गोरखपुर (ब्यूरो)। वहीं उन्होंने संख्या कम करने के लिए डीआईओएस कार्यालय में आपत्ति भी दर्ज कराई है। जबकि 56 विद्यालयों ने परीक्षा केंद्र बनाने की मांग करते हुए आपत्तियां दर्ज कराई हैं।
66 विद्यालय नहीं बने सेंटर
परिषद ने यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए जनपद में इस बार 187 संभावित परीक्षा केंद्र बनाए हैं। परीक्षा केंद्रों को लेकर आपत्तियां दर्ज कराने का 30 नवंबर को अंतिम दिन है, लेकिन एक दिन पूर्व तक विभाग को विभिन्न मुद्दों पर 128 आपत्तियां प्राप्त हो चुकी थी। पिछली बार केंद्र रहे 66 विद्यालयों को इस बार केंद्र नहीं बनाया गया है। इस बात पर आपत्ति जताते हुए इन विद्यालयों ने केंद्र बनाने की मांग की है।
दूरी के मानक का नहीं हुआ पालन
केंद्र बनाने में इस बार भी दूरी के मानक का पालन नहीं हो सका है। जिले में करीब 48 विद्यालय ऐसे हैं, जिनके केंद्र काफी दूर भेजे गए हैं। मानक के अनुसार विद्यालय से अधिकतम 10 किलोमीटर तक ही केंद्र बनाए जा सकते हैं, लेकिन इनमें से कई विद्यालय के विद्यार्थियों को 15 किमी से अधिक तो कुछ को 36 किमी तक दूर परीक्षा केंद्र पर भेज दिया गया है। इन विद्यालयों के आपत्तियों की जांच कमेटी को सौंपी जाएगी।
प्रमुख विद्यालयों में आवंटित हुए हैं अधिक छात्र
बोर्ड ने शहर के तुलसीदास इंटर कालेज, जुबिली, एमजी, एमपी तथा एमएसआई इंटर कॉलेज में धारण क्षमता से अधिक छात्र आवंटित किए हैं। नियमानुसार किसी भी विद्यालय में अधिकतम 1200 व कम से कम 250 छात्र-छात्राओं का आवंटन करने का नियम है, लेकिन यहां 1200 से अधिक छात्र आवंटित किए गए हैं।
केंद्रों को लेकर आपत्तियां आईं हैं, जल्द ही उनका निस्तारण कर लिया जाएगा। छात्र संख्या को लेकर कई विद्यालयों ने आपत्ति दर्ज कराई है। उचित सभी आपत्तियों को गंभीरता से लेते हुए जनपदीय केंद्र निर्धारण समिति की बैठक में त्वरित कार्यवाही की जाएगी।
-डॉ.अमरकांत सिंह, डीआईओएस