गोरखपुर (ब्यूरो)।यूपी जीआईएस की उपलब्धियों के आंकड़े इसकी तस्दीक करते हैं। निवेश के मामले में गोरखपुर टॉप फाइव में शामिल है। निवेश जुटाने के मामले में प्रदेश के सभी 75 जिलों में पूर्वांचल को लीड करते हुए गोरखपुर प्रदेशभर में चौथे पायदान पर रहा। जबकि गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) टॉप पोजिश पर रहा।

इंवेस्टमेंट से मिलेंगे एंप्लॉयमेंट

जीआईएस में गोरखपुर के लिए 1.71 लाख करोड़ से अधिक के निवेश के लिए एमओयू हुए। इनके धरातल पर उतरने से करीब 1.98 लाख लोगों के लिए रोजगार के द्वार खुलेंगे। जिले में होने जा रहे निवेश में परंपरागत उद्योगों के साथ कई नए सेक्टर भी शामिल हुए हैं। दीगर तथ्य यह भी है कि गोरखपुर में पहली बार हरित और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश होने जा रहा है। गोरखपुर में ग्रीन अमोनिया प्लांट स्थापित करने के लिए मेसर्स अवाडा वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से 22,500 करोड़ रुपए का एमओयू किया गया है। जबकि सोलर एनर्जी पार्क की स्थापना के लिए आरजी स्ट्रेटजी ग्रुप ने 1772 करोड़ रुपए के निवेश का करार किया। ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट के लिए रुद्रा गैस इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से 200 करोड़ रुपए के निवेश हेतु एमओयू किया गया।

बड़े पैमाने पर मिले निवेश प्रस्ताव

गोरखपुर के लिहाज से निवेश देखें तो यहां पेपर मिल प्रोजेक्ट के लिए आरजी स्ट्रेटजी रूप में 2935 करोड़ रुपए के निवेश का करार हुआ है। एलपीजी पाइप लाइन के लिए इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की तरफ से 1800 करोड़, बांस आधारित उत्पाद के लिए आर्टिजन एग्रोटेक की तरफ से 1400 करोड़, एथेनॉल और डिस्टलरी के लिए केयान डिस्टलरीज की तरफ से 1200 करोड़ तथा कार्बोनेटेड ड्रिंक, रूट पल्प प्लांट के लिए वरुण बेवरेजेज (पेप्सिको की फ्रेंचाइजी) की तरफ से 1071 करोड़ रुपए के निवेश का एमओयू हुआ। जिले को होटल एंड हॉस्पिटैलिटी, रेसिडेंशियल प्रोजेक्ट, हॉस्पिटल, हैवी इंजीनियरिंग आदि सेक्टर में भी बड़े पैमाने पर निवेश प्रस्ताव मिले।

यूपी जीआईएस में टॉप फाइव जिले

जिला निवेश (लाख करोड़ रु.)

गौतमबुद्धनगर 7.85

आगरा 2.18

लखनऊ 1.96

गोरखपुर 1.71

वाराणसी 1.37

निवेशकों के प्रस्ताव को धरातल पर उतारने का प्रयास किए जाएगा। जिन भी निवेशकों को भूमि या अन्य प्रकार की जरूरत होगी। उसे उपलब्ध कराया जाएगा, ताकि जल्द से जल्द कंपनियां लगें और लोगों को रोजगार मिले।

पवन अग्रवाल, सीईओ गीडा

इंडस्ट्री लगाने के लिए जमीन चाहिए, जो विस्तार के चलते गीडा के पास बहुत है। कभी सोचा नहीं गया था कि इतना निवेश गीडा में होगा। सीएम योगी की पॉलिसी इंवेस्टर्स को पसंद है।

विष्णु प्रसाद अजीतसरिया, अध्यक्ष, चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज

गर्व की बात है। बड़े-बड़े शहरों को पछाड़कर चौथे पोजिशन पर गोरखपुर है। सीएम योगी की प्रयास से ऐसा संभव हो पाया है। पहले कोई बड़ी कंपनी नहीं थी, लेकिन अब पेप्सिको जैसी कंपनियां गीडा में आ रही हैं। छोटे कंपनियों को फायदा मिलेगा। सभी को रोजगार मिलेगा।

निखिल जालान, डायरेक्टर, अंकुर उद्योग लिमिटेड