- आईजी के निरीक्षण में नियत से कम मिले पीएसी के जवान

GORAKHPUR: आतंकियों की हिटलिस्ट में शुमार गुरु गोरक्षनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही थी। नियमित चेकिंग के अभाव में मंदिर में लगे सुरक्षा कर्मचारी ड्यूटी का कोरम पूरा कर रहे थे। मंगलवार को आईजी मोहित अग्रवाल ने गोरखनाथ मंदिर और एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया तो कई खामियां सामने आई। आईजी ने इसे गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। आईजी ने कहा कि संवेदनशील स्थानों की सुरक्षा को लेकर अलर्ट किया गया है।

निगहबानी में लापरवाही की शिकायत

देश के आतंकी संगठनों की हिट लिस्ट में गुरु गोरक्षनाथ मंदिर और पीठाश्वर शामिल है। मंदिर परिसर के साथ-साथ केंद्र सरकार ने सांसद महंत योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा बढ़ा दी है। महंत को वाई श्रेणी की सुरक्षा देते हुए मंदिर कैंपस में पीएसी बल लगा दिया गया है। सुरक्षा एजेंसियों ने आसपास के 20 भवनों को भी मंदिर की सुरक्षा के लिए खतरा बताया था। मंदिर सुरक्षा की निगहबानी करने वाले जिम्मेदार अफसरों की लापरवाही से सुरक्षा व्यवस्था खामियों से घिर गई है। इसकी जानकारी किसी ने आईजी जोन को दी थी। इसलिए आईजी ने मंगलवार को सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।

मानक से कम तैनात थे पीएसी जवान

मंगलवार की सुबह करीब साढ़े 11 बजे आईजी, एसएसपी, एसपी सिटी, सीओ गोरखनाथ सहित अन्य पुलिस अधिकारी मंदिर पहुंचे। आईजी ने मंदिर के गेट पर खड़े सुरक्षा कर्मचारियों से जानकारी ली। सामने आया कि पीएसी जवानों की तैनाती 24 घंटे की है। एक शिफ्ट में 29 जवान ड्यूटी करते हैं। लेकिन सिर्फ 23 जवानों की ड्यूटी लगाई गई थी। गेट पर ड्यूटी करने वाले जवानों के लिए बालू के बोरे से बने मोर्चा नहीं बनाए गए हैं। ऐसे में किसी के हमला करने पर सुरक्षा कर्मचारी आसानी से निशाना बन जाएंगे। इस कमी के सामने आने पर आईजी ने तुरंत मोर्चा बनाने को कहा।

ये कमियां आई सामने

- किसी गेट पर बालू की बोरियों वाले मोर्चे नहीं बनाए गए थे।

- मंदिर के सुरक्षा का तबादला होने से ड्यूटी में लगातार लापरवाही बरती जा रही थी।

- सुरक्षा कर्मचारियों की वर्दी का रंग एक दूसरे से अलग था।

- 29 के बजाय सिर्फ 23 जवानों की ड्यूटी लगी हुई थी।

- वीआईपी गेट तक बिना चेकिंग के गाडि़यां पहुंच रही थी।

- सुरक्षा व्यवस्था की नियमित जांच पड़ताल नहीं हो रही थी।

ये दिए निर्देश

- मंदिर के पांच इंट्री गेट पर बालू की बोरियों वाले मोर्चा बनाए जाएंगे।

- मंदिर में ऊंचाई से नजर रखने के लिए 30 फिट ऊंचा वॉच टावर बनाया जाएगा।

- मंदिर सुरक्षा में प्रभारी के रूप में इंस्पेक्टर की तैनाती होगी।

- प्रमुख जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाकर गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी।

- वीआईपी गेट की ओर जाने वाली गाडि़यों की पुलिस चेकिंग करेगी।

- एक मोर्चा पर तैनात जवान को तीन अन्य सशस्त्र जवान कवर करेंगे।

- रजिस्टर बनाकर सभी की नियमित ड्यूटी लगाई जाएगी।

- रोस्टर के अनुसार डीआईजी, एसएसपी, एसपी, सीओ और आरआई लाइन चेकिंग करेंगे।

- औचक निरीक्षण करके सुरक्षा कर्मचारियों की ब्रीफिंग की जाएगी।

बॉक्स

बढ़ेगी एयरपोर्ट और दीवानी कचहरी की सुरक्षा

गोरखनाथ मंदिर के साथ ही आईजी ने एयरपोर्ट और दीवानी कचहरी की सुरक्षा देखी। बताया कि एयरफोर्स अथारिटी की ओर से चार क्षेत्रों में वॉच टावर बनाए जाएंगे। 30 फिट ऊंचे वॉच टावर पर दो से चार सुरक्षा कर्मचारियों की शिफ्ट वाइज ड्यूटी लगाई जाएगी। मेन गेट पर सैंड बैग्स का मोर्चा बनाया जाएगा। 24 घ्ाटे क्यूआरटी अलर्ट रहेगी। दीवानी कचहरी की सुरक्षा देखते हुए आईजी ने पीएसी के अलावा हर गेट पर दो-दो पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए। कैंपस में पीएसी जवान राउंड द क्लाक तैनात रहेंगे। इसके अलावा मिट्टी के बोरियों के मोर्चा और वॉच टॉवर बनाए जाएंगे।

ये होनी चाहिए सुरक्षा

- एक कंपनी पीएसी

- दो गार्ड

- छह एसआई

- छह हेड कांस्टेबल

- 87 कांस्टेबल

- छह महिला कांस्टेबल

वर्जन

मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था में मिली खामियों को दूर करने के लिए कहा गया है। ड्यूटी रजिस्टर बनाकर रोस्टर के अनुसार जांच कराई जाएगी। कोई कमी सामने आने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई होगी।

- मोहित अग्रवाल, आईजी