होता तो पेपर कैंसिल करने की नौबत आती। एसटीएफ के एसएसपी अमित पाठक के मुताबिक, एसटीएफ को इंफार्मेशन मिली थी कि सॉल्वर गैंग के मेंबर्स सीपीएमटी का पेपर लीक कराने के लिए जियामऊ में पराग एटीएम बूथ के पास स्थित एक मकान में मौजूद थे। यह गैंग पेपर को सॉल्व कर तमाम सेंटर्स पर मौजूद कैंडीडेट्स को हाइटेक ब्लूटूथ बगिंग डिवाइस और पर्ची के जरिए पहुंचाने वाला था, लेकिन इससे पहले ही एसटीएफ ने दबोच लिया।
धनी परिवार का है सॉल्वर
एसएसपी पाठक ने बताया कि इस मामले में अरेस्ट किया गया डॉ। रमण ध्वज सिंह गोरखपुर जनपद के कौड़ीराम थाना गगहा का रहने वाला है। यह बतौर पेपर सॉल्वर काम करता है और एमबीबीएस, केजीएमयू से फाइनल इयर का स्टूडेंट है। कौड़ीराम एरिया में रहने वाले क्षेत्रीय लोगों की मानें तो वह बेहद सम्पन्न परिवार का लड़का है। साथ ही कौड़ीराम एरिया का पांडेय बाजार भी इसी लड़के के परिवार का है। उसके बावजूद महज भ्0 हजार रुपयों के लिए सीपीएमटी जैसी परीक्षा का सॉल्वर बनना समझ से परे है। इसी तरह बस्ती का रहने वाला डॉ। अंशुमान मिश्रा, जो जीएसवीएम मेडिकल कालेज कानपुर से एमबीबीएस कर रहा है, वह भी बतौर सॉल्वर गैंग में काम कर रहा था।
प्रदेश के किसी सेंटर से कोई शिकायत नहीं आई है। गैंग का पर्दाफाश एसटीएफ ने किया है। परीक्षा शुरू होने से पहले पर्चा लीक नहीं हुआ था इसलिए रिजल्ट पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार घोषित किये जाएंगे।
प्रो। अशोक कुमार, वीसी, डीडीयूजीयू