गोरखपुर (ब्यूरो)।वर्ष 2023 में जनपद में 220 परीक्षा केंद्र बने थे, जिस पर डेढ़ लाख विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी। इस वर्ष 33 केंद्रों को सूची से बाहर करते हुए बोर्ड ने 187 संभावित केंद्रों की सूची जारी की है। जबकि परीक्षार्थियों की संख्या उस अनुपात में नहीं घटी है। यानी इस बार भी लगभग एक लाख 40 हजार परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल होंगे। यदि जनपदीय समिति की बैठक में कुछ और परीक्षा केंद्र नहीं बढ़े तो सीटिंग प्लान में समस्या आनी तय है।
एक रूम में 30 स्टूडेंट
बोर्ड द्वारा जारी केंद्र निर्धारण नीति के तहत एक विद्यालय पर अधिकतम 12 सौ तथा कम से कम 250 छात्र-छात्राओं के लिए आवंटन हो सकता है। सीटिंग प्लान पर गौर करें तो एक परीक्षार्थी से दूसरे की दूरी तीन फीट निर्धारित है। साथ ही एक कक्ष में अधिकतम 30 विद्यार्थी साथ बैठकर परीक्षा दे सकते हैं। ऐसे में यदि केंद्रों की संख्या नहीं बढ़ी तो फिर मानकों का शत-प्रतिशत पालन करना मुश्किल होगा।
मानक पूरा करने वाले विद्यालय भी नहीं बने केंद्र
बोर्ड ने केंद्रों की सूची से एक दर्जन ऐसे विद्यालयों को बाहर कर दिया है जो मानक पूरा करते हैं। वर्ष 2023 की परीक्षा भी इन विद्यालयों ने सूचितापूर्ण परीक्षा संपन्न कराई थी। अब जब विभाग ने संभावित सूची को लेकर विद्यालयों से आपत्ति मांगी है। इन्होंने मानक पूरा करने का हवाला देकर फिर से केंद्र बनाएं जाने की मांग की है। जबकि लगभग चार से पांच विद्यालय एक कहकर केंद्रों की सूची से नाम हटाने की मांग कर रहे हैं कि वह परीक्षा केंद्र के निर्धारित मानकों को पूरा नहीं करते हैं।
2023 परीक्षा में रजिस्टर्ड स्टूडेंट
कक्षा 10
संस्थागत 79,285
व्यक्तिगत 95
कुल संख्या- 79,380
कक्षा -12
संस्थागत - 68,142
व्यक्तिगत - 2759
कुल संख्या - 70,901
2024 परीक्षा में रजिस्टर्ड स्टूडेंट
कक्षा -10
संस्थागत - 74,846
व्यक्तिगत -135
कुल संख्या - 74,981
कक्षा -12
संस्थागत - 62,277
व्यक्तिगत - 1973
कुल संख्या - 64,250
बोर्ड से संभावित परीक्षा केंद्रों की सूची जारी होने के बाद विद्यालयों से 30 नवंबर तक आपत्तियां मांगी गई हैं। जनपदीय समिति की बैठक में आपत्तियों के निस्तारण के साथ ही परीक्षा केंद्रों को बढ़ाने पर निर्णय लिया जाएगा, ताकि परीक्षा की सूचिता प्रभावित न होने पाएं।
- डॉ। अमरकांत सिंह, डीआइओएस