विधानसभा- गोरखपुर शहर
समय-1.30 बजे
स्थान-दिव्य नगर
GORAKHPUR: अपने सबाब पर पहुंच चुका आई नेक्स्ट के चाय पर चर्चा कार्यक्रम में मंगलवार को आधी आबादी भी शामिल हो गई। चाय पर चर्चा की खोज में निकले आई नेक्स्ट रिपोर्टर की नजर शहरी विधानसभा के दिव्य नगर के कोने में पड़ी तो रूक गया। पता चला कि यहां आधी आबादी चुनावी चर्चा में मशगूल है और वो भी सड़क के किनारे ही।
आई नेक्स्ट रिपोर्टर की गाड़ी रूकते ही सब चुप हो गए। तभी अनीता सिंह की नजर गाड़ी पर लिखे प्रेस पर पड़ी। अनयाश ही चहक उठी लो पत्रकार भी आ गए और बोली लगता है आई नेक्स्ट से हैं। हां में जवाब मिला तो फिर चर्चा शुरू हो गई।
अंजली पांडेय रिपोर्टर से -अच्छा आप तो दिनभर फील्ड में घूमते रहते हैं। आप ही बताइए किसकी सरकार बन रही है।
अनीता सिंह - अरे ये लोग क्या बताएंगे। जनता तय करेगी किसी सरकार बनेगी।
अंजली पांडेय - देखिए, कुछ भी हो सरकार तो बीजेपी की ही बनेगी। नोटबंदी हुई, लेकिन किसी ने इसका विरोध नहीं किया। अब आप ही बताईए न जो अपने घर का झगड़ा नहीं सुलझा पा रहा है वो क्या प्रदेश का विकास करेगा। पहले तो वह अपने घर के झगड़े को सुलझाए।
बीच में टोकते हुए
अनुराधा वर्मा - अरे नहीं अंजली तुम अभी राजनीति में बच्ची हो। यह सब फैमिली ड्रामा था। अखिलेश को उबारने के लिए। नो डाउट अखिलेश की छवि इससे निखरकर आई है। लेकिन इसका बहुत फायदा नहीं मिलेगा।
अमृता राव-चाहे कुछ भी आप सब कह लें। सपा और बीजेपी आपके सामने ही है। बसपा की सरकार बनेगी। बहन जी ने सुरक्षा व्यवस्था के लिए जो कुछ कर दिया है। वह कोई नहीं कर सकता है।
शालिनी तिवारी-क्यों सपा सरकार में क्या कानून व्यवस्था ध्वस्त था क्या? अब देखो, जो अपराधी प्रवृत्ति का होगा। वह किसी भी सरकार में मनमानी ही करेगा।
फिर से बीच में टोकते हुए
अंजली पांडेय- देखो कोई भी सरकार आए। महिलाओं की सुरक्षा की बात करें। अखिलेश ने महिलाओं के लिए हेल्प लाइन नंबर जरूर लांच किया, लेकिन क्या महिलाओं के साथ होने वाली घटनाएं थम गईं, मुझे लगता है कि हम महिलाओं को अपनी सुरक्षा खुद ही करनी होगी।
अनीता सिंह- देखो, अंजली सरकार कोई भी आए, प्रदेश के विकास के साथ-साथ उसे हम महिलाओं की सुरक्षा का भी ख्याल रखना होगा। विकास से जहां रोजगार की संभावनाएं बढ़ेगी। वहीं, अपराध के शरण में जाने वाले अपराधी भी व्यस्त होंगे।
शालिनी तिवारी-अनीता मैम, आप सही कह रही हैं, लेकिन फिर सपा की सरकार आई तो फिर वहीं चलेगा। इसलिए सपा और बसपा की सरकार तो नहीं बननी चाहिए। बीजेपी कम से कम इस तरह के जातिवाद तो नहीं करती।