गोरखपुर (ब्यूरो)।इस मौके पर जिले में 50 करोड़ रुपए तक का इंवेस्टमेंट करने वाले सुधीर यादव, अंबर जावेद, हरिकृष्णा, गौरव सिंहा, आनंदवर्धन त्रिपाठी, राम प्रवेश शर्मा, कुनाल श्रीवास्तव, नितेश कुमार अग्रवाल व मो। अल्ताफ को एमओयू का सर्टिफिकेट दिया गया। इस दौरान गोरखपुर में 328 उद्योगों के माध्यम 76 हजार करोड़़ रुपए का निवेश प्राप्त हुआ है, जिसमें लगभग एक लाख 98 हजार लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है।

सांसद रवि किशन ने निवेश के लिए की अपील

अपने संबोधन में सांसद रविकिशन ने कहा, गोरखपुर आज विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। सीएम योगी आदित्यनाथ की सोच है कि प्रदेश के सभी सिटी का विकास हो और कैसे उत्तर प्रदेश को देश की नंबर एक अर्थव्यवस्था बनाया जाए। उन्होंने उद्यमियो से अपील की कि आप निवेश करें, सरकार और प्रशासन आपके साथ है।

बेहतर है एयर कनेक्टिविटी

एमएलसी डॉ। धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि आज दुनिया भारत की ओर आशा भरी नजरों के साथ देख रही है। उसी प्रकार देश एवं विदेश भी उत्तर प्रदेश की तरफ आशा भरी नजरों से देख रहा है। गोरखपुर में चार विश्वविद्यालय के साथ फोरलेन सड़कें हैं। यहां पर 14 उड़ानों के माध्यम से बेहतर एयर कनेक्टिविटी भी है।

एंप्लॉयमेंट के मिलेंगे अवसर

चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष विष्णु प्रसाद अजीतसरिया ने कहा कि आज यूपी एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर तेजी से अग्रसर है। उद्योगों की स्थापना से रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे। युवा उद्यमी अचिंत्य लाहिड़ी ने कहा कि आज निवेश के अनुकूल माहौल एवं इज ऑफ डूइंग बिजनेस के कारण अधिक निवेश आ रहा है। युवा शक्ति इस अनुकूल वातावरण में हमारी अर्थव्यवस्था को विश्व की अग्रणी अर्थव्यवस्था बनाएगा। इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों, उद्यमियों आदि की सहभागिता रही।

एमओयू लेने से एक उद्यमी ने किया इंकार

जिलास्तरीय इंवेस्टर्स समिट में उद्यमी राजीव अग्रवाल ने एमओयू प्रपत्र लेने से इंकार कर दिया। एमओयू प्रपत्र लेने से किनारा करने वाले मेसर्स क्वाट्र्ज ओपलवेयर प्राइवेट लिमिटेड के राजीव अग्रवाल की शिकायत थी कि गीडा से उन्हें सहयोग नहीं मिल रहा। वहीं गीडा ने इस शिकायत को प्रथम दृष्टया निराधार बताया। गीडा प्रशासन का कहना है कि मेसर्स क्वाट्र्ज ओपलवेयर को ऑनलाइन आवेदन के क्रम में सेक्टर 13 में जमीन आवंटित की गई। बाद में उन्हीं के अनुरोध पर पूर्व के आवंटन की जगह पहले सेक्टर 26 में भूखंड संख्या 70 और फिर सेक्टर 26 में ही भूखंड संख्या बी-9 का आवंटन किया गया। गीडा प्रशासन की तरफ से कई बार लिखित अनुरोध किए जाने के बाद भी मेसर्स क्वाट्र्ज ओपलवेयर ने न तो भूखंड पर कब्जा प्राप्त किया और न ही निर्धारित देयकों का भुगतान किया। जबकि सेक्टर 26 में उसके भूखंड बी-9 से सटे भूखंड स्वामी द्वारा सभी औपचारिकताओं को पूरा कराकर निर्माण कार्य कराया जा रहा है।