गोरखपुर (ब्यूरो)।शैक्षिणक कैलेंडर के अनुसार यहां एग्जाम हो रहे हैं। यूनिवर्सिटी में कॉपियों का मूल्यांकन समय से हो गया है। रिटेन एग्जाम के रिजल्ट यूनिवर्सिटी के पास हैं। चूंकि, कॉलेजेज ने प्रैक्टिकल, वाइवा और इंटरनल के माक्र्स ऑनलाइन फीड नहीं किए हैं, इसीलिए रिजल्ट जारी करने में देरी हो रही है.Ó दैनिक जागरण आईनेक्स्ट में मामला उजागर होने के बाद गोरखपुर यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक ने लेटर जारी कर अपना पक्ष रखा है।

स्टूडेंट्स को हो रही प्रॉब्लम और लगातार मिल रहे फीडबैक को लेकर 27 अप्रैल को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने 'डीडीयूजीयू: फीस दो, एग्जाम दो, पर रिजल्ट का मत पूछोÓ हेडिंग से खबर प्रकाशित की थी। इसमें यूनिवर्सिटी में जनवरी में एग्जाम कराने के बाद भी अभी तक रिजल्ट न जारी करने को लेकर स्टूडेंट्स ने सवाल खड़े किए गए थे। स्टूडेंट्स ने यूनिवर्सिटी को इसके लिए जिम्मेदार बताते हुए अपनी प्रॉब्लम शेयर की थी।

केवल यूनिवर्सिटी में संचालित प्रोग्राम्स का क्या?

यूनिवर्सिटी प्रशासन ने अपनी जिम्मेदारी कॉलेजेज के सिर पर मढ़ दी है। मगर कॉलेजेज से जुड़े लोगों का कहना है कि कुछ ऐसे कॉलेज हो सकते हैं, जिन्होंने ऐसी गलती की होगी, उन्होंने माक्र्स ऑनलाइन नहीं फीड किए। मगर उन प्रोग्राम का क्या, जो सिर्फ यूनिवर्सिटी कैंपस में ही संचालित हो रहे हैं। उन कोर्सेज में भी अब तक रिजल्ट नहीं आ सके हैं। क्या उनका माक्र्स फीड करने का ठेका भी कॉलेजों के पास है?

यूनिवर्सिटी की ये सफाई

यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से जारी पत्र में कहा गया कि यूनिवर्सिटी में शैक्षिक कैलेंडर के अनुसार परीक्षाएं सम्पन्न कराई जा रही है। रिजल्ट भी टाइम पर डिक्लेयर कर दिए जा रहे हैं। चूंकि वर्तमान समय में यूनिवर्सिटी में कई प्रकार की परीक्षाएं जैसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अंतर्गत वर्ष में दो बार मिड टर्म की परीक्षा, पूर्व प्रचलित समेस्टर प्रणाली परीक्षा, वार्षिक परीक्षा एवं वार्षिक परीक्षा के बैकपेपर की परीक्षा आदि अभी संचालित हो रही है। पिछले एक साल से एनईपी से संबंधित परीक्षाएं ही हो रही हैं। सेमेस्टर प्रणाली में कम समय होने से सेमेस्टर के प्रारंभ में ही यूनिवर्सिटी बाकी प्रॉसेस शुरू कर दे रहा है, जिससे क्लासेज के संचालन में बाधा उत्पन्न न हों, कक्षाएं सुचारू रूप से संचालित हो सके और स्टूडेंट्स को पढऩे का समय मिल सके।

हो चुका है मूल्यांकन

वीसी के निर्देश पर सेकेंड और फोर्थ सेमेस्टर मिड व एंड टर्म की परीक्षाएं एक साथ कराए जाने का निर्णय लिया गया है। यूनिवर्सिटी की ओर से फस्र्ट और थर्ड सेमेस्टर की मिड व एंड टर्म की कॉपियों का मूल्यांकन कराया जा चुका है। लिखित परीक्षा के अंक यूनिवर्सिटी के पास हैं, परन्तु प्रैक्टिकल, वाइवा और इंटरनल माक्र्स फीड न होने से रिजल्ट डिक्लेयर नहीं हो पा रहे हैं। पीजी प्रोग्राम्स के रिजल्ट घोषित हो रहे हैं। कॉलेजों से माक्र्स ऑनलाइन फीड होने के बाद अतिशीघ्र रिजल्ट घोषित किए जाएंगे।