गोरखपुर (ब्यूरो)।हो भी क्यों नहीं, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ गोरखपुर सदर विधानसभा से विधायक भी हैं। इसलिए लोगों की उम्मीद है इसबार के बजट में योगी सरकार गोरखपुर के लिए सौगातों का पिटारा खोलेंगे। रोजगार की राहत खुलेगी। वहीं, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की बात की जाए तो गोरखपुर टॉप फाइव में है, जहां 1.71 लाख का निवेश आया है। यूपी बजट की पूर्व संध्या पर पर इंडस्ट्रिलिस्ट, बिजनेसमैन, हाउसवाइफ, एंटरप्रेन्योर, प्रोफेशनल और यूथ ने अपनी बात खुलकर रखी
यह है चाह
- बिजली बिल पर यूनिट रेट कम हो।
- पेट्रोलियम प्रोडक्ट में राज्यकर कम हो। जिससे पेट्रोल सस्ता हो।
- महंगाई पर लगाम लगाने की उपाय करे सरकार।
- जमाखोरी पर कार्रवाई हो।
- यूथ को मिले रोजगार।
- मेट्रो का कार्य जल्द शुरू हो।
- पुलिसिंग में सुधार हो।
- एजूकेशन सेक्टर में और सुधार की जरूरत
- मिनी आईटीआई की तर्ज पर और जिलावार संस्थान खोलें।
- स्किल इंडिया में प्रदेश की भागीदारी बढ़े।
योगी सरकार ने यूपी में निवेश एवं उद्योगों को और बढ़ावा दे रहïी हïै। बजट में स्वास्थ्य एवं शिक्षा सुविधाओं के विस्तार के लिए अधिक धन आवंटन सुनिश्चित किया जाएगा। सरकार साी के हित के लिए बजट अच्छा पेश करेंगी।
-अतुल सराफ, डायरेक्टर ऐश्प्रा ग्रुप
सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी का छठा बजट प्रदेश को नए भारत के ग्रोथ इंजन के रूप में विकसित करने तथा एक ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनाने का रोडमैप प्रस्तुत करेगा। सरकार के बजट में मूलभूत संरचना ( इंफ्रास्ट्रक्चर) को और सुदृढ़ करने पर फोकस होगा। एक्सप्रेसवेज तथा एयरपोर्ट के निर्माण पर जोड़ दिया जाएगा जिससे प्रदेश में निवेश एवं उद्योगों को और बढ़ावा दिया जा सके। बजट में स्वास्थ्य एवं शिक्षा सुविधाओं के विस्तार के लिए अधिक धन आवंटन सुनिश्चित किया जाएगा। इसके साथ ही कृषि प्रधान प्रदेश में किसानों के हित के लिए कई कदम उठाए जाने की संभावना है।
महेंद्र सिंह, असिस्टेंट प्रोफेसर डीडीयू
पूर्वांचल शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। देखा जाए गोरखपुर एजूकेशन हब के रूप में उभरा है। बजट में सरकार एजूकेशन के लिए अलग से बजट अनाउंस करे। यूनिवर्सिटी से लेकर प्राइमरी तक की शिक्षा में सुधार हुआ है। एक दिन गोरखपुर यूपी में ही नहीं पूरे भारत में एजुकेशन के क्षेत्र में अग्रिम भूमिका निभाएगा।
- अजय शाही, डायरेक्टर, आरपीएम एकेडमी
सीएम योगी आदित्यनाथ हम लोगों के सीएम ही नहीं विधायक भी हैं। इसलिए उम्मीद है उम्मीद से ज्यादा गोरखपुर को मिलेगा। सिटी का विकास हो रहा है बजट मिलने से और तेजी से विकास होगा।
-पं। नरेंद्र उपाध्याय, ज्योतिर्विद
सरकार की पॉलिसी से गोरखपुर में ज्यादा इन्वेस्टमेंट आया है। जो उद्योगपति अपना इंडस्ट्री लगाना चाह रहे हैं। उनके प्रोजेक्ट थोड़ी टेक्निकल खामियों के चलते कैंसिल हो जा रहे हैं। इसे सरकार दूर करे। बजट अच्छा होगा।
- विष्णु प्रसाद अजीतसरिया, अध्यक्ष, चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज
छोटे व्यापारियों पर सरकार को ध्यान देने की आवश्यकता है। थोक मार्केट में पुलिस पिकेट की व्यवस्था करे। बढ़े स्तर पर क्राइम एक हद तक कंट्रोल हुआ है।
- अनूप अग्रवाल, अध्यक्ष, चैंबर ऑफ कामर्स
यूपी सरकार का पूरा ध्यान इस समय स्वरोजगार पर है। इसलिए मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना में बजट बढ़ाना होगा। इससे ओपीओडी स्कीम के मद में भी अनुदान राशि में वृद्धि दिखाई देगी। कृषि प्रधान राज्य होने के कारण किसानों की बीज खाद पर सब्सिडी की राशि भी बढ़ाई जा सकती है। मिनी आईटीआई की तर्ज पर और जिलावार संस्थान खोल सकती है, जिससे स्किल इंडिया में प्रदेश की भागीदारी बढ़ेगी।
- सीए राशिद मुस्तफा, सचिव, गोरखपुर चैप्टर
सरकार राज्यकर में कटौती करना चाहिए। जिससे महंगाई से राहत मिल सके। ओडीओपी को बढ़ावा मिले। बजट में ऐसा हो सकता है कि अधिक से अधिक रोजगार पैदा हों। ऐसी योजनाएं सरकार ला सकती है।
- मो। तहसीम, टैक्स एडवोकेट
यूथ को रोजगार चाहिए। सरकार रोजगार नहीं दे रही है। युवा पढ़ लिखकर घूम रहा है। वैकेंसी निकलती है तो बाद में कैंसिल हो जाती है। यूपी सरकार युवाओं को ध्यान में रखकर बजट पेश करें।
- शक्ति सिंह, स्टूडेंट
बिजली का बिल अधिक आ रहा है। पर यूनिट रेट कम हों। दिल्ली में बिजली फ्री मिल रही है। महंगाई पर सरकार लगाम नहीं लगा पा रही है। रसोई गैस महंगी हो गई है। किचन का बजट बिगड़ गया है।
- मोनिका, हाउसवाइफ