- चलती बस में ड्राइवर को आया मिर्गी का दौरा तो पास बैठे यात्री ने संभाल ली स्टेयरिंग
- पडरौना से गोरखपुर जा रही थी प्राइवेट बस, जगदीशपुर पुलिस चौकी के सामने होने से बचा हादसा
GORAKHPUR: एक अनजान यात्री की समझदारी और हौसले ने सोमवार को बड़ा सड़क हादसा टाल दिया। करीब 40 यात्रियों के बीच में बैठा वह भी एक साधारण यात्री ही था। लेकिन सामने आई मौत को टालने की कोशिश में वो उनका फरिश्ता बन गया। कभी गाड़ी चलाने का अनुभव न होने के बावजूद उसने बस की स्टेयरिंग थाम ली। घटना के बाद कुछ लोगों ने उससे बातचीत की तो उसने यह बात कही। हालांकि बाद में वह बस के अन्य यात्रियों के साथ दूसरी गाड़ी में बैठकर अपनी मंजिल को चला गया। पीछे छोड़ गया अपनी बहादुरी के किस्से, जिसे सोमवार को पूरे दिन इलाके के लोग कहते-सुनते रहे।
ड्राइवर को पड़ा दौरा
दरअसल हुआ यह कि देवरिया जिले के बरहज थाना क्षेत्र के चकरा निवासी अजय यादव (35) बस में करीब 40 यात्रियों को लेकर पडरौना से चला। रास्ते में लोकल सवारियां बैठाते-उतारते वह कुशीनगर से आगे पहुंचा था। इस दौरान बस पूरी तरह भर चुकी थी। कुछ यात्री ड्राइवर की सीट से सटकर गियर बॉक्स के ऊपर भी बैठ गए थे। सुबह करीब नौ बजे जैसे ही जगदीशपुर चौकी के पास बस पहुंची, ड्राइवर कांपने लगा। पास बैठे यात्री कुछ समझ पाते कि वह छटपटाकर अपनी सीट पर बेहोश हो गया। इसके बाद बस के यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई।
कभी नहीं पकड़ी थी स्टेयरिंग
इस दौरान गियर बॉक्स पर बैठे ग्रामीण यात्री ने ड्राइवर की स्थिति देख हालात का अंदाजा लगा लिया। ड्राइवर के बेहोश होते ही उसे लगा कि अब बस टकरा जाएगी। बस दाएं-बाएं हिचकोले लेने लगी थी। उसने कुछ ही पल में निर्णय लिया और बस की स्टेयरिंग पकड़ ली। बाएं से गुजर रहीं गाडि़यों से टकराने से बचाने के लिए बस की स्टेयरिंग दाहिनी ओर मोड़ दी। बस डिवाइडर पर चढ़ गई और फूलों को रौंदते हुए कुछ दूर तक जाकर रुक गई।
दौड़ पड़ी पुलिस और पब्लिक
तेज रफ्तार डगमग करती बस की इस स्थिति को बाहर पुलिस और स्थानीय लोग देख रहे थे। आसपास के लोग बस की तरफ दौड़ पड़े। जैसे ही बस रुकी, बस से निकलकर यात्री भागने लगे। ड्राइवर अपनी सीट पर ही बेहोश पड़ा था। चौकी के सिपाही और स्थानीय लोग बस में घुसे और चालक को बाहर निकाला। थोड़ी ही देर में उसे होश आ गया। चालक का कहना था कि अचानक उसे चक्कर आने लगा और वह बेहोश हो गया। इसके पहले उसके साथ ऐसा कभी कुछ नहीं हुआ था। लोगों ने आशंका जताई कि उसे मिर्गी का दौरा पड़ा था।
गायब हो गया फरिश्ता
यात्रियों को इस बड़ी मुसीबत से बचाने वाला वह यात्री अफरातफरी के बीच ही गायब हो गया। घटना के बाद उसने लोगों को बताया कि वह कोई गाड़ी नहीं चलाना जानता लेकिन जब उसे लगा कि अब बस टकरा जाएगी तो उसने स्टेयरिंग पकड़ ली। बाएं से गाडि़यां गुजर रही थी इसलिए उसने बस को दायीं ओर मोड़ दिया और वह डिवाइडर पर चढ़ गई। कुछ ही देर में चालक को होश आया तो सारे लोग उसका हाल जानने में लग गए। इसी बीच अन्य यात्रियों के साथ वह बहादुर यात्री भी दूसरी गाड़ी पकड़कर कहीं चला गया।